पार्टी में शुरुआती विभाजन के बाद यह अल्ट्रा लेफ्ट और मार्क्सवादी लेनिनवादी पार्टियों का दौर था. इस दौर में पार्टी का ध्यान ग्रामीण इलाकों से जंगल की ओर केंद्रित होता गया.
1960 का दशक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उथलपुथल का साल रहा था. कई देश के युवा आंदोलन और संघर्ष का रास्ता चुन रहे थे. मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के सभी असंतुष्ट एक साथ एकत्रित हुए और मिलकर अखिल भारतीय कम्युनिस्ट रिवोल्यूशनरी कॉर्डिनेशन कमेटी का गठन 1968 में किया गया. इन सब ताक़तों ने मिलकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का गठन 1969 में किया. इसके बाद जिस भी पार्टी ने सशस्त्र संघर्ष की बात की, वो अपने पार्टी के नाम के पीछे सीपीआई जोड़ने लगा.
आलोचकों का मत है कि भारत जब ग्रामीण इलाकों से शहरी इलाकों की तरफ बढ़ रहा है वहीं कम्युनिस्ट इसके विपरीत दिशा में चलते हुए शहरी इलाकों से ग्रामीण इलाकों के रास्ते जंगलों की तरफ बढ़ रहा हैं. यही वजह है कि वे समाज के सबसे पिछड़े इलाके में बहुत सताए गए लोगों को एकजुट कर सकते हैं, उन्हें संगठित कर सकते हैं.लेकिन अगर हालात बदलते हैं और लोगों की स्थिति बेहतर हो जाती है चाहे वह सरकार के दखल के चलते हो या फिर सामाजिक प्रगति के चलते हो तो साम्यवाद उन इलाकों में अपनी पकड़ खो रहा है.
हालाँकि प्रत्येक कम्युनिस्ट पार्टी यही दावा कर रही है कि वह अपनी इन कमजोरियों से उबर जाएगी. बीबीसी तेलुगू से बात करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी ने कहा कि संसद में मौजूद वामपंथी दलों के सदस्यों की संख्या से वामपंथी दलों की ताक़त का अंदाजा नहीं लगाना चाहिए.
हां चाइना के तलवे चाटने वाले कम्युनिस्टों की गद्दारी अब देश समझ चुका है।
Ha, kuch naye chtiye aur jud gaye he aandolan se
वामपंथी हमेशा हिन्दू और सिखों के खिलाफ़ रहे हैं, इस्लाम के खिलाफ कुछ बोल के दिखाएं
No more relevent ?
बस अब ये आपका आखरी पड़ाव है, जल्द ही जय जय राम होगा
Communists have changes 😂😂
EPFO PENSION IS LOWER THEN INTEREST ON PENSION CONTRIBUTION WITH INTEREST AND AFTER MEMBER/DEPENDENT EPFO WILL FORFEIT ALL 2,3,4,10 LAKH WHY ONLY GOVT GDP RELATED PRV EMPL GOVT IS EARNING FROM PRIVATE EMPLOYEES/EMPLOYERS BIG AMOUNT THAN WHY NEGLECTED PVT. JOB EMPLOYEES
Communist ke naam pe china ko support karte he Ye logic samaj me nahi aata he Indian communist ka
कम्युनिस्टों की 12 की ढेर 😡
वामपंथी विचारधारा और कुछ बड़े-छोटे दल, उच्च वर्ग को नीचा दिखाने की मंशा पालते हैं!
बुझ गया दिया निकाल गया तेल। ख़त्म हुआ कमनियुस्टो का खूनी खेल ।। urabannaxal antiindia
उसका सबसे बढ़ा पड़ाव तो उसको ख़तम करने में है, जो अब हो गया है 😂
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »