सोमवार को भारत में लगातार पाँचवे दिन भी तीन लाख से ज़्यादा नए मामले सामने आए हैं. इस समय दुनिया में सबसे ज़्यादा मामले रोज़ाना भारत में आ रहे हैं.पिछले दो हफ़्ते में भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अप्रत्याशित उछाल देखी जा रही है वहीं चीन, अमेरिका और यूरोप के कई देशों में इस दौरान कोरोना से मरने वालों की संख्या में कमी आई है.
बीबीसी के स्वास्थ्य और विज्ञान संवाददाता जेम्स गैलाघर के अनुसार स्पष्ट है कि भारत संघर्ष कर रहा है. सामने जो डर सता रहा है वो मुझे उस समय की याद दिला रहा है जब कोरोना महामारी की शुरुआत हुई थी और लोगों को इसके बारे में कोई ज़्यादा जानकारी नहीं थी. भारत की आबादी इतनी ज़्यादा है और लॉजिस्टिक की इतनी समस्या है कि सभी कोरोना मरीज़ों का टेस्ट करना और मरने वालों का सही-सही रिकॉर्ड रखना बहुत मुश्किल है. इसीलिए यूरोप और अमेरिका की तुलना में भारत में कोरोना की समस्या का सही आकलन करना बहुत मुश्किल है.ऑक्सीजन की कमी के कारण बहुत लोगों की मौत हो गई जो कि शायद बच सकते थे
लेकिन भारत की आबादी इतनी ज़्यादा है और हाल के दिनों में संक्रमितों और इससे मरने वालों की संख्या में इस क़दर इज़ाफ़ा हुआ है कि इससे दुनिया भर को चिंता हो रही है. राष्ट्रीय सीमाओं ने अभी तक इस वायरस को रोकने में कोई सफलता हासिल नहीं की है और यह व्यावहारिक भी नहीं है अगर असंभव नहीं है तो, कि यात्रा पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी जाए या फिर सीमाओं को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जाए.
जेम्स कहते हैं, "वायरस को म्यूटेट होने का जितना मौक़ा मिलेगा, उसे लोगों को संक्रमित करने का उतना ही ज़्यादा मौक़ा मिलेगा, यहा तक कि वो उन लोगों को भी संक्रमित कर सकता है जिन्होंने वैक्सीन लगवा ली है."भारत की अधिक जनसंख्या और कम जगह में ज़्यादा लोगों के रहने के कारण भी इस महामारी को फैलने में मदद मिलती है.
यूके ने वेंटिलेटर और ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर्स भेजना शुरू कर दिया है और अमेरिका ने वैक्सीन बनाने के लिए काम आने वाले कच्चे पदार्थों के निर्यात पर से पाबंदी हटा ली है जिससे एस्ट्राज़ेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड बनाने में मदद मिलेगी.दिल्ली के कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं मिलने से कई कोरोना मरीज़ों की मौत हो गईभारत सरकार ने देश भर में 500 ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट लगाने की मंज़ूरी दे दी है.दुनिया को इस वक़्त ज़रूरत है कि भारत वैक्सीनेशन की अपनी क्षमता बढ़ाए ताकि वो वायरस को दुनिया भर में फैलने से रोके.
India is capable......... Not need any kind of help
प्नधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तो कोई फिक्र नही है ।क्योकिं उन को तो उगाही का शानदार मौका मिला है ।इस आपदा कि घड़ी में भी रामदेसवरी इंजेक्शन, मैडिकल ,ऑक्सीजन व मृत शरीर कवर पर 12% Gst पर अभी भी अड़े हुए है ।फिर कैसे मान ले कि यह खतरनाक महामारी है ?
QK बादशाह को उत्सव & चुनाव बहुत पसंद है
Kyuki bharat ke p.m. ko jinta nhi h
क्योंकि तुम नही कर सकते हो इसिलए
क्योंकि पुरी दुनिया की नक्श बदलने और अच्छी राह पर चलने और चलाने की काबिलियत रखता है भारत।
इस लिए के केस देश का मुखिया खुद चिंता नही करता, व्यवस्था नही करता आयोजन, काबलियत, उस के पास बिल्कुल नही. सरकार का पैसा अपने दोस्तों को दे कर सरकार की तिजोरी खाली कर चुका है.
Kyuki, aaj hum mushkil me jarur hai per, bharat hi sabko iss mushkil se nikaal skta hai vaccine
Jaha jaha jis ke dim insaniyat jinda hain ...wo to karega ...😢
क्यों कि अंध भक्तों की संख्या यहां ज्यादा है जो इस महामारी में भी उत्सव बनाते रहते हैं
To tum krlo .. na khud kroge na kisi ko krne doge
क्योंकि हमारे देश का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी बंगाल के 8 चरणों के चुनाव में रैली को संबोधित करते समय जनसभा को संबोधित कर रहे हैं ओ- दीदी ओ- दीदी करता फिर रहा है जिसका परिणाम 2 मई को आने वाला है कमजोर दिल के व्यक्तियों को टीवी नहीं देखनी चाहिए परिणाम कुछ ऐसे..
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »