भारत-चीन सीमा तनाव: चीनी सामान बंदरगाहों पर क्यों अटके पड़े हैं?

  • 📰 BBC News Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 69 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 31%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच भारत के कई बंदरगाहों पर चीन के सामान अटके पड़े हैं और उन्हें क्लीयरेंस नहीं मिल रहा है. इनमें मेडिकल उपकरण भी हैं.

कोविड-19 एक अप्रत्याशित महामारी है. जिससे पूरी दुनिया जूझ रही है.

यही वजह है जो भारत में न सिर्फ़ मेडिकल प्रोफ़ेशनल्स बल्कि मेडिकल उपकरण आयात करने वाली कंपनियाँ समेत आम आदमी के ज़ेहन में एक ही सवाल दौड़ रहा है. कहीं भारत-चीन संबंधों में आए तनाव के असर से इन चीज़ों की कमी तो नहीं होगी?मई के पहले हफ़्ते से लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता गया और आख़िरकार 15-16 जून की रात गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच 'घंटों चली हाथापाई और गुत्थमगुत्था में 20 भारतीय सैनिकों की मौत हुई और 76 अन्य घायल हुए.

भारतीय वाणिज्य मंत्रालय के आँकड़े बताते हैं कि 2019-20 के दौरान भारत ने चीन से 1,150 करोड़ रुपए के फ़ार्मा प्रॉडक्ट्स आयात किए जिनमें बल्क ड्रग्स यानी दवा बनाने के कच्चे माल के अलावा मेडिकल उपकरण भी शामिल थे. हालाँकि, फ़ार्मा इंडस्ट्री के जानकार बताते हैं कि मेडिकल उपकरणों के आयात में चीन पर भारत की उतनी निर्भारता नहीं है जितनी बल्क ड्रग्स में है लेकिन फिर भी भारत में एसेम्बल होने वाले मेडिकल उपकरणों के लिए हार्डवेयर चिप्स, मदर बोर्ड या डिजिटल एलसीडी/एलईडी स्क्रीन जैसी छोटी लेकिन आवश्यक चीज़ें आमतौर पर चीन से आती हैं.

दूसरे, चीन से आयात करने वाले उद्योग या व्यापारी आम तौर से 70-75% प्रतिशत का एडवांस देते हैं, उसके बाद ही माल वहाँ से भारत पहुँचता है डिलीवरी के लिए. जितना ज़्यादा विलंब, भारतीय व्यापारियों को उतना ज़्यादा नुक़सान. अगर नहीं तो बैंक गारंटी के ज़रिए 'लेटर ऑफ़ क्रेडिट' जारी होता है और आयात को एकतरफ़ा निरस्त कर देने से क्रेडिट रेटिंग गिर सकती है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

पडोसी रिस्ता निभानेका इन्डियन मोडल अलग हि होता हे। नेपाल य रबैया से बार बार बाकिफ हे। प्रतिबन्ध लगानेका हिम्मत भि नहि देखासक्ते पारवहन खुला भि नहि करते। लड्ना हे हो दम दिखाके लडो नहि तो सामान उधार नहि लाया होगा। अप्नाही देशका ब्यापारीको क्यु डुबाते हो ?

सब करोना संक्रमित है

अफगानिस्तान और म्यांमार को क्यों छोड़ रहे हो

पैसा भारत के ब्यापारियों का अटका है सामान अगर सड़ भी जाता है तो चीन के एक्सपोर्टरों को कुछ भी फरक नहीं पड़ेगा

iss bich Mai sabhi cm. se yahi nivedan karta hu ki sabhi student jo room rent le ke study karte the unki rent 50% vasulne ka unke maliko ko aadesh jari kare to bahut badi rahat hogi thanks dmgonda2 AmarKMishra4 KarunaShukla333 its

भारत को सत्य सनातन हिन्दू धर्म राष्ट्र घोषित करने हेतु मन वाणी कर्म से यथाशक्ति सहयोग सुनिश्चित करें तिब्बत व पूर्ण कश्मीर सहित अखंड भारत सुनिश्चित करें

Thanks Sir for Support us.

देश चाइनीज प्रोडक्ट्स को बैन करने का प्लान बना रहा था। तभी पता चला 'पीएम केयर फंड' को चाइनीज ही केयर कर रहे हैं।

बीबीसी के दल्ले अटैक पड़े हैं

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 18. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

चीन से बातचीत के साथ सैन्‍य कार्रवाई के विकल्‍प पर विचार कर रहा भारतIndia News: Ladakh Face off: भारत और चीन के बीच लद्दाख में वास्‍तविक न‍ियंत्रण रेखा पर सैन्‍य तनाव जारी है। इस बीच सरकार के अंदर अब यह आम राय बनती जा रही है क‍ि भारत को बातचीत जारी रखना चाहिए लेकिन ड्रैगन से 'लड़ाई' के ल‍िए भी तैयार रहना चाहिए। अति उत्तम ऐवं वंदनीय चीन के साथ तो एक बार युद्ध जरूर होना चाहिए विकल्प नहीं संकल्प करो
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

भारत-चीन विवाद के बीच टोक्यो में जिनपिंग के खिलाफ विरोध प्रदर्शनटोक्यो में शिबुया स्टेशन के पास हाचिको की प्रतिमा के सामने खड़े होने वालों में जापानी, भारतीय, ताइवानी, तिब्बतीयन और कई अन्य देशों के मानवाधिकार कार्यकर्ताओं शामिल थे. ये सभी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की विस्तारवादी सोच के खिलाफ सड़क पर उतरे थे. manjeetnegilive Good work manjeetnegilive Ye sab indian hai right manjeetnegilive सर आप लोग से एक नीवेदंन हे आप लोग सब कि मदद करते हैं आप कभी सरकार से पुछीए कि दीलली में रहने बाले किरायेदार बिजली बील कहा से भरे जो आपने परीवार को भर पेट खाना नहीं खीला रहा हे
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

भारत चीन सीमा विवाद: तिब्बत में मार्शल आर्ट ट्रेनर क्यों भेज रहा है चीन?चीन का कहना है कि वह अपनी सेनाओं को प्रशिक्षण देने के लिए बीस मार्शल आर्ट ट्रेनर तिब्बत भेज रहा है. Chinese suffered heavy casualties with many PLA soldiers with broken necks. चीन का फोन आया था क्या तुम्हें 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂 पत्थरबाज होंगे ।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

5 दिन में BRO ने फिर खड़ा किया भारत-चीन सीमा के पास टूटा बेली ब्रिजदेहरादून। उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में भारत-चीन सीमा के पास ओवरलोड ट्रक के गुजरने से भरभराकर ढह गए बेली ब्रिज को सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organisation) ने केवल 5 दिन में दोबारा बना दिया।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

चीन से तनाव के बीच आई खबर, 27 जुलाई तक छह राफेल लड़ाकू विमान पहुंचेंगे भारत!दुश्मन की अब खैर नहीं, 27 जुलाई तक छह राफेल लड़ाकू विमान पहुंचेंगे भारत! Rafale IndiaFrance IndiaChinaTension GalwanValley कौन दुश्मन .. राहुल गांधी ? उसके लिये रफाइल, जिंगपिंग को स्माइल 😂😂 kya ye make in India ka hissa hian ya made in India hain ?
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

रक्षा बजट के मामले में भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर, कहां है चीन?चीन ने गलवान घाटी (India-China tension) में धोखे से रात के समय भारतीय सैनिकों पर हमला किया, जिसमें देश के 20 जांबाज शहीद हो गए। इस घटना के बाद वह वापस बातचीत की राह पर आगे बढ़ता है और LAC पर नई जगह अपने सैनिकों को भारतीय सीमा की ओर बढ़ने का आदेश देता है। इसके अलावा वह पाकिस्तान और नेपाल को मदद कर भारत को उकसाने में लगा हुआ है। झूट वो भी ओपनली तभी तो कर रही मदद केन्द्रीय सरकार विदेश से , शस्त्र ही नहीं ! चीन लिऐ! टिड्डों लिऐ , संसाधन भी मंगाऐ है! शिकार समय - वाॅशरूम जाती है सरकार!!
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »