भगवान शिव और विष्णु को करना है प्रसन्न तो इस गुफा में लगाएं ध्यान, सप्त ऋषियों को मिली थी सफलता

  • 📰 News18 Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 24 sec. here
  • 21 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 79%
  • Publisher: 51%

झिलमिल गुफा समाचार

उत्तराखंड को देवों की भूमि,ऋषिकेश भी एक पावन तीर्थ स्थल,प्राचीन मंदिर व घाट

झिलमिल गुफा ऋषिकेश से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक प्राचीन गुफा है. जिसका इतिहास काफी पुराना है. इस गुफा में कई प्रसिद्ध साधुओं ने तपस्या की है. साथ ही कई देवों ने इस गुफा में दर्शन भी दिए हैं.

उत्तराखंड को देवों की भूमि कहा जाता है. यहां कई सारे प्रसिद्ध मंदिर स्थापित है. वहीं उत्तराखंड में ही स्थित ऋषिकेश भी एक पावन तीर्थ स्थल है. जोकि यहां स्थापित प्राचीन मंदिर व घाट ों के लिए मशहूर है. देश विदेश से लाखों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं. वहीं यहां के मंदिर और घाटों के साथ ही यहां की प्राचीन गुफाएं भी काफ़ी मशहूर हैं. उन्हीं में से एक गुफा के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. इस गुफा का नाम है झिलमिल गुफा .

इस जगह पर स्वयं भगवान शिव और बाबा गोरखनाथ ने एक साथ दीर्घ काल तक योग चर्चा की थी. धीरू ने बताया कि इस गुफा को भक्त ध्रुव और सप्तऋषियों की तपोस्थली भी कहा जाता है. इस गुफा का निर्माण किसी मानुष द्वारा नहीं किया गया है. ये गुफा प्राकृतिक गुफा है. जिसका इतिहास सतयुग काल का बताया गया है. इस गुफा में भक्त ध्रुव की घोर तपस्या देख भगवान विष्णु ने उन्हें दर्शन दिए थे. इसके साथ ही भगवान शिव ने यहां दर्शन दिए हैं. उन्होंने बताया कि यह कई ऋषि मुनियों की तपोस्थली है.

उत्तराखंड को देवों की भूमि ऋषिकेश भी एक पावन तीर्थ स्थल प्राचीन मंदिर व घाट लोकल 18 धर्म 18 पौराणिक मान्यता पर्यटन स्थल भक्त ध्रुव और सप्तऋषियों की तपोस्थली भगवान शिव और विष्णु होंगे प्रसन्न Jhilmil Cave Uttarakhand Is The Land Of Gods Rishikesh Is Also A Holy Pilgrimage Site Ancient Temples And Ghats Local 18 Religion 18 Mythological Beliefs Tourist Places Devotees Of Dhruv And Saptarishis Lord Shiva And Vishnu Will Be Happy

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 13. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

ऋषिकेश के इस झिलमिल गुफा में सप्त ऋषियों ने की थी तपस्या, यहीं पर भगवान शिव और विष्णु ने दिए थे दर्शन !ऋषिकेश: उत्तराखंड को देवों की भूमि कहा जाता है. यहां कई सारे प्रसिद्ध मंदिर स्थापित है. वहीं उत्तराखंड में ही स्थित ऋषिकेश भी एक पावन तीर्थ स्थल है. जोकि यहां स्थापित प्राचीन मंदिर व घाटों के लिए मशहूर है. देश विदेश से लाखों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं. वहीं यहां के मंदिर और घाटों के साथ ही यहां की प्राचीन गुफाएं भी काफ़ी मशहूर हैं.
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »

Shiv Chalisa: भगवान शिव की पूजा के समय जरूर करें इस चालीसा का पाठ, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्यसनातन शास्त्रों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए जलाभिषेक का विधान है। ज्योतिषियों की मानें तो शिववास योग में भगवान शिव का अभिषेक करने से साधक को सभी प्रकार के शुभ कार्यों में सफलता मिलती है। साथ ही घर में सुख और समृद्ध आती है। भगवान शिव के प्रसन्न होने पर कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत होता...
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

Bhog Niyam: भगवान को भोग चढ़ाने के बाद मंदिर में कितनी देर तक रखना चाहिए, जानें क्या कहता है नियमअगर आप भी रोज घर या मंदिर में भगवान को नैवेद्य और भोग लगाते हैं तो इन खास बातों का आपको ध्यान रखने की जरूरत है.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

Budh Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत में जरूर करें भगवान शिव की ये आरती, जीवन में होगा खुशियों का आगमनसनातन धर्म में सभी पर्व और व्रत का संबंध किसी न देवी-देवताओं से है। ऐसे में प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है। इस व्रत को करने से महादेव प्रसन्न होते हैं। यदि आप भी अपनी मनोकामनाएं पूरी करना चाहते हैं तो प्रदोष व्रत पर सच्चे मन से भगवान शिव की आरती करें। इससे प्रभु प्रसन्न होते हैं और जातक के जीवन में खुशियों का आगमन होता...
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

Jyeshtha Purnima 2024 Date: कब है ज्येष्ठ पूर्णिमा? जानें तिथि, मुहूर्त और महत्वJyeshtha Purnima 2024 Date: जून के मध्य में ज्येष्ठ पूर्णिमा पड़ रही है। इस दिन चंद्र देव के साथ मां लक्ष्मी, विष्णु जी और शिव जी की पूजा करने का विधान है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: बीजेपी के काम नहीं आया मंदिर मुद्दा, तीसरी बार उतारे उम्मीदवारों को भी जनता ने नकाराइस बार बीजेपी ने फैजाबाद लोकसभा सीट से लल्लू सिंह को उतारा था। 2014 और 2019 में लगातार जीतने वाले लल्‍लू स‍िंह को इस बार हार का सामना करना पड़ा है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »