मंगलवार को कांग्रेस सांसद एम. टैगोर और राजद सांसद मनोज झा ने संसद में स्थगन प्रस्ताव दिया है और बैंक कर्मचारियों की मांग पर चर्चा करने को कहा है.बता दें कि शनिवार, रविवार को बैंक छुट्टियों की वजह से बंद थे. और अब सोमवार-मंगलवार का दिन हड़ताल में चला गया, ऐसे में बैंकों की लगातार चार दिन छुट्टी हो गई, जिसके कारण आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है.
दरअसल, केंद्र सरकार लगातार विनिवेश की ओर कदम बढ़ा रही है. यही कारण है कि बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने IDBI बैंक और अन्य दो बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव रखा था. बैंक यूनियन इसी का विरोध कर रहे हैं. बैंक यूनियनों के मुताबिक, दो दिन की इस हड़ताल में करीब दस लाख बैंक कर्मचारी शामिल हुए हैं. भारतीय स्टेंट बैंक ने अपने कर्मचारियों को हड़ताल को लेकर चेताया था. हालांकि, इनसे इतर प्राइवेट बैंक इस दौरान काम करते रहे थे.
बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान बैंक ऑफिस में पैसे जमा करने, निकालने, चेक जमा करने जैसी सुविधाएं पूर्ण रूप से बंद रही थीं. हालांकि, एटीएम सुविधा या ऑनलाइन पेमेंट की सुविधाएं लगातार चल रही थीं.
राम राज्य चल रहा हे , हर कोई हड़ताल कर रहा हे , इस से पहले तो किसि कि हिम्मत नहीं हुए , राम राज्य मे हर कोई अपनी मन मानी करता हे
Now they will get what they deserve. Talent shines and pays in private sector,
Dam chaiya asa fasla lena ka liya selute hai government ko
बैंक कर्मचारी नोटबंदी के वक्त खामोश थे. ये इस मुगालते में थे कि सरकार केवल दूसरों का नुकसान करेगी, वो तो दामाद हैं. अब उन तक आग पहुंची है तो छटपटा रहे हैं, चिल्ला रहे हैं. वरना देश में कुछ भी बिकता रहे, कुछ भी नुकसान होता रहे, ये वर्ग हमेशा खामोश रहता है.
Against privatization
अब बैंक कर्मचारी भी देश द्रोही 😁
बैंकों के निजीकरण का समर्थन! मुझे २५०००/- की एफडी (FD) बनवाने के लिए केनारा बैंक, मथुरा के स्टाफ ने चार चक्कर लगवा दिए। मैनेजर से बैंक ऑफिसर शिकायत की तो बोला सॉफ्टवेयर की प्रॉब्लम है, वर्क लोड ज्यादा है..दस बहाने। जबकि निजी बैंक में तुरन्त काम हो जाता है..केवल निजीकरण ही समाधान।
मज़ा आ रहा है अंधभक्तो
जब तक दवाई नहीं तबतक ढिलाई नहीं । लगातार हाथ धोते रहिये । कभी नौकरी से, कभी सैलरी से, कभी पेंशन से, कभी बिजनेस से !! सरकार आपके साथ है 😜
Aur kr v kya kr sakti hai issdesh mein janta k pass v hak hona chaiye ki wo sarkar ko gira sake
एक दिन बिकाऊ मिडीया जो सरकार की भड़वागिरी कर रहें है उनको भी हड़ताल करनी पड़ेगी । तब किसको देशद्रोही कहेंगे ये बिके चैनल
जल्द से जल्द हो बैंकों का निजीकरण
Phir bhi modi kese har jagah jeet jata hai ye bahut bada sawal h chunaav ayog pe bharosa nhi hai 😞
प्राईवेट होने पर काम ज्यदा करना पड़ेगा!! तन्ख्वाह कम रहेगी और लेटलतीफी ज्यदा नही चलेगी !! ग्राहको को हड़का नही सकेंगे!! और कार्य सही ढंग से करेंगे!! सरकारी मे कुछ भी हो वेतन ज्यदा काम कम और लालफितासाही रहेगी!!
बैंक कर्मचारी अगर आप लोन लेने जाते हैं तो ऐसे बात करते हैं कि लगता है की कमाई करके गरीब जनता को रखने को दिया है अगर एक लाख का लोन है तो उसमें कहता है 20 परसेंट मैं लूंगा तो वह 20 परसेंट का किसत भोली भाली जनता भरती है
अब बोलीये मै भी चौकीदार
Nijikaran se dikkat kya he inko naukari to kahi ja nahi rahi inki bas time2time kam karna padega janta se juk ke namr hoke bat karna padega manmani band hogi itne bar ke liye strike kar rahe kamchor lodu😂😂
अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करना ठीक है लेकिन इस सरकारी कर्मचारिओं को ग्राहकों के प्रति आपने ब्यवहारो में भी बदलाव लाना चाहिए।
बहुत जरूरी है बैंक को निजी करण करना गरीब जनता ना तो कुछ बैंक से ले पाता है ना बैंक के सामने कुछ बोल पाता है उसे ऐसे धक्का दिया जाता है जैसे कि वह बैंक लूटने आया है इस बैंक के निजी करण में सबसे अब्बल नंबर में एसबीआई है उसका एक भी स्टाफ ऐसे जनता को भगाता है जैसे लगता है उसके बापका
Lal kila pad jhanda garo.. Road block karo.... Tikait terrorist ki tarah...
जितने भी बैंक कर्मचारी हड़ताल पर हैं सभी को नौकरी से निलंबित कर कर नए लोगों को रखा जाए ये जितने भी कर्मचारी हैं यह सब जनता का पैसा खा खा कर मोटा हो गया है इसे बाहर का रास्ता दिखाया जाए जितने भी बैंक कर्मचारी हैं उससे मेरा एक सवाल है कितने लोग गरीब जनता से ठीक तरीके से बात किए हैं
उत्तर प्रदेश मे दिसंबर 2016 मे 12460_शिक्षकभर्ती आयी जिसमे लगभग 5000 को नियुक्ति पत्र दिया गया और 24_शून्य_जनपद के लगभग 7000 चयनित लोगों को अभी तक नियुक्ति पर रोक है. r9_tv basicshiksha_up CMOfficeUP myogioffice drdwivedisatish yuvahallabol UPGovt
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