बिहार: चमकी बुखार से 22 दिन में 57 बच्चों की मौत, अस्पताल पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 65 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 29%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

बिहार में इंसेफेलाइटिस से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है.

बिहार में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. चमकी बुखार को मेडिकल भाषा में Acute Encephalitis Syndrome कहा जाता है. इस बीमारी से पिछले 20 से 22 दिनों में 57 बच्चों की मौत हो चुकी है. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने ये जानकारी दी है.

रिपोर्ट के मुताबिक 46 बच्चों की मौत मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में हुई, जबकि 8 बच्चे केजरीवाल हॉस्पिटल में मरे हैं. 3 बच्चों की मौत दूसरे अस्पतालों में हुई है. बच्चों की मौतों पर घिरती नीतीश सरकार अब एक्शन में आ गई है. शुक्रवार सुबह स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचे और इंसेफेलाइटिस वार्ड का निरीक्षण किया.

Bihar Health Minister Mangal Pandey visited Sri Krishna Medical College and Hospital in Muzaffarpur, early morning today. Death toll due to acute encephalitis syndrome is 54 . pic.twitter.com/lG5Wyv2HKh — ANI June 14, 2019 स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि डॉक्टरों को सारे निर्देश दिए गए हैं और बच्चे की विशेष निगरानी की जा रही है. बता दें कि मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में इस बीमारी से पीड़ित बच्चों का मुख्य रूप से इलाज चल रहा है. बता दें कि चमकी बुखार के लक्षणों में लगातार तेज बुखार चढ़े रहना, बदन में ऐंठन, दांत चढ़े रहना, सुस्ती और कमजोरी शामिल है.

चमकी बुखार के चपेट में गरीब परिवारों के बच्चे आ रहे हैं. मृतक बच्चों में से अधिकांश की आयु 1 से 7 वर्ष के बीच है. गौरतलब है कि इस बीमारी के लक्षणों और कारणों का देश के विशेषज्ञ अध्ययन कर चुके हैं. दिल्ली के नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के विशेषज्ञों की टीम और पुणे के नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वायरोलॉजी की टीम भी इस बीमारी पर रिसर्च कर रही है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Now where sushasan babu

मीडिया बंधु जागो सिर्फ राजनीतिक डिबेट मत करो वहां की स्थिति वहां की व्यवस्था कितनी खराब है यह देखिए एक बेड पर दो दो बच्चों का इलाज चल रहा है यह इस साल नहीं ऐसा प्रत्येक साल होता है हमारे नितीश बाबू सिर्फ सोचते ही रहते हैं

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

बिहार में इंसेफेलाइटिस से अब तक 47 बच्चों की मौत, 100 से अधिक एडमिटबिहार के मुजफ्फरपुर में इंसेफेलाइटिस से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ गया है. सिविल सर्जन डॉ. शैलेष प्रसाद सिंह की माने तो अभी तक 47 बच्चों की मौत हो चुकी है. बिहार में कहां हुआ है यह हादसा बताएं वहां की सरकार गहरी नींद में है क्या गोरखपुर और आसपास मे myogiadityanath जी के टीकाकरण अभियान से काफी फर्क पडा़, अब बिहार मे भी अभियान चलना चाहिए कयोंकि यह बहुत ही अफसोसजनक है! NitishKumar JPNadda
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

किर्गिस्तान: बिश्केक में शादी से पहले राष्ट्रीय स्मारक पर दूल्हा-दुल्हन लेते हैं आशीर्वादधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13-14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुचेंगे. इस बैठक पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं. पीएम मोदी के पहुंचने से पहले एबीपी न्यूज़ इस पूरे कार्यक्रम की कवरेज के लिए बिश्केक पहुंच गया है. आज हम आपको किर्गिस्तान की बेहद रोचक परंपरा के बारे में जानकारी दे रहे हैं. यह परंपरा किसी जाति या धर्म से जुड़ी नहीं है बल्कि राष्ट्रीय अस्मिता से जुड़ी हुई है. दूल्हा-दुल्हन की गाड़ी के लिए ऐसी अनोखी कार का इस्तेमाल किया जाता है. इसी कार से नया जोड़ा विक्ट्री मेमोरियल आता है. आशीर्वाद लेने के बाद दूल्हा दुल्हन को गोद में उठा कर कार तक ले जाता है. स्थानीय लोगों के अनुसार यह परंपरा बताती है जाति धर्म से अलग देश की पहचान होती है. इसीलिए नए जोड़े यहां आते हैं और उन लोगों को याद करते हैं जिन्होंने जाति धर्म से ऊपर उठ कर इस जमीन के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी.
स्रोत: ABP News - 🏆 9. / 59 और पढो »

क्या बिहार के मंत्री अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी नहीं सुनते? इस बात से उठ रहे सवाल...उत्तर बिहार में हर साल गर्मियों में चमकी यानी दिमागी बुखार (एईएस) की बीमारी बच्चों पर काल बनकर टूटती है. मुजफ्फरपुर जिले में यह बीमारी खतरनाक रूप धारण कर चुकी है. बीते एक हफ्ते के भीतर चमकी बुखार से 47 बच्चों की मौत से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है, लेकिन बिहार के स्वास्थ्य मंत्री को अब तक मुजफ्फरपुर का दौरा कर इन चीजों का जायजा करने का टाइम ही नहीं मिला है. manishndtv Arrey bhai thoda time bengal pe bhi diya karo. Saara time bihar aur NitishKumar pe hi Itni mohanbat RCP_Singh alok_ajay Jduonline manishndtv मुख्यमंत्री जी खुद किसी कि नही सुनते हैं तो इनका कौन सुनेगा।।।। manishndtv NDTV पूरा जोर लगा रहा है JDU को NDA से बाहर करने में ।। फ़र्ज़ी खबरें खूब चला रहा है , अभी दो चार दिन से शिवसेना से भी अनबन की खबर चला रहा था। भई बेइज़्ज़ती की हार हुई है इनके मालिको की, बदला तो लेगा ही ।।
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

बिहार में इंसेफ्लाइटिस का कहर, 10 दिन में 31 बच्चों की मौत2 जून के बाद से इंसेफ्लाइटिस के 86 मामले सामने आए हैं. इनमें 31 बच्चों की मौत हो गई. जबकि जनवरी से लेकर 2 जून तक 13 मामले सामने आए थे, जिसमें 3 की मौत हो गई थी. दुखद,सरकार अबिलम्ब निदान निकाले।जय हिंद javab dehi taye ho or jo bhi Dr, kashurwar ho inhe jail me dala jaye ye kya mazak chal raha he ye khabar Sharam se dub marne wali he ye he naya Bharat jaha log ilaaj ke abhav se mar rahe ho jai hind 🇮🇳🙏 डाक्टरों को पीटो,सूली पर चढ़वा दो
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

चमकी बुखार से बिहार में हाहाकार, जानिए क्या हैं इसके लक्षण और उपचारइस खतरनाक बुखार की चपेट में आए अब तक करीब 14 मासूम अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं, 38 की नाजुक हालत बनी हुई है. Very sad नीतीश कुमार सदस्यता अभियान में व्यस्त है मुस्लिम तुष्टीकरण में व्यस्त है धारा 370 में व्यस्त है बीमारी से क्या मतलब नीतीश कुमार को Nobody is ready to think about common man
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

गुजरात तट से नहीं टकराएगा चक्रवात ‘वायु’ लेकिन खतरा बरकरार, बिहार, झारखंड, यूपी में चलेगी आंधीCyclone Vayu: मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात ‘वायु’ के रास्ता बदल लेने के बावजूद गुजरात के तटीय क्षेत्रों के लिए तूफान की गंभीरता एक खतरा बनी हुई है. मोदी जी का कमाल ,गुजरात सेफ Om namo shivai
स्रोत: ABP News - 🏆 9. / 59 और पढो »