बिहार: बक्सर जिले में गंगा नदी में उतराते दिखे 12 शव, जानिए पूरा मामला

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 49 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 23%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

बिहार: बक्सर जिले में गंगा नदी में उतराते दिखे 12 शव, जानिए पूरा मामला Bihar DeadBody Ganga NitishKumar Buxar

नदी में 10-12 शव उतराते देखे गए थे। ऐसा लगता है कि ये शव पांच-सात दिन से नदी में हैं। हमारे यहां शव को नदी में बहाने की प्रथा नहीं है हम अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहे हैं।

एसडीओ उपाध्याय ने कहा कि यह जांच का विषय है कि ये शव कहां से आए। उन्होंने अंदेशा जताया कि ये शव वाराणसी प्रयागराज या किसी अन्य स्थान से आए हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम घाट के आसपास के इलाकों के पास तैनात अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए अलर्ट कर रहे हैं कि ऐसा दोबारा न हो। नदी में 10-12 शव उतराते देखे गए थे। ऐसा लगता है कि ये शव पांच-सात दिन से नदी में हैं। हमारे यहां शव को नदी में बहाने की प्रथा नहीं है हम अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहे हैं।एसडीओ उपाध्याय ने कहा कि यह जांच का विषय है कि ये शव कहां से आए। उन्होंने अंदेशा जताया कि ये शव वाराणसी प्रयागराज या किसी अन्य स्थान से आए हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम घाट के आसपास के इलाकों के पास तैनात अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए अलर्ट कर रहे हैं कि ऐसा दोबारा न...

It is a matter of investigation to ascertain if these corpses come from Varanasi, Allahabad, or any other place. We are alerting officials near ghat areas to make sure that it does not happen again: Buxar SDO, KK Upadhyay

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

बक्सर: कोरोना काल में गंगा में बह रही लाशों के पीछे जुड़ी है वर्षों पुरानी परंपराबिहार के बक्सर से कोरोना काल की सबसे भयानक तस्वीर आई, जहां गंगा नदी के महादेवा घाट के पास करीब 40 लाशें तैरती दिखाईं दीं. माना जा रहा था कि कोरोना की इस महामारी में लोग अपनों का अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहे हैं, इसलिये लाशों को गंगा नदी में फेंक रहे हैं, लेकिन इसके पीछे की कहानी कुछ और ही है. sujjha गुलामी को सलाम ,गुलाम हो तो आ.....जेसा sujjha जो कुछ छुपाना हों छुपा लो ये सब ऊपर वाला देख रहा है sujjha Bas ab e hi sun na baki tha .....parampara wahhhh.......kitna giroge niche or
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

बिहार: बक्सर के चौसा में 71 संदिग्ध कोरोना शवों को गंगा नदी से निकाला गयाबक्सर पुलिस ने बताया कि इसमें से कुछ शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है और कुछ की अभी कोरोना टेस्टिंग की जानी है. ज़िला प्रशासन के अधिकारियों ने ये भी कहा कि ऐसा हो सकता है कि ये शव पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के वाराणसी और इलाहाबाद जैसे शहरों से बहकर आए हों. उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में यमुना नदी में भी शव मिले हैं. प्रशासन ने कहा कि मौतें कोविड से नहीं हुई हैं. 🥺 Jaha pr BJP sarkar hai sab state ka ye hi haal ho raha hai bjp bhagao jaan bachao Good work 👍
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

बिहार में गंगा किनारे 40 से अधिक लाशें मिलने का क्या है मामला - BBC News हिंदीबक्सर ज़िले में एक श्मशान घाट के पास गंगा नदी में कम से कम 40 लाशें पाई गई हैं. इस देश में और क्या देखा जाना बाकी है। सरकार इतनी असंवेदनशील है और लोगों का दिल मर चुका है।BJPFailsIndia BjpDestroyedIndia कोई अच्छी न्यूज़ भी दिखाया कर बीबीसी केवल समाज मे नफरत के बीज फैलाता है तू🚩🚩🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌶️🌹 बकवास कही की फोटो कही पेल देते हो तुम लोग तुम्हारी विश्वसनीयता अब जीरो हो गयी है
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 10,174 नए मामले, अबतक 3357 लोगों की मौतबिहार में लॉकडाउन हुए 6 दिन हो गए हैं. इस बीच कोरोना संक्रमण की रफ्तार करीब 5 फीसदी कम हुई है. इससे लगता है कि अगर लॉकडाउन पहले लगाया जाता तो संक्रमण इतना नहीं फैलता और सरकार की इतनी फजीहत नहीं होती.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

बिहार-यूपी में नदियों में तैरतीं अधजली लाशें और दुर्गंध से बेहाल लोग - BBC News हिंदीबिहार के साथ-साथ अब उत्तर प्रदेश में भी नदियों से अधजली लाशें मिलने का मामला सामने आया है. अगर यही लाशें बंगाल में मिलती तो मीडिया अब तक घुंघरू तोड़ चुकी होती नाच नाच के और बंगाल में राष्ट्रपति शासन लग जाता मोदी जी के अदूरदर्शिता के कारण तथा उनकी गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश की जनता इतनी गरीब हो गई है कि उनके पास अपने परिजनों के न तो सही इलाज कराने के पैसे हैं और न ही शव को हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार करने का भी पैसा हैं। क्या यही अच्छे दिन है मोदी जी?
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »