मेट्रो ट्रेन खुद ही डिपो में लाइट, एयरकंडीशन, अनाउंसमेंट सिस्टम ठीक है या नहीं, यह चेक किए जाने के बाद मेन लाइन पर आकर खुद दरवाजे खोलेगी. अनाउंसमेंट करेगी और क्लोजिंग टाइम पर वापस डिपो पहुंचेगी. यही काम पहले ट्रेन ड्राइवर करता था, जिसे अब तय समय पर ट्रेन खुद कर लेगी.
आम मेट्रो ट्रेन में ऑपरेट करने से पहले ट्रेन ऑपरेटर या ड्राइवर ब्रेक लाइट अनाउंसमेंट सिस्टम सब कुछ खुद से चेक करता था और इसमें आधे घंटे से ज्यादा का वक्त लगता था. ड्राइवरलेस ट्रेन की हर फीड सीसीटीवी में लाइव रिकॉर्ड होगी. जिन ट्रेनों को ड्राइवर ऑपरेट करता है, वो पूरी ऑटोमेटेड होती है लेकिन ड्राइवरलेस नहीं होती. इसमें ट्रेन स्टार्ट करना और डोर ओपन-क्लोज ड्राइवर ही करता है. अब ये काम भी ऑटोमेटेड हो गए हैं.
Ramkinkarsingh सर मैं और मेरी पत्नी 100% दृष्टिहीन है और एक रियल एस्टेट कंपनी ने मकान की रजिस्ट्री में देरी के लिए 512500रु. का ब्याज लगाया है किंतु देरी का मुख्य कारण कोरोना और सम्पत्ती के मूल दस्तावेज सम्पत्ती के स्थान पर ना होना है, करपीया इस आर्थिक शोषण से बचाने की कृपा करें। PM Modi Ji.
Ramkinkarsingh Main nahin baithunga isme