के सैंपल से जीवित वैरिएंट को पृथक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके बाद ही चिकित्सीय अध्ययन शुरू हो सकेगा।
महाराष्ट्र और हैदराबाद के दो मरीजों के सैंपल से वायरस को पृथक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके बाद वैज्ञानिकों ने सीरियाई चूहों के दो समूहों पर अध्ययन की तैयारी की है। एक समूह के चूहों को कोवाक्सिन व कोविशील्ड वैक्सीन की खुराक भी दी है। अब वैज्ञानिक तीन तरह से ओमिक्रॉन का असर जानना चाहते हैं। पहला ओमिक्रॉन की गंभीरता पता चलेगी। दूसरा यह कि डेल्टा व ओमिक्रॉन के प्रभावों में क्या समानताएं हैं? तीसरी जानकारी मिलेगी कि वैक्सीन की दोनों खुराक लेने वालों में ओमिक्रॉन का क्या प्रभाव हो सकता है?वैज्ञानिक ने बताया कि पिछले साल जयपुर में संक्रमित मिले इटली के नागरिकों से सैंपल लिया और इसी से कोवाक्सिन की खोज हुई थी। अब ओमिक्रॉन को लेकर अध्ययन किया जा रहा है। दो सप्ताह में प्रारंभिक आंकड़ें मिलना शुरू हो जाएंगें और चार सप्ताह में तस्वीर...
अब वैज्ञानिक तीन तरह से ओमिक्रॉन का असर जानना चाहते हैं। पहला ओमिक्रॉन की गंभीरता पता चलेगी। दूसरा यह कि डेल्टा व ओमिक्रॉन के प्रभावों में क्या समानताएं हैं? तीसरी जानकारी मिलेगी कि वैक्सीन की दोनों खुराक लेने वालों में ओमिक्रॉन का क्या प्रभाव हो सकता है?वैज्ञानिक ने बताया कि पिछले साल जयपुर में संक्रमित मिले इटली के नागरिकों से सैंपल लिया और इसी से कोवाक्सिन की खोज हुई थी। अब ओमिक्रॉन को लेकर अध्ययन किया जा रहा है। दो सप्ताह में प्रारंभिक आंकड़ें मिलना शुरू हो जाएंगें और चार सप्ताह में तस्वीर...
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