बलात्कार के मुक़दमे अक्सर पीड़िता के लिए थकाने वाले और मनोवैज्ञानिक रूप से तोड़ देने वाले ज़ुल्म की तरह होते हैं. ये उन्हें इंसाफ़ की लड़ाई लड़ने से हतोत्साहित करने के तरीक़े हैं. छह साल से इंसाफ़ की लड़ाई लड़ रही एक बलात्कार पीड़ित का कहना है कि पूरी प्रक्रिया ऐसी बनाई गई है कि पीड़िता को बार-बार ये एहसास हो कि काश उसने आवाज़ न उठाई होती.
अब से कुछ महीने पहले इसी साल सितंबर में 23 साल की एक क़ानून की छात्रा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. उसे अदालत ने जेल इसलिए भेजा क्योंकि उसने केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी बीजेपी के एक पूर्व केंद्रीय मंत्री और नेता चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाया था. वहीं, बलात्कार के आरोपी नेता इस वक़्त ज़मानत पर हैं. इस पीड़िता के पिता ने बीबीसी से कहा, ''हम पर केस वापस लेने का भारी दबाव बनाया जा रहा है. हमारी तो ज़िंदगी ही ख़त्म हो गई.''
Bjp govt is rapist sansad and vidhayak
पीड़ित और प्रताड़ना झेलती महिलाओं की वेदना और भविष्य को दृष्टि गत रखते हुए शीघ्र निर्णय देने की व्यवस्था बनाई जानी चाहिए एफआईआर के पश्चात न्यायालय में चालान प्रस्तुत करने के लिए समय का निर्धारण और निर्णय की समयसीमा महिलाओं की जिंदगी में नवजीवन के अवसर देगें
न्यू इंडिया है, इंसाफ की बात कर रहें है यहा तो बलात्कारी के समर्थन में रैली निकली है !
Kanoon bhut slow hai
Humara system justice k liye kaam nahi karta hai , Humara system apne vote banane or jhoote vaade or dilase dene me laga rahata hai , Justice , development , unemployment , security , good governance k liye kisi par time nahi hai.... Jai hind jai bharat....
ताकि बलात्कार करने के लिए और ज्यादा लोगों को प्रेरणा मिलती रहे।
ArunJai77561638 सिस्टम गंदा
Because MODI he to mumkin he
पुलिस किसी प्रदेश की हो नहीं करती सामान्य काम भी इसी सप्ताह हमारे ADJ ने बड़ी नराजगी बताई कि 3-4आरोपी होते बचा गई पुलिस 6-7माह पहले बच्ची से मेंभी मेडिकल परे कर जैसे फिर वकील किताब बनाते बयान की मेडिकल साथ महिला कथन ऐक लाईन ईसने किया पर सजा हो!
Sahab ye new india hei isliye der lag rha hei
बलात्कार पीड़ित को इंसाफ जल्द से जल्द मिलना चाहिये !!
Kyo ki bbc bachane a jati h
हेदराबाद बलात्कार- एनकाउंटर निर्भया केस- फांसी उन्नाव- उम्रकैद
Q ki bbc jaise manvta vadi ... Green shit eater Apradhiyo ka interview leke unhe justify krte hai
क्यों कि कानून बनाने वालों में ज्यादातर अपराधी है जो खुद और अपनी बिगड़ी हुयी औलाद न फंस जाय इसलिए कानून में छेद रखते हैं जिनका फायदा पैसे के पुजारी वकिल गुनहगारों को दिलाते हैं इसलिए गुनहगारों को कानून का डर नहीं लगता है और बेखौफ अपराध करते रहते हैं।
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