बरेली में शिक्षा विभाग का कारनामा, 15 अगस्त को बताया गणतंत्र दिवस, लेटर हुआ वायरल, अफसराें ने दी सफाई बोले- मुख्यालय से जारी हुआ था पत्र

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बरेली में शिक्षा विभाग का कारनामा, 15 अगस्त को बताया गणतंत्र दिवस, लेटर हुआ वायरल... UttarPradesh Bareilly

बेसिक शिक्षा विभाग ने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम जारी करते हुए बड़ी चूक कर दी। 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस को गणतंत्र दिवस घोषित कर दिया। ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के आयोजनों के लिए ये लेटर जल्द ही इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने लगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने वायरल लेटर के बारे में कहा कि ये राज्य मुख्यालय से जारी हुआ था। इसका स्थानीय विभाग के अधिकारियों से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि से लेटर पर नीचे उनके हस्ताक्षर भी मौजूद...

देश के भविष्य को सही राह दिखाने की जिम्मेदारी उठाने वाला शिक्षा विभाग स्वतंत्रता दिवस पर घिर गया। बेसिक शिक्षा विभाग ने एक लेटर जारी किया। जिसमें सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में ध्वजारोहण, राष्ट्रगान और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए कहा गया था। लेकिन संदर्भ गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी का दिया था।इसमें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर भी है। स्कूलों में लेटर पहुंचने के बाद चूक शिक्षकों ने ही पकड़ी। थोड़ी देर में लेटर की कापी वायरल होने लगी। जिसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से सफाई भी आई कि...

दो दिन पहले ही आनलाइन पढ़ाई के मामले में सूबे में बरेली चौथे पायदान पर रहा। शनिवार को मुख्यालय से जारी लेटर में चूक के बाद सवाल उठने लगे हैं। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी विनय कुमार ने बताया कि गलत लेटर जारी होने में स्थानीय स्तर के अधिकारी दोषी नहीं है। बल्कि यह लेटर मुख्यालय से जारी हुआ था। लेकिन अब नया लेटर जारी कर दिया गया है।

 

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Ye typest se ispe sign karne wale dono adhikariyoun ko suspend nhi dismiss kiya jaey

आरक्षण से पास हुए हैँ क्या?

😀😀😀😀😃

शिक्षा_विभाग ( seceduup & basicshiksha_up ) के कारनामों के लिये कृ0 हमारे ट्वीट्स देखें ।

सब सोते रहते हैं यहां सिर्फ निगरानी शिक्षकों की जाती है।

जबकि एक जन प्रतिनिधि अपने परिवार के सभी सदस्यों को सिविल सेवाओं के लिए योग्य बनाने में सक्षम हो जाते हैं इस प्रकार के दोष निश्चित रूप से उपलब्ध होंगे ही।

होमगार्ड_एक्ट_में_सुधार_करो होमगार्ड्स_को_नियमित_करे

आरक्षण वाले टाइपिस्ट से और उम्मीद भी क्या कर सकते हो।

Murkho ka raj hai.

मेरठ के एक स्कूल का 'गुरुजी' अपनी गाड़ी में जा रहा था और सामने से एक झोटा-बुग्गी वाला आ रहा था। मास्टर जी ने अपना स्टूडेंट पहचान लियाउसके पास अपनी गाड़ी रोकी, और टोंट कसा- 'अरै झोटा बुग्गी चलावै स?' छोरा भी सच्चा चेला था, बोला, 'ओर तेरे पढ़ाये हुए क्या जहाज चलावेंगे' 🤣🤣🤣

शिक्षा का स्तर गिराने का यही परिणाम होगा

रटकर पढ़ने वाले अधिकारी हैं।

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