बदलते नायकत्व के दौर में अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा, गढ़ रही सफलता की नई कहानी

  • 📰 Navjivan
  • ⏱ Reading Time:
  • 68 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 31%
  • Publisher: 68%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

Pushpa सिर्फ करोड़ों की कमाई कर हंगामा नहीं मचा रही, उसने उस दौर की याद भी दिला दी है जहां दर्शक हीरो के हर किए की नकल करते दिखते थे।

बीते दिनों जेन कैंपियन की ‘द पावर ऑफ द डॉग’ के बहाने मर्दानगी और इसे लेकर पुरुषों का भ्रम चर्चा में रहा। कोंकना सेन शर्मा की ‘ए डेथ इन द गंज’ भी पितृसत्ता के इर्दगिर्द घूमती है और इसके खतरों को खोलती है। सुकुमार की ब्लॉकबस्टर तेलुगू फिल्म ‘पुष्पा: द राइज’ देखते हुए इन दो फिल्मों की याद स्वाभाविक थी। जमीन एक है लेकिन संवेदना के स्तर पर तीनों अलग हैं। पुष्पा का नायक तो अकड़ के चरम तक पहुंच जाता है और अपनी मुसीबतें बढ़ा लेता है। कई बार इतना हिंसक और खूंखार दिखता है, गोया इंसान नहीं मशीन हो। पुष्पा...

अच्छी बात है कि भारतीय सिनेमा की बात आने पर हम न सिर्फ इसकी विविधता स्वीकारते हैं बल्कि एक स्वर से तारीफ भी करते हैं। यह सच है और हालिया अनुभव भी कि बॉलीवुड की बादशाहत अब टूट रही है। पुष्पा में वह सब है जो अपने क्रूर नायकत्व के जरिये फिल्म की शुरुआत में ही यह साबित भी करता है। टार्चर के दौरान तेलुगू होने के सवाल पर वह पुलिस को जिस तरह पॉज लेकर जवाब देता है ‘पक्का तेलुगू’, बॉलीवुड के खूंखार नायकत्व वाले दौर की याद दिला देता है। हालांकि यह भी सही है कि मलयालम सिनेमा में हो रहे प्रयोगों या तमिल...

हां, फिल्म की अपील को लेकर बहस हो सकती है। मुट्ठीभर नाक-भौं सिकोड़ने वालों को छोड़ भी दें तो फिल्म ज्यादातर को रोमांचित ही करती है। आखिरकार जिस तरह नेताओं को बहुमत का वोट मिलता है, हमें उन नायकों के साथ भी रहना सीखना होगा जो जनता का मनोरंजन करते हैं और पैसों से खेलते हैं। यह तो मानना ही होगा न कि पैसे से ही दुनिया चलती है और फिल्मी दुनिया तो सिर्फ इसी पर घूमती है।

पुष्पा के दंश गहरे हैं। यहां एक नाजायज बच्चा होने के अपमान, वह उपनाम इस्तेमाल न कर सकने की पीड़ा जिसका वह हकदार है, परिवार होते हुए भी उसकी छाया न मिलना ऐसे दंश हैं जिन्हें वह भोगता आया है और जिसे फिल्म के अंत में एक अत्यंत नाटकीय दृश्य में खुद से लड़ते हुए बयान करता दिखता है। हालांकि यह यश चोपड़ा की ‘त्रिशूल’ नहीं है जहां विजय अपने दिमाग का इस्तेमाल कर अपनी लड़ाई लड़ता है और सब कुछ हासिल कर लेता है जो उसे चाहिए था। पुष्पा अपनी तनी हुई मुट्ठी के जोर पर सबकुछ करता...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 2. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

बेरोजगारों की भावनाओं के खिलवाड़, नौकरी दिलाने के नाम पर ठगीपुलिस विभाग के मुताबिक साइबर क्राइम पुलिस टीम ने इंडिगो एयरलाइंस में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को नोएडा सेक्टर 6 से गिरफ्तार किया है. यह आरोपी जॉब वेबसाइट के माध्यम से नौकरी ढूंढने वाले लोगों की जानकारी इकट्ठा करते और उनको कॉल करके इंडिगो एयरलाइन्स में नौकरी दिलवाने के नाम का झांसा देकर अपने खातों में पैसा मंगाया करते थे. खिलवाड़ तो सोशल साइट्स में भी हो रहा है वैकेंसी आई नहीं लेकिन कुछ जगहों पर नोटिफिकेशन दिख रहा है। 😸 और जो ठगी नेताओं ने की?
स्रोत: News Nation - 🏆 15. / 51 और पढो »

यूपी चुनाव के लिए कांग्रेस की घोषणा पत्र में सरकारी नौकरियों की गारंटीबहुत दिन नहीं हुए जब राहुल गांधी जगह-जगह जाकर मेड इन इंडिया वस्तुओं के निर्माण के सपने दिखाया करते थे लेकिन अब वह उस वामपंथी चिंतन से ग्रस्त हैं जो इस पर जोर देता है कि सब कुछ सरकार को ही करना चाहिए। राजस्थान में ये गारंटी नहीं देंगे ।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

UP चुनाव : मायावती ने जारी की दूसरे चरण के 51 प्रत्याशियों की सूचीउत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है. साथ ही बीएसपी चीफ मायावती ने चुनाव के लिए 'हर पोलिंग बूथ को जिताना है बीएसपी को सत्ता में लाना है' का नारा देकर अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कोशिश की है. हर_पोलिंग_बूथ_को_जिताना_है_बीएसपी_को_सत्ता_में_लाना_है
स्रोत: News Nation - 🏆 15. / 51 और पढो »

यूपी के मुस्लिम बहुल जिलों में सत्ता की चाबी, दो चुनाव के नतीजों से समझिए गणितSamajwadiParty को कुछ सीटों पर ओवैसी की पार्टी से खतरा महसूस हो रहा है. लेकिन याद रहे कि 2012 के चुनाव में पीस पार्टी की मौजूदगी के बावजूद SP को मुस्लिम वोटरों का भरपूर साथ मिला था. | mdyusufansari UttarPradeshElections
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »

कर्फ्यू में परेशान नोएडा के मजदूरों की तस्वीरें फेक नहीं, उत्तर प्रदेश की ही हैंउत्तरप्रदेश सरकार की 'फैक्ट चेकिंग टीम' का ये दावा गलत है कि नोएडा में काम के अभाव में परेशान मजदूरों की बताई जा रही वायरल तस्वीरें UP की नहीं हैं. क्विंट की WebQoof टीम ने इन सभी तस्वीरों की जांच की है
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »

व्‍यापारियों को बिजनेस की ट्रेनिंग के साथ मिलेगी क्रेडिट की फैसिलिटी, लॉन्‍च हुईं दो सर्विसएमएसएमई के लिए आपातकालीन कर्ज सुविधा गारंटी योजना ने 13.5 लाख कंपनियों को दिवालिया होने और 1.5 करोड़ नौकरियों को बचाया है। सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के प्रवर्तकों और प्रबंधकों के लिए छह महीने का प्रबंधन पाठ्यक्रम शुरू किया है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »