वरिष्ठ पत्रकार, बीबीसी हिंदी के लिएयह बजट इस लिहाज़ से बहुत बढ़िया है कि इसमें कोई एक पक्ष ऐसा नहीं, जो दूसरों पर हावी हो जाए. निराकार ब्रह्म की तरह. जिसे जैसा पसंद आए वो वैसी कल्पना कर ले, वैसी तस्वीर देख ले. जिससे पूछा उसने यही कहा कि इस बजट की सबसे बड़ी ख़ासियत यही है कि इसमें कोई ख़ासियत नहीं, यानी हेडलाइन नहीं है.
पार्टी लाइन पर चलने वालों के लिए तो बहुत आसान होता है बजट का विश्लेषण. और नहीं भी होता तब भी वो अपने झुकाव के हिसाब से ही तारीफ़ या आलोचना करते. लेकिन बारीकी से देखें तो बजट में कुछ ऐसी ख़ास बातें हैं जिनसे इसका असर और दिशा साफ़ हो सकती है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस बजट से ऐसे ज़्यादातर लोगों को निराशा हाथ लगी है, जो कुछ न कुछ पाने की उम्मीद में थे. उनमें एक बड़ा वर्ग तो इनकम टैक्स भरने वालों का है और दूसरा उससे बड़ा उन लोगों का वर्ग है जिन्हें सरकारी योजनाओं में पैसा या अनाज या काम दिया जा रहा है.
इन सभी को उम्मीद थी कि सरकार की कमाई अब पटरी पर आ रही है और वो उन्हें भी कुछ ऐसा देगी जिससे अपनी ज़िंदगी पटरी पर लाने में और मदद मिल सके. ज़ाहिर है वे निराश हैं और मिडिल क्लास यह बात साफ़-साफ़ कह भी रहा है. डायरेक्ट टैक्स के मामले में ज़्यादातर लोगों को पता था कि कुछ ख़ास मिलने वाला नहीं है और ऐसा ही हुआ. छोटे कर दाताओं के अलावा ज़्यादातर लोगों के लिए यह राहत की बात ही थी कि कोई नया बोझ नहीं पड़ा.
कठपुतली राजस्थान की कला है।
अब तो कृषि के जानकार अर्थ संभाल रहे है
They failed massively. Doesn't seems like they are counting middle class anymore. Forgot about people below poverty line and farmers (they don't exist)
If you want to reduce your incometax burden, reduce your income . - NirmalaSitharaman
Kuchh nhi hai bajat me
Is this a budget?
Lagbhag jeevan me sab hasil ho chuka hai bas parlok jana baaki hai
उमीदे तो बीजेपी से आम जनता बहुत थी लेकीन इस बजेट से आम जनता की सारी उमीदो पर पाणी भेर रही है मोदी सरकार बडे शर्म की बात है😌
90%पूरी हुई
टैक्स पेयर्स को रगड़ दिया इस सरकार ने। कॉर्पोरेट टैक्स घटाकर अडानी, अंबानी का बखूबी ख्याल रखा।
उम्मीदे इतनी हैं की अगर नहीं माने तो इसे मनवाने में हजारो करोड खर्च कर देंगे।
99 percent puri ho gye bas ek reh gye .achey din baaki hai
जितने प्रतिशत धनिक सामंती उतनी हुई पूरी जितने मध्यमवर्ग और निर्बल उतनी रही अधूरी 😇
कुछ नही
हर उम्मीद बाकी है, ये जुमले की झांकी है।
Kya pura hua kuch nhi
बस यूपी चुनाव खत्म होने दीजिए सारे फायदे और घाटे दिखने लगेंगे! 🙈🙉🙊
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: News Nation - 🏆 15. / 51 और पढो »
स्रोत: Navjivan - 🏆 2. / 68 और पढो »