बजटः सस्ती दवाओं और उपकरणों के बाद अब क्या तोहफा देगी मोदी सरकार?

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 37 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 18%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

हेल्थ सेक्टर को क्या तोहफा दे सकती है मोदी सरकार? Budget2019 Modinomics19

हेल्थ सेक्टर में निजी क्षेत्र की भारी लूट और सरकारी क्षेत्र में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर की बेहद कमी की वजह से अच्छी गुणवत्ता का इलाज गरीबों के लिए सपना ही रह जाता है. हालांकि पीएम मोदी द्वारा पिछले कार्यकाल में ही दखल की वजह से इस स्थिति में कुछ हद तक बदलाव आया है. गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने की दिशा में मोदी सरकार ने कई अच्छे प्रयास किए हैं. इन्हीं में से एक है, सस्ती दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता, लेकिन इस सेक्टर में अभी काफी काम करने की जरूरत है.

अब देशभर के मरीजों को बड़ी राहत देने के लिए सरकार ने मानव शरीर में प्रत्यारोपित होने वाले सभी तरह के इम्प्लांट्स को दवा की श्रेणी में लाने की तैयारी कर ली है. इस फैसले के बाद सरकार को पेसमेकर, हाॅर्ट वॉल्व, लेंस से लेकर आर्टिफिशियल हिप सहित करीब 400 से ज्यादा तरह के इम्प्लांट्स को रेगुलेट करने का अधिकार मिल जाएगा. इससे इन डिवाइसेज के दाम करीब 50 फीसदी तक कम हो सकते हैं. जीएसटी से ऐसे कई उपकरणों के दाम पहले ही बढ़ गए हैं. ऐसे में सरकार के लिए राहत भरे कदम उठाना अनिवार्य हो गया है.

शुक्रवार को पेश होने वाले बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हेल्थ सेक्टर से जुड़ी ऐसी कुछ जनोपयोगी योजनाओं का ऐलान कर सकती हैं. For latest update on mobile SMS to 52424 for Airtel, Vodafone and idea users. Premium charges apply!!

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

मोदी सरकार पहले सभी सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज मे जनऔषधि केन्द्र की दवा लिखने के लिए डाक्टर्स को सख्त हिदायत तो दे, और मानिटरिंग करवा कर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे । PMOIndia MINISTERFORHEALTH

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

अपनी पर्सनालिटी के हिसाब से करें Bajaj Pulsar चुनाव! जानिए कौन सी बाइक करेगी आपको सूटBajaj Pulsar ने कंपनी को एक नई उंचाई दी है, 150 सीसी के क्षमता वाले इंजन से शुरुआत करने वाले पल्सर रेंज में अब कई अलग अलग वैरिएंट और मॉडल शामिल हो चुके हैं। Pulsar 150 Neon इस रेंज की सबसे सस्ती बाइक है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद अब मोतीलाल वोरा हो सकते हैं कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्षराहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने को लेकर पत्र जारी किया है. इसमें उन्होंने कहा है कि पार्टी नए अध्यक्ष के चयन के लिए समूह गठित करे क्योंकि उनके लिए यह उपयुक्त नहीं है कि इस प्रकिया में शामिल हों. मोदी लाल ही मोती कुत्ते की भूमिका अच्छे से निभा सकते है..!!😂😂
स्रोत: ABP News - 🏆 9. / 59 और पढो »

17 OBC जातियां SC में: मोदी सरकार ने योगी सरकार के फैसले को बताया गैरकानूनी
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

मोदी की नज़र टेढ़ी, अब आकाश का क्या होगा?नरेंद्र मोदी ने नाम लिए बैगर आकाश विजयवर्गीय की निंदा की है. लेकिन इससे आगे क्या? 'हाथी के दांत खाने के और, दिखाने के और ।' घंटा कुछ नही होगा वही जो प्रज्ञा ठाकुर का हुआ था गोडसे देशभक्त वाले बयान पर |मतलब कुछ नहीं होगा |
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

मोदी और योगी सरकार क्यों है आमने-सामनेउत्तर प्रदेश में 17 अन्य पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल वाली राज्य सरकार की मुहिम को केंद्र सरकार ने तगड़ा झटका दिया है। केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने संसद में कहा कि किसी वर्ग की किसी जाति को अन्य वर्ग में डालने का अधिकार सिर्फ़ संसद को है।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

मोदी और योगी सरकार क्यों है आमने-सामनेकेंद्र और यूपी दोनों जगह भाजपा की सरकार है. लेकिन राज्य सरकार पर उठे सवाल. Jagannath RathYatra2019 ➡️अवश्य जानिए जगन्नाथ मंदिर के गूढ़ रहस्यों को जिसको जानने के बाद आप दांतो तले उंगली दबा लेंगे ! जगन्नाथ मंदिर की मूर्तियां अधूरी क्यों? ️आखिर क्यों बंद है जगन्नाथ मंदिर में छुआछात? ️जगन्नाथ मंदिर के पास कबीर मठ किसलिए? पता नहीं पर योगी जी, मोदीजी की बनारस में बिजली न देने का रिकार्ड जरूर बना रहे सुना है,क्योंकि दलाल प्रेश्यायों को विदेशों से बडी रकम मिली है, दोनों के बीच डिफ्रेंसेस पैदा करने के लिए। ये लही हरामी दलाल हैं जो पुरानी दिल्ली की घटना को कैई अहमियत नहीं देते किंतु एक चोर को अहमियत देते हैं।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »