कोटा में बच्चों की मौत के मामले में शनिवार को राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कठघरे में खड़ा कर दिया. पायलट ने कहा कि 13 महीने सरकार चलाने के बाद वसुंधरा सरकार पर ठीकरा फोड़ना सही नहीं है. उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आंकड़े गिनाकर बच्चों की मौत से पल्ला नहीं झाड़ा जा सकता है. हालांकि जब सचिन पायलट के तीखे तेवर को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल किया गया, तो उन्होंने इसका जवाब देना मुनासिब नहीं समझा.
मीडिया के सवालों पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नमस्कार किया और फिर चलते बने. गहलोत ने न तो सचिन पायलट पर कुछ कहा और न ही अपने शहर जोधपुर में बच्चों की मौत पर कुछ कहना जरूरी समझा. जोधपुर में एस. एन. मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में कई बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं, कोटा के जे. के. लोन अस्पताल में दिसंबर से लेकर अब तक बच्चों का मौत का आंकड़ा 107 तक पहुंच गया है.
इस बीच शनिवार को कोटा से सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला उन पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे, जिन्होंने अपने बच्चों को खो दिया. ओम बिरला ने बच्चों की मौत के लिए अस्पताल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. संसाधनों की कमी के साथ-साथ उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों का रवैया भी लोगों के प्रति अच्छा नहीं था.
दूसरी तरफ इस मुद्दे पर सियासत भी लगातार जारी है. शनिवार को कोटा में बच्चों की मौत के मामले में बड़ा मोड़ तब आया, जब राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट कोटा अस्पताल पहुंचे. उन्होंने बच्चों के आईसीयू में जाकर इलाज का जायजा लिया. इस दौरान पायलट ने यह कहकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सवाल खड़ा कर दिया कि आंकड़े गिनाकर बच्चों की मौत से पल्ला नहीं झाड़ा जा सकता है.
पायलट ने अपनी ही सरकार की उस दलील को भी खारिज कर दिया, जिसके मुताबिक अस्पताल की बदइंतजामी के लिए गहलोत और उनके स्वास्थ्य मंत्री वसुंधरा सरकार की लापरवाहियों को जिम्मेदार ठहरा रहे थे. सचिन पायलट के तीखे प्रहार का अभी तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जवाब नहीं निकाल पाए हैं. वहीं, इस घटना से अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान एक बार फिर से बाहर आ गई है.
होता है तो होने दो मेरे कत्ल का सौदा,मुझे भी तो पता चले बजार में हमारी कीमत क्या है? कहीं अब कांग्रेस हमारे देश के बच्चों को टार्गेट तो नहीं बना रही? बच्चों की मौत को सामान्य बोलने वाले का रोहिंग्या प्रेम किसी से छुपा नहीं है।CAAके विरुद्ध देश को पहले ही आग के हवाले कर चुकी है।
Modiji is the first leader who respects Indian lives. Congress has no regard for human life except to use them for power grab by fooling them.
Ashok gahlot ko mukhay mantri bana ke galti kar di
Sarkaare sambedanheen ho gayee hai sabhi sirf satta ka sukh bhogna chahte hai kaun sa inka baccha mara hai
कांग्रेस पार्टी में कहीं भी कुछ भी करने की आवश्यकता नहीं है। बस आपका दरबारी वाला रोल 10 जनपद में सही सही होना चाहिए।
सत्ता हाथ मे आते ही राज्य को ही भुला दिया मुख्यमंत्री जी ने,,,,
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बच्चों के मौत के सौदागर गहलोत
Pilot is not common person.. he has powers and he is also equally responsible
दलाल मीडिया अपनी दलाली नहीं छोड़ सकता
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