अभिनंदन वर्थमान और बीएस धनोआभारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख बीएस धनोआ को इस बात का अफसोस है कि 27 फरवरी को पाक वायुसेना के खिलाफ कुछ खास कदम नहीं उठाए जा सके और इसकी वजह यही थी कि हम तकनीकी रूप से कम सक्षम थे। अगर भारत के पास राफेल जैसे एडवांस्ड एयरक्राफ्ट होता तो नतीजा और बेहतर हो सकते थे।
उन लोगों की जिम्मेदारी का क्या जिन्हें इस तकनीक को लेकर आना था और मीडियम मल्टी रोल लड़ाकू विमान को लेकर करीब दस साल से महज बातचीत कर रहे हैं। धनोआ 30 सितंबर को वायुसेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि तब पाकिस्तान आर्थिक संकटों का सामना कर रहा था, अगर वे हमारे साथ युद्ध करते तो उनको हकीकत में ही घास की रोटियां खानी पड़तीं, जैसा कि कभी उनके पूर्व पीएम जुल्फिकार अली भुट्टो ने दावा किया था।
पुलवामा के बाद पाकिस्तान को इसका अंदाजा था कि भारत इसका बदला लेगा। उन्होंने कहा कि हमारे सामने केवल दो सवाल थे- कब और कहां इसका बदला लिया जाएगा। हमने बालाकोट स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंपों को निशाना बनाने का फैसला किया क्योंकि पुलवामा हमले में इसी संगठन का हाथ था। इसके लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति एकदम साफ थी।कहा, बालाकोट का सबसे बड़ा सबक यही कि तकनीक बहुत मायने रखती हैभारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख बीएस धनोआ को इस बात का अफसोस है कि 27 फरवरी को पाक वायुसेना के खिलाफ कुछ खास...
उन्होंने कहा कि जब वायुसेना ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की थी, तो इसका मतलब भी यही था कि भारत भी पाकिस्तान के साथ युद्ध नहीं चाहता था, बस वह 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले का जवाब देना चाहता था।
IAF_MCC PMOIndia DefenceMinIndia HMOIndia ImranKhanPTI अब भेज दो हसरत पूरी करलो अब रो राफेल भी है मोदी शाह को भेज दो या तो पाक तबाह या भारत बचा .इस जोड़ी से .
IAF_MCC PMOIndia DefenceMinIndia HMOIndia ImranKhanPTI It's true
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