पूर्वी चम्पारण में AES का कहर: मोतिहारी में अब तक 12 बच्चों की मौत, 12 नए मरीज भर्ती– News18 हिंदी

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चमकी बुखार से पीड़ित 12 नए बच्चे पहुंचे अस्पताल

सदर अस्पताल में पहले से भर्ती पांच और नए 12 मरीजों के साथ यहां इलाजरत मरीजों की संख्या 17 पहुंच गई है. जिले के 12 बच्चों की मौत होने की पुष्टि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने की है.Updated:बिहार के पूर्वी चम्पारण में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी चमकी बुखार का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. मंगलवार को चमकी बुखार से पीड़ित 12 नए बच्चे मोतिहारी के सदर अस्पताल में पहुंचे हैं. सदर अस्पताल में 17 बच्चों का इलाज जारी है. वहीं बच्चों की मौत का आकंड़ा बढ़ता ही जा रहा है.

सिविल सर्जन डॉ. ब्रज कुमार सिंह ने कहा, 'चमकी बुखार से जिले के अबतक 12 बच्चों की मौत हो गई है. जबकि 17 मरीज अभी भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं. इनमें से 12 लोग तो आज भी अस्पताल में भर्ती हुए हैं'.अब चमकी बुखार से पीड़ित होने के बाद परिजन बच्चों को लेकर अस्पताल में पहुंच रहे हैं. समय से इलाज होने के कारण पीड़ित बच्चों की जान को बचाया जा सका है. इधर बिजली की अनियमित आपूर्ति से पीकू वार्ड में एसी ने काम करना बन्द कर दिया. जिससे पीड़ित बच्चों की परेशानी बढ़ती जा रही है.

चकिया पंचायत समिति के सदस्य अशोक सिंह ने कहा कि बताया कि बच्चा चमकी बुखार से पीड़ित था. उसे मुजफ्फरपुर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. जहां उसकी मौत हो गई.इधर पीड़ित बच्चों का इलाज कर रहे डॉक्टर अनिल कुमार सिन्हा मोतिहारी सदर अस्पताल में भर्ती बच्चों को खतरे से बाहर बताते हैं. उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बचने के लिए जागरुकता और सतर्कता ही सटीक उपाय है.

 

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अभी ये रोग हजारों की संख्या में भी पहुंच सकता है ये प्रदूषण, गन्दगी, और अति जनसंख्या के कारण फैल रहा है इसलिए सभी को स्वच्छता अभियान को अपनाना चाहिए और बच्चों को कुपोषण से बचाना चाहिए स्वच्छ जल पीना चाहिए।

बच्चे इलाज की कमी से हर साल मर रहे हैं.. किसान हर साल ख़ुदकुशी से मर रहा हैं.. और नेता हर 5 साल बाद चुनाव जीत जाता हैं.. हिन्दू मुसलमान, जात पात, भारत पाकिस्तान, मन्दिर मस्जिद और जुमलेबाजी कर के.. इन सब के लिए तुम भी जिम्मेदार हो 'मीडिया' सोचिए जरा!!🤔सोचिए जरा!!🤔

Aur khao meat machhli , bkri Isi se to rog hote h

जयश्रीराम !!!! अल्लाहो अकबर!!! वंदे-मातरम !!भारतमाताकीजय!!! जब संसद में होने लगे तो गरीब जनता-जनार्दन का यही हाल होना है फिर !!!

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