पीलीभीत. उत्तरप्रदेश के पीलीभीत टाइगर रिजर्व के घने जंगलों के बीच स्थित सेल्हा बाबा दरगाह में लगने वाला ऐतिहासिक मेला इस साल नहीं लगेगा. कमेटी के आपसी विवाद और प्रशासन की ओर से अनुमति न मिलने के चलते यह आयोजन रद्द हुआ है. ऐसे में मेले में इस साल मुर्गों की बलि भी नहीं होगी. बीते कई दशकों से पीलीभीत टाइगर रिजर्व की बारही रेंज स्थित सेल्हा बाबा दरगाह का सालाना उर्स मनाया जाता है. घने जंगलों में स्थित सेल्हा बाबा दरगाह का इतिहास सैकड़ो साल पुराना बताया जाता है.
ऐसे में वे यहां पर आकर मन्नत मांगते थे. तो पशु खुद ब खुद जंगल से वापस लौट आते थे. तब से यहां के प्रति लोगों की आस्था गहराने लगी. 5 दिनों तक दिया जाता है मुर्गों की बलि समय के साथ दरगाह की प्रसिद्धि बढ़ने लगी और इस इलाके के अलावा अन्य जगहों के लोग भी यहां मन्नत मांगने आने लगे. वर्तमान में प्रत्येक समुदाय के लोग अपनी मन्नतें सेल्हा बाबा के सामने रखते हैं. जिनके पूरा हो जाने के बाद उर्स के दौरान दरगाह पर मुर्गा चढ़ाने का रिवाज है.
आचार संहिता के कारण बची हजारों मुर्गों की जान सेल्हा बाबा की मज़ार सेल्हा बाबा की मज़ार पर नहीं होगी मुर्गों की बलि Elections In Pilibhit Thousands Of Chickens' Lives Saved Due To Code Of Selha Baba's Tomb Chickens Will Not Be Sacrificed At Selha Baba's T
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