पहली बारिश के बाद इन मोटे अनाज की करें बुवाई, होगी छप्परफाड़ कमाई, सिर्फ इतने दिन बाद करें निराई-गुड़ाई

  • 📰 News18 Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 21 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 80%
  • Publisher: 51%

Maduwa Cultivation समाचार

When To Cultivate Maduva,Ragi Cultivation,How Ragi Is Cultivated

खरीफ की फसल का सीजन आ गया है. ऐसे में कुछ ऐसी फसल हैं, जिनकी खेती कर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इन फसलों की खेती में लागत न के बराबर आती है, जबकि कमाई बंपर होती है. पहली बरसात से शुरू होने वाली ये फसल लगभग सौ दिनों में तैयार हो जाती है. हम बात कर रहे हैं पांच छोटे अनाज की, जिनकी खेती कर किसान मालामाल बन सकते हैं.

श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय बलिया के मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार सिंह ने Local 18 को बताया कि खरीफ की फसल में इन छोटे अनाजों की खेती कर किसान काफी मुनाफा कमा सकते हैं. इन अनाजों की खेती करने में लागत भी बेहद कम आती है. टांगुन या कंगनी एक मोटे अनाज की फसल है, जो 60 से 90 दिनों में तैयार हो जाती है, दूसरी फसल को मडुआ के नाम से जानते हैं. यह बहुत अच्छी फसल है. इसकी बाली गुच्छेदार होती है और यह 80 से 100 दिनों में तैयार हो जाती है.

चौथी फसल को रागी के नाम से जानते हैं. इसकी फसल 85 से 110 दिनों में तैयार हो जाती है. इसका अधिकतर प्रयोग बड़े-बड़े होटल में खीर के रूप में किया जाता है. उन्होंने बताया छोटे अनाज में ये फसलें बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. आजकल इनकी डिमांड भी काफी है और बाजार में सबसे महंगे दाम पर यह मिलते हैं. सबसे बड़ी खासियत तो यह है कि इन छोटे अनाजों की खेती करने में खर्चा न के बराबर आता है, जबकि मुनाफा बंपर मिलता है. बिना रासायनिक खाद उर्वरक यह खेती की जा सकती है. इन फसलों की पहली बरसात के बाद इसकी बुवाई कर दें.

When To Cultivate Maduva Ragi Cultivation How Ragi Is Cultivated Cost In Ragi Cultivation How To Cultivate Koda When Is Koda Cultivation When Is Sanwa Cultivation Cost In Sanwa Cultivation Method Of Cultivation Of Sawa मडुवा की खेती मडुवा की खेती कब करें रागी की खेती रागी की खेती कैसे होती है रागी की खेती में लागत कोदा की खेती कैसे करें कोदा की खेती कब होती है सांवा की खेती कब होती है सांवा की खेती में लागत सांवा की खेती का तरीका

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 13. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

निर्जला एकादशी पर राशि के अनुसार करें इन चीजों का दान, धन-संपदा की होगी प्राप्तिNirjala Ekadashi 2024 Daan: निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ-साथ इन चीजों को राशि के अनुसार दान करें। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

खरीफ के सीजन में करें मोटे अनाज की खेती, अनुदान पर बीज लेकर कमाएं मुनाफाखरीफ का सीजन शुरू हो चुका है. ऐसे में मुरादाबाद में किसानों के लिए धान नई-नई वैरायटी सामने आई है. इसके साथ ही राष्ट्रीय कृषि गोदाम पर अनुदान का बीज भी मिल रहा है. खरीफ की फसल में मिलेट्स का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. जिसको देखते हुए जल्दी गोदाम पर मिल्स की चीज उपलब्ध हो जाएगी.
स्रोत: News18 Hindi - 🏆 13. / 51 और पढो »

Manipur: हिंसा के बाद मौसम की मार से बेहाल मणिपुर, बारिश के पानी से लबालब हुआ राजभवनअधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि चक्रवात रेमल के बाद पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के बाद मणिपुर के राजभवन में जलभराव की सूचना मिली है।
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

Bhaum pradosh 2024: भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए करें भौम प्रदोष का व्रत, इस दिन करें इन चीजों का दानJune pradosh vrat : भौम प्रदोष का व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है. इस दिन करें इन चीजों का दान, होगी हर मनोकामना पूरी.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

किसान करें इन फसलों की खेती, कम लागत में मिलेगा छप्परफाड़ मुनाफा, बन जाएंगे मालामालपहली बरसात से शुरू होने वाली ये फसल लगभग सौ दिनों में तैयार हो जाती है. हम बात कर रहे हैं पांच छोटे अनाज की, जिनकी खेती कर किसान मालामाल बन सकते हैं.
स्रोत: News18 Hindi - 🏆 13. / 51 और पढो »

घास की करें खेती, हरे चारे के साथ पशुओं का बढ़ेगा दूध, जमकर होगी कमाईपशुपालक अगर अपने पशुओं को इन घासों को खिलाते हैं तो हरे चारे की कमी दूर होगी. साथ ही उनकी आय में भी बढ़ोतरी होगी.
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »