पंजशीर: पांच शेरों की इस घाटी में घुसने से तालिबान भी डरता है, अफगानिस्‍तान के इस किले को जानिए

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अफगानिस्‍तान में तमाम उथलपुथल के बीच एक छोटी सी जगह ध्‍यान खींचती है। बाकी देश की तरह यहां कोई अफरातफरी नहीं है, कोई भाग नहीं रहा, किसी को छिपने पर मजबूर नहीं होना पड़ रहा, किसी को दरवाजे पर दस्‍तक से डर नहीं लगता... ये पंजशीर घाटी है, नॉर्दन अलॉयंस का गढ़ है।

पंजशीर घाटी के हर जिले में ताजिक जाति के लोग मिलेंगे। सालंग में ये बहुमत में हैं। ताजिक असल में अफगानिस्‍तान के दूसरे सबसे बड़े एथनिक ग्रुप हैं, देश की आबादी में इनका हिस्‍सा 25-30% है। पंजशीर में हजारा समुदाय के लोग भी रहते हैं जिन्‍हें चंगेज खान का वंशज समझा जाता है। इसके अलावा पंजशीर में नूरिस्‍तानी, पशई जैसे समुदायों के लोग भी रहते हैं।

अफगानिस्‍तान में अमेरिका की कोशिशों ने इस घाटी का खूब व‍िकास किया है। आधुनिक सड़कें बन चुकी हैं इसके अलावा एक नया रेडिया टावर लगा है जिससे घाटी के लोग काबुल से चलने वाले रेडियो चैनल्‍स को सुन पाते हैं।पंजशीर पर कब्‍जे की हर कोशिश नाकाम रही है। अफगानिस्‍तान पर जब अमेरिका बम बरसा रहा था, उस वक्‍त भी पंजशीर उससे अछूता रहा। चूंकि इस घाटी में ना तो कोई खूनी संघर्ष हुआ, ना ही कोई आपदा आई...

 

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