न राशन बचा न पैसा...मुंबई से गोरखपुर साइकिल पर निकल पड़े ये मजदूर

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10 साइकिल से गोरखपुर रवाना हुए 20 प्रवासी मजदूर, कहा- राशन खत्म, यही बचा था अंतिम विकल्प divyeshas lockdown

लॉकडाउन के कारण ट्रेनों के पहिए थमे हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी प्रवासी लोगों से जहां हैं, वहीं रहने की अपील की है. महाराष्ट्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए रहने-खाने के इंतजाम का आश्वासन दिया है. इन तमाम प्रयासों के बावजूद प्रवासियों के अपने गांव-घर लौटने का सिलसिला थम नहीं रहा. कोई साधन नहीं मिल रहा तो अब श्रमिक साइकिल पर सवार होकर ही अपने घर लौटने लगे हैं.

देश की आर्थिक राजधानी श्रमिकों ने सरकार पर मदद न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास अब पैसे बचे नहीं थे, वहां काम चल नहीं रहा था. ऐसे में बचे पैसों से साइकिल खरीदकर घर लौटने के सिवाय उनके पास कोई और रास्ता नहीं बचा था.मजदूरों ने अपनी मजबूरी बयान करते हुए कहा कि यदि वे घर नहीं गए तो यहां भूख से मर जाएंगे. ठाणे में राजमिस्त्री का कार्य करने वाले पिंटू ने कहा कि हम सबने मिलकर साइकिल खरीदने का फैसला किया, जिससे अपने घर पहुंच सकें.

 

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divyeshas Majdoor to thik hai aab midle class chote byapareyo ka nuksan jyada hai.unke ley koi kuch karega naahi aur kuch din me aab akrosh har jgah futenge..aur gussa road par aayega agar aisa hi rha to...

divyeshas Govt are not think about other states people which is employee, labour or any other.

divyeshas Aap log Apne jindge m Itihaas Rachna chahte ho cycle se Gaw jakar! Bhaiya Desh Ka Sath do,1wakt ka Mile khana ya Jyada, 10 Din Ho ya ek Mahine ke liye Parivar se ham log Dur Hain To Kya Hua is Sankat Ghadi Mein Sabhi Ko Chhote Log Ho yah Bade varg Ke Log Sab Ko sath chalna hai

divyeshas Aap ne bilkul shi kha Bhai👍👍👍

divyeshas खबर में गोरखपुर का नाम है ये तो बता दिया। लेकिन किस राज्य से निकलने को 'मजबूर' हुए मजदूर जरा वो भी लिख देते टाइटल में, तो कितने पैसे कट जाते एडिटर के 🤔

divyeshas ये नोटँकी है या मजबूरी? जब तक ये पहुंचेंगे तबतक तो लौकबन्दी खुल भी जाएगी!

divyeshas खुद न्यूज बनाए हो...दलाल मीडिया केवल चार साइकिल सब नई चमचम, सबमें पन्नी लगी हुई,लोग भी कूल दिख रहे रहे......नई साइकिल की जगह पैसे दे देते तो राशन आ जाता छोड़ो कहा से कहा राशन लाने जा रहे है? यही बता दो

divyeshas सरकार पर क्या भरोसा करना खुद पर कॉन्फिडेंस होना चाहिए(सरकार के कामके ही तो नतीजे हे ये) जो आज पूरा देश भुगत रहा हे(सबसे ज्यादा गरीब परेशान हे) जिनकी कोई सुनबाई नही (इनसे तो बहस करवालो ओर ओर आपस मे लड़वालो) मीडिया को अपनी टी आर पी से मतलब

divyeshas Tv par jo akar bolte h wo sirf kagaj ki likhi huyi bat h jameen par log presan h sach me 2 time khane wala 1 time khata h Sirf rasan nhi h sb kuch koi bemar h koi apni family se alg h bhokha wo khud khaye ya family ko paise de bhot si mjburi h kitna bolun duwa h sb thik hojye

divyeshas कइ स्थानो पर ये देखने को मिल रह है ! रशन को लेकेर लोग Politics कर रहे है लेकिन यह नही पता कि लोग भुखे है ! ये मुदद तो Corona का है !

divyeshas Lockdown pe lockdown

divyeshas Gareeb ko English nhi ati na wo twitter chalata wo bhukha hi marjyega idhar udhar taklif uthayega jo twit krte unko help h sahi nhi h sir ye plz insaniyt k taur pr logon ka dard smjho government se request kro ap sb Logon ko kisi bhi cheg ki taklif na ho ye jimmedari sarkar ki h

divyeshas 0

divyeshas myogiadityanath मदद कीजिये अब कोई गुलशन न उजड़े narendramodi

divyeshas Government se ap log apeel kro plz logon ki help k liye doori ka khayl rakhte huwe train chalu krke logon ko unke ghar bheja jaye Ya thoda bhot kam mile unko jisse pet bhrske

divyeshas Government sorhi h gareeb mar rahe news pr kuch or chal rha h Kuch bhi ho desh chal rha h bus

divyeshas Jb ap log fase hote to Smjh aati

divyeshas ग़रीबी एक अभिशाप कोई किसी की थोड़ी मदद् तो कर सकता पूरा सहयोग कोई नहीं कर सकता घर तो जाना ही होगा मजदूरों को खाना कम होगा चलेगा कभी नहीं होगा आपस में बाँट कर खा लेंगे जी लेंगे आत्मनिर्भरता के लिए घर ही है जो हिम्मत सहयोग देगा सब आत्मनिर्भर कैसे बने एक बड़ा सबाल narendramodi

divyeshas इन लोगो के पास न राशन था और न ही पैसे थे तो क्या नयी साइकिल आज तक ने उपलब्ध कराया है? टी आर पी बढ़ाने के लिए कुछ भी लिख दो।

divyeshas इन लोगो के पास राशन के लिए पैसे नहीं थे पर न्यू साइकिल लेने के लिए पैसे थे %%

divyeshas Inme se koi neta ka ladka hota to ...Kota ki tarah air lift krwa lete.

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divyeshas नमस्ते सर मैं नई दिल्ली करोल बाग में अपने पूरे परिवार के साथ किराए पर रहता हूँ 15000 प्रति माह मकान मालिक ने कराया माँग और मुझे मजबूर देना पड़ा क्योंकि उनका कहना था केजरीवाल ने माफ़ करने की बात नहीं कही है मेरे जैसे और भी लोग किराए पर रहते हैं कृप्या इस बात को सरकार के सामने रखे

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