उन्होंने कहा कि ‘जय श्री राम’ का नारा बंगाली संस्कृति से जुड़ा नहीं है और रामनवमी भी अभी ‘लोकप्रिय हो रही है’, इससे पहले उन्होंने यह नारा कभी नहीं सुना था।
सेन की यह टिप्पणी देश के एक वर्ग द्वारा एक खास वर्ग को ‘जय श्री राम’ का जाप करने के लिए बोलने और ऐसा ना करने पर उनकी पिटाई करने की पृष्ठभूमि में आई है। नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने शुक्रवार को कहा कि मां दुर्गा के विपरीत, ‘जय श्री राम’ का नारा बंगाली संस्कृति से जुड़ा नहीं है। इस नारे को केवल ‘लोगों को पीटने के बहाने’ के रूप में प्रयोग किया जा रहा है।अमर्त्य उन्होंने कहा कि ‘जय श्री राम’ का नारा बंगाली संस्कृति से जुड़ा नहीं है और रामनवमी भी अभी ‘लोकप्रिय हो रही है’, इससे पहले उन्होंने यह नारा कभी नहीं सुना था।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial ये तो बिलकुल ही बेवकूफ़ इंसान हे.
AmartyaSen_Econ MamataOfficial सारे ग़द्दार हिन्दुस्तान में इकट्ठे हो गए हैं।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial He is chamcha of western country received noble prize to abuse its own country. Why India can not be super power. Thanks to people like Amartya den who try to insult India on every world platform. Time has come for India to take action against people like him. A kick in ass
AmartyaSen_Econ MamataOfficial बंगाल में जय श्री राम के नारा का व्याख्यान करने वालों को बंगाल की संस्कृति देखना चाहिए वहां मां दुर्गा का सम्मान होता रहा है और होता रहेगा लेकिन बंगाल भारत का हिस्सा है और ऐसा भी नहीं है कि वहां कोई वैष्णव हुआ ही नहीं या वहां कोई राम भक्त हुआ ही नहीं है चैतन्य महाप्रभु
AmartyaSen_Econ MamataOfficial बकचोद कामरेड
AmartyaSen_Econ MamataOfficial Mr .amaratyaji,what is your problem ,when ever you open your mouth,speak only against hinduism.sometimes I thinks that is he hindu or not,how can a same religion 's follower can accuses his own dharma.
AmartyaSen_Econ MamataOfficial इस का खुद का भी बंगाली संस्कृति से कोई नाता नहीं है। यह तो तन मन से ईसाई संस्कृति का प्रतीक है। ईसाइयत में जीने वाले क्या जाने राम नाम की महिमा। राम से बड़ा राम का नाम। राम ने अपने समकालीन लोगों को ही भवसागर से पार उतारा परन्तु राम नाम ने हर युग के लोगों को तारा है।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial क्यो नही जुड़ा हुआ है क्योंकि बांगली सीता के भक्त हैं।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial बंगाली संस्कृति भारत की नहीं है क्या ?
AmartyaSen_Econ MamataOfficial हिन्दू संस्कृतिमें मां दुर्गा व मां सीता दोनों ही शक्ति का अवतारहैं फिर मां सीताके वर का कोईभी बंगालीहिन्दु इस तरह अपमान नहीं कर सकता जैसे कुछ सिरफिरे नेता राजनैतिक स्वार्थ के लिए कर रहे हैं।राम का नाम लेनेसे बंगाल में जेल होतीहै तो अन्य जगह रहनेवाले बंगालियों का क्या हो सकता है?
AmartyaSen_Econ MamataOfficial बेल पुरस्कार विजेता
AmartyaSen_Econ MamataOfficial ये CPM का है या TMC का
AmartyaSen_Econ MamataOfficial ममता बनर्जी के बारे भी कुछ सही सलाह दे दो
AmartyaSen_Econ MamataOfficial महोदय. ... जो विश्व संस्कृति से जुड़ा है उसे आप बंगाली से परे बोल रहे....़
AmartyaSen_Econ MamataOfficial निराशा वादियों की फौज अपने बिलों से बाहर आ गए हैं, मोदीजी के दुबारा जीत की खुशी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं
AmartyaSen_Econ MamataOfficial हरामखोर तू कौनसा बंगाली या भारतीय है?पहले ही अमेरिका के टुकड़े खाकर और पूंछ हिला कर नोबेल लिया था।तेरी पढाई या नोबेल से बंगाल को क्या मिला जो बोल रहा है,तेरी औकात क्या है?तेरे अर्थशास्त्र से लोगो को दो कौड़ी की भी कमाई नही हुई।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial इसे समय रहते भारत छोड़ देना चाहिए ऐसा बंगाली नहीं चाहिए
AmartyaSen_Econ MamataOfficial गधों को नोबेल पुरस्कार मिल जाए ऐसी किस्मत सब गधों की कहां होती है कुछ खास बंगाली गधे होते हैं उन जैसे सेन साहब.....
AmartyaSen_Econ MamataOfficial Jai Shri Ram Muslims se jura hai Kya? You should leave India as you told if Modi comes to power,he will leave India.
AmartyaSen_Econ MamataOfficial Aap Kaise ise against bol skte ho ... Apko saath me bolna chaiye ... Mr Arthashashtri .. AmartyaSen...
AmartyaSen_Econ MamataOfficial पाश्चात्य और वाम संस्कृति के वाहक अमर्त्यसेन का भारतीय संस्कृति से लगाव नहीं है। उन्हें उपेक्षित किया जाना चाहिए। सेन व ममता बंगला संस्कृति को बढावा देकर बिषय बदलने की कोशिश करते हैं, तब उनके अंदर बैठा देशद्रोह उजागर हो जाता है।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial जय माँ दुर्गा भी बोलोगे तो भी रोहिंग्या का वोट नहीं मिलेगा।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial चूतिया की घोड़ी है ये idiot, बकलोल है अमरत्य सेंन
AmartyaSen_Econ MamataOfficial गधा है ये अर्थ शास्त्री, कांग्रेस का दलाल है
AmartyaSen_Econ MamataOfficial तो अल्लाहु अकबर बंगाली संस्कृति से जुड़ा है क्या? तथाकथित सेकुलर देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं जो विदेशी ताकतों के इशारे पर भारत की संस्कृति और स्वाभिमान को नष्ट करने पर तुले हुए हैं। ये नहीं चाहते कि सहिष्णु और उदार हिन्दू एकजुट हों। ये वैमनस्य पैदा कर भारत को तोड़ना चाहते हैं।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial इसे कहते है जले पर नमक छिड़कना पता करो इनको नोबल किसने दिया
AmartyaSen_Econ MamataOfficial kyon buddhijivi insan jai shree ram bolne me kya dikkat hai. maa durga ki jai bolna to hai hi kya jai shree ram nahi bol sakte
AmartyaSen_Econ MamataOfficial अबे ईसाइयों को तो जय श्रीराम वैसे भी बुरा लगेगा।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial हे अनर्थशास्त्री! हमारे राम किसी एक राज्य की संस्कृति से नहीं, अखिल मानव संस्कृति से सम्बद्ध हैं।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial यह नोबेल पुरस्कार विजेता नहीं चाटुकार विजेता पुरस्कार से सम्मानित है।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial आप तो देश के साथ भी नहीं जुड़े फिर भी आपको नोबल के चक्कर में भारत रत्न दिया गया,
AmartyaSen_Econ MamataOfficial ये नोबेल कहा और कितने में मिलता है
AmartyaSen_Econ MamataOfficial इसे नोबल पुरस्कार किसने दिया
AmartyaSen_Econ MamataOfficial अल्लाहू हू अकबर जुडा हुआ है क्या?
AmartyaSen_Econ MamataOfficial अब ये क्या बात हो गयी सर , हर चीज में अपने हिसाब से कुछ कुछ खोजते रहते है ताकि आपका वर्चस्व बना रहे
AmartyaSen_Econ MamataOfficial To politicize any diety is not fair but whether the question of culture, vaishnavism championed by Bengal. Have chatainaya has been forgotten by Bengal? It may be issue of a segment not whole of Bengal. Bengal is as beautiful, enlightened and inclusive as other states of India.
AmartyaSen_Econ MamataOfficial Rahne do Sr G nahi to aap ko v ye andh bhkt aur paid media wale gaali de de k pka daalenge...Ye chutiye hote kaun h Jai Shree Ram bolwane wale..M schche dil se Ram ko manta hu aur yhi kafi h mere liye..mujhe kisi k certificate ki jarurat nahi h..Aur haa M berojgar hu.
AmartyaSen_Econ MamataOfficial जुड़ा नहीं है तो मत बोलो लेकिन बोलने वालों को मारना कहां का इंसाफ है? नोबेल पा लिया तो जरूरी नहीं की हर क्षेत्र का विद्वान हो जाए
AmartyaSen_Econ MamataOfficial अमर्त्य सेन ,राजदीप,रविश,पुण्यप्रसून,अभिसार,बरखा,आशुतोष आदि आदि एक ही क्लब की सदस्यता रखते हैं।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial
AmartyaSen_Econ MamataOfficial अंकल 🙏 आपका दिमाग अर्थशास्त्र में इस्तेमाल करें 😂
AmartyaSen_Econ MamataOfficial Respected sir please hmari news b lgaa do
AmartyaSen_Econ MamataOfficial Ab jud gaya hai
AmartyaSen_Econ MamataOfficial इसको ज्यादा सरपंच बनने की जरूरत नही है श्री राम व् माँ दुर्गा दोनो ही हमारे देवता है। जो अपने स्वार्थ के लिए अपना धर्म बदल लिया हो ऐसे लोगो को बिच मे टांग अड़ाने की जरूरत नही है इसकी और इसकी बीबी की ED को तपास करवानी चाहिए इनके पास पैसे कहा कहा से आते है
AmartyaSen_Econ MamataOfficial तो भइया जिनको जय श्री राम बोलना है बंगाल में उनसे दिक्कत क्यों है,दिल के खोट को संस्कृति की दुहाई की आड़ में छिपा नही सकते तुम लोग।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial राघव शक्ति मिलन समारोह क्या है।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial नोबेल पुरस्कार अर्थशास्त्र में मिला है अधयातम में या सांस्कृतिक विरासत अध्यन में नहीं मिला।
AmartyaSen_Econ MamataOfficial Haanji, wo to Rothschild ka diya hua hai🤔
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »