नोटबंदी के बाद से देश में 50 लाख लोगों की नौकरियां गईंः रिपोर्ट

  • 📰 द वायर हिंदी
  • ⏱ Reading Time:
  • 29 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 15%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

नोटबंदी के बाद से देश में 50 लाख लोगों की नौकरियां गईंः रिपोर्ट Demonetization Unemployment Economy NarendraModi Jobs नोटबंदी बेरोजगारी नौकरियां नरेंद्रमोदी अर्थव्यवस्था

रिपोर्ट में बताया गया है कि नौकरी खोने वाले इन 50 लाख लोगों में शहरी और ग्रामीण इलाकों के कम शिक्षित पुरुषों की संख्या अधिक है. पुरूषों की तुलना में महिला इससे अधिक प्रभावित हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नवंबर 2016 को लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद देश के 50 लाख लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है. इसमें से अधिकतर लोग असंगठित क्षेत्र के समाज के कमजोर वर्ग से हैं.

यह पूछने पर कि नौकरियों के छूटने और रोजगार के अवसर नहीं मिलने के संभावित कारण क्या हो सकते हैं? इस पर बसोले ने कहा, ‘नोटबंदी और जीएसटी के अलावा जहां तक अनौपचारिक अर्थव्यवस्था का सवाल है, मुझे कोई अन्य कारण नजर नहीं आता.’ रिपोर्ट के मुताबिक, ‘सामान्य तौर पर पुरूषों की तुलना में महिला इससे अधिक प्रभावित है. महिलाओं में बेरोजगारी दर और सबसे अधिक है और कार्यबल में भागीदारी सबसे कम है.’

इसमें कहा गया, ‘इस पूरे समय बेरोजगारी दर तीन फीसदी के आसपास रही, शिक्षित लोगों के बीच बेरोजगारी दर 10 फीसदी थी. यह 2011 से बढ़कर 2016 में 15-16 फीसदी के आसपास रही.’

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Yeh congress ke talwe chatne wala news hai

gulzarhussain नोटबंदी मोदी का पीछा नहीं छोड़ रहा,कभी कालाधन सफेद करने का आरोप मोदी को ढोना पड़ा तो कभी यूवाओं का रोजगार बर्बाद करने का,कोई यह नहीं सोच रहा कि पकौड़ा तलने का रोजगार कितने युवाओं को मिला और पान मे चूना लगाने से सायकिल पंक्चर बनाने तक,मुद्रा योजना का लाभ भले ही इन्हें न मिला हो

जब नौकरी के आंकड़े जारी नहीं होते तो ये बेरोजगारी के आंकड़े कैसे आ गए ?

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 3. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

राजतिलक: बीच मतदान, क्यों हिंदू मुसलमान? Rajtilak: Why religious politics in between the voting? - Rajtilak AajTak2019 के चुनावी महासमर में किसका होगा राजतिलक, आजतक का चुनाव स्टूडियो ये जानने के लिए पहुंच गया है सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में. आज लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर वोटिंग पूरी हो गई है. लोकतंत्र के इस पर्व को मनाने के लिए देश भर की जनता ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. हालांकि मतदान के दौरान कई जगह EVM की खराबी को लेकर वाद विवाद भी हुए.  वहीं,  मुजफ्फरनगर में बीजेपी प्रत्याशी संजीव बालियान ने बुर्के में महिलाओं के चेहरे की जांच नहीं किए जाने का मुद्दा उठाते हुए यहां फर्जी मतदान का आरोप लगाया है. बालियान ने दो टूक कहा कि अगर इसे नहीं रोका गया तो वह इस सीट पर चुनाव आयोग से दोबारा मतदान की मांग करेंगे. आज के राजतिलक में रायबरेली की जनता के बीच, बुर्का पॉलिटिक्स और कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा.चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर anjanaomkashyap anjanaomkashyap *लो अब पत्रकार भी बता रहे है गडकरी को नागपुर से अपनी हार दिखाई दे रही है , नाना भाऊ से 60000 से हारने का पता चलने पर गडकरी जल्द इंदौर से नामांकन भरने वाले है* anjanaomkashyap chowkidar chor hai
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

नोटबंदी के बाद भारत में 50 लाख लोगों ने गंवाई नौकरी: रिपोर्ट में हुआ खुलासाअजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर ससटेनेबल एम्पलॉयमेंट द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 8 नवंबर 2016 की आधी रात लागू हुई नोटबंदी के बाद 50 लाख लोगों की नौकरियां चली गई हैं. Bhoot bdhiya Yha ke logo ko Job ka nhi Modi ka tenson h...... यह रिपोर्ट किसने और कब तैयार की ? ब्लैक मनी बदलने के लीये 10% पे लाईनमे लगे लोगों को तो गिना नही गया ? एकेक दिन मे इन बेकारोने 800-1200 कमाये है और वह भी 2-3 महीने।
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

महिला से गैंगरेप मामले में तीन आरोपियों को 20 साल की सजा, जुर्माना भी लगापंजाब: गुरदासपुर की एक अदालत ने विवाहित महिला के साथ गैंगरेप करने के तीन आरोपियों को 20 साल कैद और 50 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई (JurmAajTak) manjeet_sehgal JurmAajTak manjeet_sehgal Very good. It will discourage rapists. JurmAajTak manjeet_sehgal ModiHainTohMumkinHain JurmAajTak manjeet_sehgal
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

झारखंड: गोहत्या के शक़ में भीड़ ने की आदिवासियों की पिटाई, एक की मौतघटना गुमला ज़िले के जुरमू गांव में हुई, जहां आदिवासी समुदाय के कुछ लोग एक मृत बैल का मांस निकाल रहे थे, जब पड़ोस के गांव के कुछ लोगों ने उन्हें देखा और गोहत्या के संदेह में उन पर हमला कर दिया. इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन घायल अस्पताल में भर्ती हैं. we condemn on this type of lynching.... भगवान उसके आत्मा शांति दे!!!!!! JAI BHIM!!!!!!! LAL SALAM!!!!!!!! EwfA5dlAsy93FnB Neta ka sapot hoga
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

आंध्र प्रदेश में चुनाव संबंधी झड़पों में दो की मौत, ईवीएम में गड़बड़ी की भी सूचनामारे गए लोग सत्तारूढ़ तेलुगू देशम पार्टी और मुख्य विपक्षी दल वाईएसआर कांग्रेस के कार्यकर्ता थे. आंध्र प्रदेश के बंटवारे के बाद राज्य में पहली बार लोकसभा की 25 एवं विधानसभा की 175 सीटों के लिए मतदान हुए. Tumhari gaand me chanune kaat rhe h gadhe kahi k vinod baddua
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

झारखंडः गोहत्या के शक़ में भीड़ के हमले में घायल तीनों आदिवासियों के ख़िलाफ़ केस दर्जझारखंडः गोहत्या के शक़ में भीड़ के हमले में घायल तीनों आदिवासियों के ख़िलाफ़ केस दर्ज Jharkhand MobLynching CowSlaughter झारखंड मॉबलिंचिंग गोहत्या गजब हाल है नया कानून आया है ...जो घायल है उसी पर केस.... AJEnglish asadowaisi TV9Bharatvarsh NationalDastak दैश की हालत अंधेर नगरी चोपट राजा की हो गयी हे
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

देशतकः अली-बजरंगबली के भरोसे चुनावी बाहुबली? Desh Tak: Politics on Ali and Bajrangbali in LS Poll - Desh Tak AajTakचुनावी माहौल में धर्म के नाम पर वोट मांगना, वोटर को बहकाना, लालच में डालना, नेताओं का खास शगल बन चुका है. यूपी में अली और बजरंग बली को लेकर सभी पार्टियों के नेताओँ में चुनावी रेस लगी हुई है. सवाल ये है कि धर्म के नाम पर वोट की उगाही क्यों. चुनाव आयोग नोटिस पर नोटिस भेजे जा रहा है, सवाल पूछ रहा है कि जब कानून की किताब में साफ साफ लिख दिया कि धर्म के आधार पर वोट नहीं मांग सकते, तो नेताओं के चुनावी भाषण में हिंदू मुसलमान क्यों हो रहा है. लेकिन चुनाव आयोग के नोटिस हिंदुस्तान के नेताओं का हौसला डिगा दें तो फिर नेता ही क्या. लोकतंत्र का महासमर है, सत्ता की सबसे जबर्दस्त जंग है, जीत हर हाल में चाहिए, और जीत के शर्तिया हथियार हाथ में हैं तो फिर काहे का कायदा, और काहे का नोटिस, सब जायज है. चाहे सीधे सीधे वोटर को लुभाना हो चाहे दूसरों की गलतियां गिनाना का बहाना, नेताओं के भाषणों में धर्म का मुलम्मा नीचे से ऊपर तक चढ़ा है.. chitraaum बजरागबली के प्रभु श्रीराम अपना घर माग रहे हैं ये ठगबंधन सहयोग नही कर रहा है। chitraaum जब 5 साल से तुमलोगों के पास यही न्यूज़ थी बहस के लिये, तो अब क्यों बेचैनी हो रही? मीडिया को तो शांति से अपने ऐजेंडे पे लगे रहना चाहिए। जयहिंद chitraaum
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

'PM मोदी की नोटबंदी खा गई थी 50 लाख लोगों की नौकरियां'रिपोर्ट के अनुसार, 'सामान्यतः पुरुषों से कहीं अधिक महिलाएं बुरी तरह इससे प्रभावित हुई हैं। उनकी बेरोजगारी दर कहीं अधिक है।'
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

जलियांवाला बाग हत्‍याकांड : वह जगह, जहां अब भी मौजूद हैं निहत्थों पर बरसाई गई गोलियों के निशां, 10 खास बातेंआज जालियांवाला बाग की 100वीं बरसी है. देश जालियांवाला बाग की 100वीं बरसी पर शहीदों को याद कर रहा है. साल 1919 में अमृतसर में हुए इस नरसंहार में हजारों लोग मारे गए थे लेकिन ब्रिटिश सरकार के आंकड़ें में सिर्फ 379 की हत्या दर्ज की गई है. जलियांवाला बाग हत्‍याकांड ब्रिटिश भारत के इतिहास का काला अध्‍याय है. आज से 99 साल पहले 13 अप्रैल, 1919 को अंग्रेज अफसर जनरल डायर ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में मौजूद निहत्‍थी भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलवा दी थीं. इस हत्‍याकांड में 1,000 से ज़्यादा लोग मारे गए थे, जबकि 1,500 से भी ज़्यादा घायल हुए थे. जिस दिन यह क्रूरतम घटना हुई, उस दिन बैसाखी थी. इसी हत्‍याकांड के बाद ब्रिटिश हुकूमत के अंत की शुरुआत हुई. इसी के बाद देश को ऊधम सिंह जैसा क्रांतिकारी मिला और भगत सिंह के दिलों में समेत कई युवाओं में देशभक्ति की लहर दौड़ गई. जानिए, जलियांवाला बाग हत्‍याकांड से जुड़ी 10 खास बातें...
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »