सबसे पहले कहा गया है,"ये टिप्पणियाँ किसी राजनीतिक मुद्दे से जुड़ी नहीं थीं और किसी की भावनाएँ आहत करने का इरादा नहीं था." आगे कहा गया है,"श्री राम और उनसे संबंधित स्थानों को लेकर कई मत और संदर्भ हैं. प्रधानमंत्री श्री राम, अयोध्या और इनसे जुड़े विभिन्न स्थानों को लेकर तथ्यों की जानकारी के लिए केवल उस विशाल सांस्कृतिक भूगोल के अध्ययन और शोध के महत्व का उल्लेख कर रहे थे जिसे रामायण प्रदर्शित करती है.
बयान के तीसरे बिंदु में कहा गया है,"इसका मतलब अयोध्या और सांस्कृतिक मूल्यों के महत्व को कम करना नहीं था." बयान में सबसे आख़िर में कहा गया है कि"नेपाल में हर साल विवाह पंचमी मनाया जाता है. इस अवसर पर भारत के अयोध्या से नेपाल के जनकपुर तक बारात आती है. नेपाल और भारत के प्रधानमंत्रियों ने मई 2018 में रामायण सर्किट लॉन्च किया था जिसका जनकपुर-अयोध्या बस सेवा एक अहम हिस्सा है. ये सारे तथ्य दोनों देशों और वहाँ की जनता के बीच लंबे समय से चले आ रहे सांस्कृतिक संबंधों को दर्शाते हैं.
आप परेशान ना हो हम अच्छी तरह जानते हैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम अपनी बारात जनकपुर ले गए थे संभवतः हमारे पुरखे भी इस बारात में शामिल हुए थे जो नेपाल में पड़ता है
Wahh bbc channel ..
Nepal Prime Minister KP Sharma Oli said that India has violated cultural facts by establishing 'fake Lord Rama's temple in Ayodhya' ... Oli said that India has encroached upon the facts. Lord Rama's kingdom Ayodhya is located to the west of Birganj in Nepal.
Anti India media
के पी शर्मा ओली के दिए गए बयान राम अयोध्या में नहीं नेपाल में पैदा हुए थे वह नेपाली थे, अयोध्या नेपाल में है भारत में नहीं भारत की अयोध्या नक़ली हैं इससे भारतीय जनता को ठेस पहुंची है इसका दूरगामी परिणाम होगा।क्या इस बयान से चीन और पाकिस्तान को ठेस पहुंची है।
नेपाल को भड़काने के पीछे गोदी मीडिया का हाथ है।,☺☺
पूरा नेपाल ही 1765 ई0 से पहले देखे तो वह भारत के राजबाडो के अधीन था । तराई पूरा तो सुगौली समझौता तक दरभंगा महाराज के अंदर था ।
.THEN WHAT WAS HE DOING? COMEDY?
is feku ke bareme koi kuch nahi bolega ?
तो मूर्खतापूर्ण बयान क्यों जारी करते हैं केवल राजनीतिक लाभ के लिए।
अव्वल कम्युनिस्टनेताओं का धर्म कोई विश्वास,आस्था नही होती हैं हिन्दू धर्म में तो बिल्कुल नही वो हिन्दू धर्म की शिक्षा,आस्था का मजाक बनाते,अंधविश्वास बताते,ओली भी हिन्दूओं के बीच फूटडालना,नेपाली,हिन्दुस्तानी के दुश्मनी पैदा करके अपने आँका चीन को खुश कर अपनी कुर्सी बचाने में लगे है
तो क्या चंफर को खुश रखने के लिए बोला गया था
Kuch b
No, this man is basically playing a very old card hillies vrs tarais. He in other way resurrecting same issue as of Tamils in Srilanka. Politicians in particular the communists have been playing this card since very long along with pumped up aversions in Nepalese mind to india.
Sala muje to lagta hai ke duniya ke sabhe desh Nepal se bane hain aur Nepal zara sa reh gaya🤣🤣🤣
Jo ganja kha kr bole uski baato pr or us pr koi vishvas nai krta h
Nepal tere ko marna hai kya bhosdi k Dar nhi lagta tere ko😑😑
श्री राम प्रभु बोलो , आदर से नाम लिखो और लो भी
Mentally retired person
😂👌
ज़मीन कब्ज़ा कर लेते तो शायद माफ़ कर देते। अब युद्ध की तैयारी शुरू कर दो।
yha pr jo अयोध्या h wo ky galt hai agr Nepali me real hai to 🙄
हे प्रभु ये लॉली कौन सा मायावी जीव है ये कैसा मायाजाल है 😆😆
नजर फेर लिजे उईगर उईई सनातन दमन मे , अंतर निकाल दीजे! जो परिस्थिति बन रही सामने - शर्मा जी जन्मे उस साल से चीन का मंतव्य सामने, वो चाहता क्या ? और भारत से, न पाने स्थतिमें ! नेपाल भूटान ही, उसकी जरूरत !! भारत की आँख फिरें - चाहता चीन!
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »