के इलाज में प्रभावी बताया जा रहा है। कंपनी ने पिछले सप्ताह भारतीय औषधि नियामक से इस स्प्रे के निर्यात और मार्केटिंग की अनुंति मांगी थी। हालांकि, औषधि नियामक के तहत आने वाले विषय विशेषज्ञ समिति ने कंपनी को स्प्रे के तीसरे चरण का ट्रायल कराने की सलाह दी थी।
इस नेजल स्प्रे के लिए ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स ने कनाडा की कंपनी सैनोटाइज के साथ हाथ मिलाया है। कंपनी कह चुकी है कि वह अन्य उत्पादों के लिए इन-लाइसेंसिंग का मूल्यांकन करना जारी रखेगी। कंपनी ने कहा, 'कोविड-19 के खिलाफ जंग में हम हमेशा से अग्रिम मोर्चे पर तैनात रहे हैं, जिसका एक उदाहरण फैबिफ्लू है जिसे कोरोना के हल्के से मध्यम मरीजों और चिकित्सकों की ओर से खूब समर्थन मिला।'
सैनोटाइज और अन्य कंपनियों के साथ भागीदारी को लेकर ग्लेनमार्क ने कहा कि हम भारत की जनता को कोविड-19 से सुरक्षित करने के लिए सैनोटाइज समेत अन्य कंपनियों के साथ भागीदारी के अवसर तलाश रहे हैं। बता दें कि सैनोटाइज पहले ही कुछ अन्य देशों में इस नेजल स्प्रे को लॉन्च कर चुकी है। इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह कोरोना वायरस संक्रमण के एंटीवायरल इलाज में काफी प्रभावी है। के इलाज में प्रभावी बताया जा रहा है। कंपनी ने पिछले सप्ताह भारतीय औषधि नियामक से इस स्प्रे के निर्यात और मार्केटिंग की अनुंति मांगी...
सैनोटाइज और अन्य कंपनियों के साथ भागीदारी को लेकर ग्लेनमार्क ने कहा कि हम भारत की जनता को कोविड-19 से सुरक्षित करने के लिए सैनोटाइज समेत अन्य कंपनियों के साथ भागीदारी के अवसर तलाश रहे हैं। बता दें कि सैनोटाइज पहले ही कुछ अन्य देशों में इस नेजल स्प्रे को लॉन्च कर चुकी है। इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह कोरोना वायरस संक्रमण के एंटीवायरल इलाज में काफी प्रभावी है।खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं?खबर में और अधिक सुधार की आवश्यकता...