- फोटो : सोशल मीडियानिर्भया के दोषियों की फांसी में देरी हो सकती है। दरअसल दोषियों में से एक मुकेश सिंह ने पटियाला हाउस अदालत से जारी डेथ वारंट को हाईकोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर अदालत में सुनवाई जारी है। दोषी के वकीलों ने अदालत से कहा है कि राष्ट्रपति के दया याचिका खारिज कर देने के बाद भी उसे 14 दिन का समय मिलता है। गौरतलब है कि निर्भया के दोषियों की फांसी के लिए अदालत ने सात जनवरी को डेथ वारंट जारी किया था। इन दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दी जानी है। मुकेश ने राष्ट्रपति को दया याचिका भी...
एडवोकेट जॉन की दलीलों के बाद जस्टिस मनमोहन ने कहा आपकी आपराधिक याचिका 2017 में खारिज कर दी गई थी। तब आपने क्यों नहीं क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका डाली? आप ढाई साल से क्या कर रहे थे? कानून आपको सिर्फ एक उचित समय दे सकता है याचिकाएं डालने के लिए। जॉन ने ये भी बताया कि क्यों क्यूरेटिव पिटीशन 6 जनवरी को फाइल नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि दो डॉक्यूमेंट जो मांगे गए थे वो उपलब्ध न हो सकने के कारण ऐसा हुआ।जॉन ने अपनी दलील रखते हुए शत्रुघ्न चौहान बनाम यूओआई केस का उदाहरण भी रखा कि मौत की सजा पा चुके दोषी भी आर्टिकल 21 के हिसाब से सुरक्षा पाने के अधिकारी हैं।वकील जॉन ने कहा कि तिहाड़ प्रशासन ने चारों दोषियों को नोटिस दिया था, जिसमें बताया था कि उनके पास सिर्फ दया याचिका का रास्ता है। उन्हें क्यूरेटिव पिटीशन के बारे में नहीं बताया गया था।जस्टिस...
जॉन ने कहा कि दोषी ने दया याचिका डाली है उस पर निर्णय होने दीजिए। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के हिसाब से इसे 14 दिन मिलने चाहिए। सिर्फ यही नहीं दया याचिका खारिज होने के बाद भी उसे अपने कानूनी अधिकार को इस्तेमाल करने के लिए समय मिलना चाहिए।
ये कानून की कमजोरियां हैं जिससे मुजरिम आंखमिचौली खेलते रहते है। कानून की इन कमजोरियों को जल्द ठीक करना चाहिए
ऐसे लोगो को सरेआम गोली मारने का कानून बनाना चाहिए लेकिन कभी नहीं बनेगा मेरा भारत महान
लोग तमाशबीन बने है शर्म करो डूब मरो जब खुद पर ना गुजरे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता लोगो को
जिस देश में नवरात्रि में एक औरत को माँ का दर्ज़ा दे कर पूजा जाता वही रोज उनका मज़ाक उड़ता है गज़ब है इस देश का सविंधान झुट्ठे पाखंडी लोग देश में रोज माँ बहन बेटियों को इज़्ज़त तार तार होती हो वो कहा का नया हिंदुस्तान
तभी तो हमारी माँ बहने बेटियां सुरक्षित नहीं आरक्षण caa nrc पर आंदोलन रोज हो रहा है इस पर सभी चुप है डूब मरो
यही है अपने देश का कानून
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »