नहीं, ये नए तथ्य हैं. तिहाड़ के पूर्व जेल अधिकारी सुनील गुप्ता की किताब का जिक्र किया जिसमें इस बात की संभावना व्यक्त की गई है कि इस केस के अन्य आरोपी राम सिंह की जेल में हत्या की गई थी. ये नए तथ्य हैं, जिन पर कोर्ट को फिर से विचार करना चाहिए.हम लेखक की बातों पर नहीं जाना चाहते. ये एक खतरनाक ट्रेंड होगा अगर लोगों ने ट्रायल के बाद किताबें लिखना शुरू कर कर दिया और ऐसी बातों का जिक्र करना शुरू कर दिया तो ये सही नहीं होगा. इस बहस का कोई अंत न होगा अगर कोर्ट ऐसी बातों पर ध्यान देने लगेगी.
दोषी अक्षय के वकील की दलील- दिल्ली में वायु प्रदूषण-पानी की गुणवत्ता बेहद खराब, ऐसे में फांसी की सजा क्यों? कलयुग में लोग केवल 60 साल तक जीते हैं जबकि दूसरे युग में और ज़्यादा जीते थे. दिल्ली में वायु प्रदूषण और पानी की गुणवत्ता बेहद खराब है, ऐसे में फांसी की सजा क्यों? सरकार भी मानती है कि दिल्ली की हवा बेहद खराब है, डॉक्टर बाहर जाने की सलाह देते हैं.
इस केस में दो पक्ष हैं- नैतिक और कानूनी. नैतिक पक्ष में मानवाधिकारों की बात है जिसके तहत कहा जाता है कि आप अपराधी को तो मार सकते हैं लेकिन अपराध को नहीं. भारत में जीवन को बेहद पवित्र माना जाता है. फांसी एक तरह की हिंसा है. गरीब फांसी की सजा पाते हैं लेकिन कभी अमीर पर ये फंदा नहीं कसता...पीडि़ता ने अपने बयान में किसी आरोपी का नाम नहीं लिया था. उसको एक भी दिन होश नहीं आया. ऐसे में उसने इतना लंबा बयान कैसे दिया? निर्भया का आखिरी बयान संशयपूर्ण है और उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता.
महात्मा गांधी ने भी कहा था कि मौत की सजा उचित समाधान नहीं है. अपराधियों को पुनर्वास का मौका मिलना चाहिए. गरीब लोग अपने लिए कानूनी उपाय सही से नहीं कर पाते, इसलिए उन्हें मौत की सजा दी जाती है. मौत की सजा मानवाधिकारों का उल्लंघन है. ये भारत विरोधी संस्कृति का लक्षण है. हम दिल्ली में रहते हैं जो प्रदूषण की वजह से वैसे ही गैस चैंबर बन चुकी है.
ऐसे लोगों को तत्काल लटकाने की जरूरत है ।
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »