न होने से व्हाट्सएप यूजर्स को उनके अनुकूल विकल्प देना ही नहीं चाहता। उसे डर ही नहीं कि यूजर्स घट जाएंगे। यही एकाधिकार का नुकसान है।
आयोग ने नई नीति की परतों का खुलासा करती अखबार में प्रकाशित खबरों का 19 जनवरी को खुद संज्ञान लिया। कैलिफोर्निया स्थित कंपनियों व्हाट्सएप व फेसबुक को प्रतिवादी बनाया गया। सुनवाई में पूछे सवाल पर फेसबुक ने कहा, हालांकि व्हाट्एप उसकी कंपनी है, लेकिन उसका काम अलग है, इसलिए उसे केस से अलग रखा जाए। इससे एक ही प्लेटफॉर्म को कारोबार व उत्पादों का एकाधिकार बढ़ाने का अवसर मिल सकता है, जिस पर किसी का नियंत्रण नहीं है। इससे उपभोक्ताओं को भी नुकसान होगा। यह भी कानून के खिलाफ है।व्हाट्सएप ने निजता नीति के तहत यूजर्स को धमकाना शुरू कर दिया था कि जो इसे स्वीकार नहीं करते हैं, उनका आठ फरवरी को अकाउंट बंद हो जाएगा। बाद में डेडलाइन 15 मई की गई। नीति में व्हाट्सएप ने बताया है कि वह किन परिस्थितियों में यूजर्स की जानकारियां फेसबुक और अपने बाकी प्लेटफॉर्म पर कारोबारी उपयोग में लेगा।व्हाट्सएप ने 25 फरवरी...
आयोग ने नई नीति की परतों का खुलासा करती अखबार में प्रकाशित खबरों का 19 जनवरी को खुद संज्ञान लिया। कैलिफोर्निया स्थित कंपनियों व्हाट्सएप व फेसबुक को प्रतिवादी बनाया गया। सुनवाई में पूछे सवाल पर फेसबुक ने कहा, हालांकि व्हाट्एप उसकी कंपनी है, लेकिन उसका काम अलग है, इसलिए उसे केस से अलग रखा जाए।
निजता का हनन तो सारी कंपनियां के प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कर ही रही है चाहे वह फेसबुक हो टि्वटर हो व्हाट्सएप हो इंस्टाग्राम हो सब कहीं न कहीं कर रही हैं फर्क सिर्फ इतना है कि व्हाट्सएप ने अब कह कर के शुरू करने की कोशिश की है जबरदस्ती किंतु ट्विटर फेसबुक भी परोक्ष रूप से हमारे य
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