लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़े थिंक टैंक नरेंद्र मोदी और अमित शाह कॉन्फिडेंस में हैं। वह लगातार दावा कर रहे हैं कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन इस बार 400 के जादुई आंकड़े काे पार कर जाएगा। वैसे तो नेता चुनाव में दावे तमाम करते ही रहते हैं। लेकिन देश की राजनीति में ये पहला मौका रहा जब प्रधानमंत्री ने संसद में ही ये दावा कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में साफ कहा था कि हमारी सरकार का तीसरा कार्यकाल भी बहुत दूर नहीं है। मैं आमतौर पर आंकड़ों के चक्कर में...
दरअसल करीब 10 साल पहले यूपी प्रभारी बनाए गए अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी के संगठन में बड़े सुधार किए। उन्होंने एक-एक वोटर तक पहुंचने के लिए पन्ना प्रमुख का कांसेप्ट लागू किया। आज पूरे देश में पन्ना प्रमुख ही भारतीय जनता पार्टी की रीढ़ माने जाते हैं। इसकी अहमियत इतनी है कि गुजरात चुनाव के दौरान खुद अमित शाह ने पन्ना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली। इस रणनीति ने कैसे भाजपा के लिए गेमचेंजर की भूमिका निभाई, आइए विस्तार से समझते...
पन्ना प्रमुख मतलब वोटरलिस्ट के एक पेज का प्रभारीपन्ना प्रमुख का सीधा सा मतलब वोटर लिस्ट के एक पेज का इंचार्ज। मोटे तौर पर वोटरलिस्ट के एक पेज में 30 वोटर्स के नाम होते हैं। पन्ना प्रमुख यानी इस पेज के इंचार्ज की इन 30 वोटरों के संपर्क में रहने की जिम्मेदारी होती है। इनकी जिम्मेदारी मतदान के दिन इन सभी 30 वोटर को पोलिंग बूथ तक ले जाने की जिम्मेदारी होती है। वोटिंग से पहले ये सभी को मतदान की याद दिलाते हैं। उन्हें लगातार वोट डालने के लिए प्रेरित करते हैं। खासतौर पर पार्टी की विचारधारा से जुड़े...
ए, बी, सी, डी फार्मूले से मैन टू मैन मार्किंगभाजपा से जुड़े एक नेता के अनुसार चुनाव आयोग को फाइनल वोटिंग का डेटा जारी करने में समय लगता है लेकिन पन्ना प्रमुखों की ताकत के बल पर पार्टी को आयोग से पहले ही आंकड़ा मिल जाता है। इस तेज सिस्टम का लाभ ये होता है कि चुनाव के बीच में भी हवा का रुख समझने में आसानी होती है और पार्टी अपनी रणनीति उसके हिसाब से दुरुस्त करती रहती है। भाजपा ने अपने प्रदर्शन के आधार पर हर पोलिंग को ए, बी, सी, डी श्रेणी में बांट रखा है। इसमें ऐसे बूथ जहां से भाजपा हमेशा जीत दर्ज...
मतदान के दिन ही नहीं पांच साल लगातार देते हैं फीडबैकगौर करने वाली बात ये है कि ये पन्ना प्रमुख सिर्फ मतदान के दिन ही नहीं, पांच साल लगातार पार्टी को मतदाता का फीडबैक देते हैं। चाहे इसमें प्रत्याशी चयन की बात हो, केंद्र या राज्य सरकार के किसी फैसले का जनता पर क्या असर पर पड़ रहा है इसका फीडबैक हो या विपक्षी दलों की मजबूती आदि सभी की जानकारी समय-समय पर पार्टी संगठन को मिलती रहती है। इसका फायदा ये होता है कि नेतृत्व को तेजी से फैसले लेने में आसानी हो जाती...
नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव 2024 यूपी लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी अमित शाह Lok Sabha Election 2024 Uttar Pradesh News Amit Shah Claim Nda 400 Plus Up Lok Sabha Election उत्तर प्रदेश समाचार
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
लोकसभा चुनाव 2024: बीजेपी, कांग्रेस दोनों ने जम कर तोड़ा कानूनपहले चरण के मतदान से पहले 'साइलेंस पीरियड' के दौरान भाजपा और कांग्रेस दोनों ने विज्ञापन पोस्ट किए, जबकि ये चुनाव आयोग (EC) द्वारा निर्धारित आदर्श आचार संहिता (MCC) का उल्लंघन है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »