कृष्ण कुणाल सिंह, नई दिल्ली: विवेक विहार के C-54 स्थित बेबी केयर न्यूबोर्न अस्पताल में नवजातों के मौत की सूचना जब परिवारवालों को लगी तो मानो आंखों के सामने अंधेरा छा गया। आंखों में आंसू लिए माता-पिता अपने बच्चों की पहचान के लिए जीटीबी अस्पताल के मोर्चरी में भटकते रहे। पहले न तो अस्पताल वाले उन्हें कुछ बता रहे थे न ही पुलिस वाले। पुलिसकर्मी भी काफी देर से मोर्चरी में पहुंचे। काफी देर तक उन्हें पुलिसवाले का इंतजार करना पड़ा। बाद में उन्हें बारी-बारी से पहचान के लिए भेजा गया। पुलिस भी मेडिकल...
जन्म हुआ था। सभी बहुत खुश थे। लेकिन पता चला कि बच्चे के पेट में इंफेक्शन है। वह रो भी नहीं रहा था। उसका वजन हालांकि 3 किलो से अधिक था। लेकिन इंफेक्शन के कारण बच्चे को भर्ती कराया। उन्होंने बताया कि वह लोग गरीब हैं लेकिन बच्चे की इलाज में 60 से 70 हजार रुपये अस्पताल को दे चुके थे। अस्पताल वाले बच्चे को देखने भी नहीं दे रहे थे। बस बता देते थे कि बच्चा ठीक है। आग लगने के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने उन्हें सूचना नहीं दी। न्यूज चैनल से आग लगने का पता चला। तब वह अस्पताल पहुंचीं। फिर वहां से मोर्चरी आई...
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