धर्म के आधार पर देश विभाजन के कारण नागरिकता क़ानून में संशोधन की ज़रूरत पड़ी: अमित शाह

  • 📰 द वायर हिंदी
  • ⏱ Reading Time:
  • 45 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 21%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

धर्म के आधार पर देश विभाजन के कारण नागरिकता क़ानून में संशोधन की ज़रूरत पड़ी: अमित शाह CitizenshipAmendmentBill AmitShah Congress India Politics नागरिकतासंशोधनविधेयक अमितशाह कांग्रेस राजनीति भारत

गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा में आरोप लगाया कि धर्म के आधार पर 1947 में कांग्रेस पार्टी ने देश का विभाजन किया जिसके कारण सरकार को अब नागरिकता कानून में संशोधन के लिए विधेयक लाने की जरूरत पड़ी.

शाह ने सवाल किया, ‘तो फिर पाकिस्तान से आए लोगों को क्यों नहीं लिया ? इसके अलावा युगांडा से आए लोगों को भी नागरिकता दी गई. दंडकारण्य कानून को लेकर आए तब भी नागरिकता दी गई. राजीव गांधी के समय भी लोगों को लिया गया.’ उन्होंने कहा कि दुनिया के अनेक देशों में ऐसे ढेर सारे उदाहरण है जहां लोगों को नागरिकता दी गई.

शाह ने कहा कि तीन देश अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान भारत की भौगोलिक सीमा से लगे हैं. भारत के साथ अफगानिस्तान की 106 किलोमीटर की सीमा लगती है. गृह मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान ऐसे राष्ट्र हैं जहां राज्य का धर्म इस्लाम है. अमित शाह ने कहा कि इस विधेयक के माध्यम से इन तीन देशों से आए छह धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने की बात कही गई है. उन्होंने कहा कि इन तीनों देशों में स्वाभाविक रूप से मुसलमानों के साथ अत्याचार नहीं हुआ. गृह मंत्री ने कहा कि फिर भी कोई मुस्लिम नियमों के तहत आवेदन करता है, तब उस पर विचार किया जा सकता है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

इब्तिदाए इश्क़ है रोता है क्या। आगे आगे देखिए होता है क्या।।

जाति व वणॅ के आधार पे विभाजन करने वाले और छुआछूत ऊंच नीच को जन्म देने वाले। पिछले पांच हजार वषोॅ से देश की समस्या बने 'ब्रहम्मण' का क्या समाधान है? narendramodi rajnathsingh AmitShah RahulGandhi yadavakhilesh Mayawati Dr_Uditraj Profdilipmandal PJkanojia asadowaisi

सरकारी व कॉरपोरेट दबावों से मुक्त, जनतांत्रिक मूल्यों को आगे ले जाने और जनता से जुड़े उपेक्षित मुद्दों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध पत्रकारिता संस्थान कांग्रेस से तो पैसे लेते ह न?

दो नेशन, मतलब एक हिन्दू के लिए और एक मुसलमान के लिए, लेकिन दोनों देशो में क्रमश हिन्दू मुसलमान गए, भारत में मुसलमान हिन्दुओं के भाई बन कर रहे, लेकिन पाकिस्तान में हिन्दू मार दिए गए, प्रताड़ित किये गए, अब बताओ वो हिन्दू कहाँ जाये, उनके लिए दुनिया में एक ही देश बचा, वो हिंदुस्तान

देश पहले से जनसंख्या के दबाव में है और आर्थिक हालात बदतर हैं अपने नागरिकों के लिये रोजगार तक नहीं ऐसे में दानवीर शहनशाह विदेशियों के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं... देश के युवाओं का हक छीनकर विदेशियों को देना न्याय होंगा या अन्याय...

सरकार को ये भी बताना चाहिये कि यदि मुस्लिम शरणार्थी (अमित शाह के अनुसार घुसपैठिया) अपना धर्म बदल लेता है तब क्या होगा। कोई भी शरणार्थी पहले इन्सान होता है बाद में किसी धर्म को मानने वाला। इंसानों को धर्म के आधार पर विभाजित करना ग़लत (अधर्म) है। अमित शाह अधर्म कर रहे हैं।

कितनी झूठा है हमारे गृह मंत्री धर्म के आधार पर जिन्ना ने जो पाकिस्तान के मांग की उस समय गोलगावकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी यह सब धर्म के आधार पर देश बांटने का हिमायती की थी वह तो नेहरु की पटेल की आजाद की देन है हम लोगों का सारे धर्मों का समन्वय एक भारत मिला

C

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 3. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

LIVE: शाह का हमला- कांग्रेस ने धर्म के आधार पर किया देश का विभाजनCitizenshipAmendmentBill केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में पेश किया बिल, कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां कर रही हैं विरोध More than 2 rapes occur every day in Guj, with Ahmedabad city being the police jurisdiction accounting for the most rape cases, 621 in the last five years. From April 1, 2013 to March 31, 2018, a total of 4,358 cases of rape were reported in the state अबकी बार 20 सीट मिलेगा कांग्रेस को, लक्षण ठीक नहीं हुआ अब तक CommunalAmendmentBill
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

अमित शाह ने कहा, कांग्रेस ने धर्म के आधार पर किया देश का विभाजननागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर संसद में हंगामा, अमित शाह ने कांग्रेस को घेरा. Dear PMOIndia HMOIndia The sad story & facts of India's religious Partition be brought to the parliament & discussed in length to expose INCIndia role, apathy ^ connivance which led to massacre of millions & still massacres are continuing in those religiously divided areas बिल में कोई परेशानी नहीं है। यह हिंदू हितों की रक्षा के लिए है। Ab no appeasement, only development
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

VIDEO: टीम की हार के बावजूद मैदान पर छाए कोहली, बाउंड्री पर लपका शानदार कैचVIDEO: टीम की हार के बावजूद मैदान पर छाए कोहली, बाउंड्री पर लपका शानदार कैच ViratKohli imVkohli imVkohli Super man 💪 h Kohli bhaiya
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

इकोनॉमी पर कम हुआ लोगों का भरोसा, 5 साल के निचले स्‍तर पर कन्ज्यूमर कॉन्फिडेंसआर्थिक मोर्चे पर सुस्‍ती की वजह से आलोचना झेल रही मोदी सरकार के लिए एक और बुरी खबर है. दरअसल, लोगों का देश की इकोनॉमी पर भरोसा 5 साल के निचले स्‍तर पर है. nsitharaman cngrts mam you are doing a good job !! Waah Modi ji Waah. Aisi news sirf Twitter/social media pe post Kia kro, TV channel pe mat dikhaya kro..
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए जल्लाद बनने को तैयार ये हेड कांस्टेबलनिर्भया (Nirbhaya) के दोषियों को भी जल्द से जल्द फांसी देने की मांग हो रही है. इस बीच खबर आई थी कि तिहाड़ जेल के पास जल्लाद न होने के कारण दोषियों को फांसी देने की तारीख तय नहीं हो पा रही है. | nation News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी Open invitation daal do .. pura Hindustan khada ho jayega. Kisi ladki se karwa do.
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »

रॉकेट हमले के बाद इजराइल ने गाजा में हमास के ठिकानों पर हमले किएहमास अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी-गाजा में हमास सैन्य शाखा की अल-कसम ब्रिगेड और गाजा सिटी के पश्चिम में कसम क्षेत्र पर हमला किया गया. किसी के हताहत होने की तत्काल कोई जानकारी नहीं मिली है. | world News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »