धरती के बढ़ते तापमान को कैसे काबू किया जाए, हल निकालने के लिए दिग्गजों का जमावड़ा

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धरती के बढ़ते तापमान को कैसे काबू किया जाए, हल निकालने के लिए दिग्गजों का जमावड़ा -

 

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मिलेनियल पीढ़ी के लिए Samsung लाया है Galaxy M सिरीज़ फोन Samsung Galaxy M10 और M20 की सेल 5 फरवरी कोस्मार्टफोन सेगमेंट में सभी के दिलों पर राज करने वाली कंपनी Samsung अब अपनी नई Samsung Galaxy M सिरीज़ के साथ तैयार है। सिरीज़ के दो नए फोन M10 और M20 खास तौर पर मिलेनियल पीढ़ी के लिए तैयार किए गए हैं। ये फोन amazon.in औरsamsung.com पर 5 फरवरी को दोपहर 12 बजे सेल के जरिए प्रशंसकों को मिल सकते हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1981 से 1996 के बीच जन्मी पीढ़ी को मिलेनियल पीढ़ी कहा जाता है।मिलेनियल पीढ़ी की लाइफस्टाइल, कॅरियर च्वॉइस और रुचियां दूसरे लोगों से अलग होती है। इसी वजह से Samsung ने इस पीढ़ी के युवाओं के लिए खास फोन तैयार किए हैं। भारत की कुल आबादी का 34 प्रतिशत इसी पीढ़ी का हिस्सा है। ऐसे में Samsung के ये नए एंट्री लेवल फोन स्मार्टफोन मार्केट में अपनी धूम मचाने जा रहे हैं।Samsung Galaxy M सिरीज़ की खासियतइस सिरीज़ के फोन में पावरफुल प्रोसेसर, बैटरी, कैमरा और डिस्प्ले का समावेश है जो मिलेनियल पीढ़ी को पावर पैक्ड एक्सपीरियंस देने के लिए तैयार है।Samsung Galaxy M20 के खास फीचरडिस्प्ले: इसमें पावरफुल 16 सेंटीमीटर (6.3 इंच) FHD+ इन्फिनिटी वी डिस्प्ले का इस्तेमाल किया गया है। यह एज—टू—एज FHD+ डिस्प्ले उन मिलेनियल उपयोगकर्ताओं के लिए खास तौर पर तैयार किया गया है, जो अपने व्यूइंग एक्सपीरियंस को बेहतर बनाना चाहते हैं। इसमें आपको 90 प्रतिशत से अधिक का स्क्रीन रेशियो मिलेगा।बैटरी: इस फोन में 5000 mAH की बैटरी का इस्तेमाल किया गया है। यह बैटरी इतनी पावरफुल है कि दिनभर भरपूर इस्तेमाल के बाद भी यह खत्म नहीं होगी और आपको पावरबैंक साथ रखने की भी जरूरत नहीं होगी। इसके साथ ही यह फोन फास्ट चार्जिंग की तकनीक से भी लैस है। इसका 15W चार्जर इसे 3x फास्ट चार्ज करता है।कैमरा: इसमें अल्ट्रावाइड एंगल लेंस के साथ पावरफुल डुअल कैमरा का इस्तेमाल हुआ है। मेन कैमरा 13 एमपी का है और अल्ट्रावाइड कैमरा 5 एमपी का। मुख्य कैमरा आपको लो—लाइट फोटोग्राफ के साथ ही पोर्टेट शॉट लेने में मदद करता है, जबकि अल्ट्रावाइड कैमरा आपकी आंखों की तरह 120 डिग्री तक कैप्चर कर सकता है।फ्रंट कैमरा भी पावरफुल है जो 8 एमपी का है और इसमें इन—डिस्प्ले फ्लैश भी दिया गया है।प्रोसेसर: यह फोन एक्सीनॉस 7904 ओक्टा कोर प्रोसेसर के साथ आता है। इसमें इन्हेंस्ड मल्टीमीडिया सपोर्ट है और यह मेजर सीपीयू और जीपीयू बेंचमार्क पर अच्छा परफॉर्म
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

प्रियंका में इंदिरा की छवि तो पति पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की परछाई भी2014 में हुआ लोकसभा चुनाव छवि बोध की जंग भी था। छवि की ब्रांडिंग में जो आगे होगा, मैदान वही मारेगा। सपा-बसपा गठबंधन के बाद उत्तर प्रदेश के मैदान में कांग्रेस को मूर्छित ही माना जा रहा था, लेकिन ब्रांडिंग वाला बाजार इसी क्लाइमेक्स वाले समय को अहम मानता है। तुरुप का पत्ता भी इसी ब्रांडिंग का हिस्सा है। भारतीय राजनीति में इंदिरा गांधी को एक ब्रांड बना दिया गया है। 2019 के करो या मरो वाले हालात में इंदिरा जैसी छवि को औपचारिक तौर से उतारने का वक्त आ गया था। आज जब कांग्रेस की ओर से डंका बजा कर प्रियंका को उतारा गया है तो वे गांधी के साथ वाड्रा के भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरेवाले कुलनाम को भी ढो रही हैं। 2019 के बाजार में हर दल की चाल को मास्टर स्ट्रोक ही बताया जा रहा है तो आमद का जयकारा थमने के बाद उन्हें बताना ही होगा कि उनकी ओर से जनता के लिए नया क्या है। कभी-कभी तुरुप का पत्ता जोकर से भी मात खा जाता है, खेल के इस विडंबना की याद दिलाता बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

छविबोध की लड़ाई में पप्पू से प्रधानमंत्री के विकल्प वाले चेहरे तक का सफरछविबोध की लड़ाई में पप्पू से प्रधानमंत्री के विकल्प वाले चेहरे तक का सफर। हिंदी पट्टी के तीन हृदयप्रदेशों ने ‘पप्पू’ को श्रद्धांजलि देते हुए राहुल गांधी को 2019 के अहम खिलाड़ी के तौर पर खड़ा कर दिया। हर चुनावों के बाद पिक्चर अभी बाकी है की संवाद अदायगी करने वालों को तस्वीर से ही बाहर कर दिया गया। नब्बे के दशक के बाद से कॉल सेंटर और डोनेशन वाली इंजीनियरिंग, मेडिकल और प्रबंधन की सीटों पर झूम रहे मध्यवर्ग ने अपने शहरी मैदान में किसानों का स्वागत किया और एक-दूसरे की तकलीफों को साझा कर अपनी बेरोजगारी और उनकी आत्महत्या के बीच तार जोड़ा। मध्यवर्ग के अभाव के भाव में खेती-किसानी का प्रवेश हुआ। चुनावी नतीजों में जीते हुए उम्मीदवार उन राजनीतिक विद्वानों और टिप्पणीकारों से भी सवाल पूछ रहे हैं जो छत्तीसगढ़ सरकार के जनसंपर्क विभाग से हार गए। कांग्रेस को भी सबक देते हुए मध्य प्रदेश की जनता ने बहुमत से दो कदम दूर रखा। ताजा चुनाव नतीजों पर बेबाक बोल। गप्पू से तो पप्पू अच्छा होता है जो सब का प्यारा होता है और गप्पू कभी भी गप्प मारकर किसी का भी नुक्सान कर सकता है, जैसे नोटबंदी, जीएसटी, पंद्रह लाख, रफाएल आदि आदि
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किन्हें मिलेगा गरीब सवर्णों के आरक्षण का लाभ और क्या हैं शर्तें, 5 अहम बातेंसामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के कैबिनेट के फैसले का भाजपा सहित सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आ) तथा लोजपा ने स्वागत करते हुए इसे सामाजिक न्याय के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम बताया और कहा कि इस फैसले ने सामाजिक न्याय का नया पन्ना खोला है और इससे समाज में सद्भाव बढ़ेगा. आरपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर सवर्णों को आरक्षण दिए जाने के निर्णय का स्वागत हुए कहा कि प्रधानमंत्री.नरेंद्र मोदी जी का यह क्रांतिकारी कदम है और इससे समाज में आपसी सद्भाव बढेगा. उन्होंने यह भी कहा कि यह मांग वह पिछले 20 वर्षो से कर रहे थे और एनडीए की कई बैठकों में प्रधानमंत्री के समक्ष इस विषय को लगातार उठया था. अठावले ने संवाददाताओं से कहा कि सवर्ण समाज में भी आर्थिक रूप से बहुत लोग पिछड़े हुए है और वह समाज की मुख्यधारा से वंचित है लेकिन केंद्र सरकार के इस निर्णय के बाद उनको राहत पहुंचेगी. उन्होंने यह भी कहा कि देश के विभिन्न प्रदेशों में अलग -अलग वर्गों के लोगों द्वारा आरक्षण दिए जाने को लेकर चल रहे आंदोलन में भी अब रोक लगेगी. उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री.नरेंद्र मोदी पर पूरा विश्वास है और भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा बनाए गए संविधान में संसद को अधिकार है कि विधेयक लाकर कानून को संशोधित कर नया कानून बना सकती है. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मोदी सरकार ने निर्धन सवर्णों को भी नौकरी, शिक्षा में 10% आरक्षण देने का फैसला किया है. लोकजनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने भी इस फैसले का स्वागत किया है.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

सुषमा स्वराज की दो टूक: करतारपुर कॉरिडोर का मसला अलग- इसका द्विपक्षीय बातचीत से कई रिश्ता नहींविदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण का मतलब यह नहीं कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय बातचीत भी शुरू हो जाएगी। स्वराज के मुताबिक, बातचीत के लिए हमारी शर्त आज भी यही है कि पाकिस्तान पहले आतंकवाद को शह देना छोड़े। सुषमा ने कहा, करतारपुर को बातचीत से जोड़ कर देखा जाना सही नहीं है। दरअसल, सुषमा का यह बयान वक्त की नजाकत के हिसाब से भी अहम है। क्योंकि, कश्मीर के मशहूर पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या में संलिप्त आतंकी नवीद जट बुधवार को ही सुरक्षा बलों से मुठभेड़ के दौरान मारा गया है। वो मूल रूप से पाकिस्तान के मुल्तान का रहने वाला था।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

यहां जमीन से 400 फीट नीचे चल रहा कैफे, 18 साल से ज्यादा उम्र वालों को ही जाने की अनुमतिइंटरनेशनल डेस्क। सर्बिया में जमीन के नीचे 400 मीटर की गहराई में खदान के अंदर एक कैफे चलाया जा रहा है। इसकी खासियत यह है कि खतरे को देखते हुए 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ही इसमें जाने की अनुमति है। यहां जाने वाले व्यक्ति के लिए हैलमेट पहनना जरूरी होता है। कैफे में जाने के लिए लिफ्ट भी लगी है।‘चिंता थी कि वापस आऊंगी या नहीं'एक महिला मिलिका इवकोविच ने बताया, ‘‘मैं पहली बार ऐसे कैफे में जा रही थी। अंदर जाने से पहले मैं काफी डरा हुआ और असहज महसूस कर रही थी। मुझे चिंता हो रही थी कि वापस आ पाऊंगी या नहीं। लेकिन सबकुछ ठीक रहा। खदान के गाइड और कर्मचारी सासा सरबुलोविच कहते हैं कि यहां आने वालों के लिए कुछ नियम तय किए गए हैं। मसलन 18 साल से कम उम्र वालों को यहां आने नहीं दिया जाता। साथ ही यहां आने वालों का शारीरिक रूप से सक्षम होना जरूरी है। एक अकेले व्यक्ति को भी यहां आने की इजाजत नहीं है। यहां आप समूह में ही आ सकते हैं।’’ अंडरवॉटर रेस्त्रां 'अंडर'नॉर्वे के लिंडेसनेस इलाके में उत्तर सागर के तट पर दुनिया का सबसे बड़ा अंडरवॉटर रेस्त्रां बनाया जा रहा है। 110 फीट लंबा यह रेस्त्रां समुद्र से निकल रहे बड़े दूरबीन की तरह दिखाई देता है। इसमें 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। रेस्त्रां के 2019 तक शुरू होने का अनुमान है। रेस्त्रां को अंडर नाम दिया गया है। इसे नॉर्वे की कंपनी स्नोहेता बना रही है। तो वहा कैफे बनाना क्या जरुरी था?
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

MP में EVM से हेरफेर के आरोपों को लेकर कांग्रेस के झांसे का पर्दाफाशभोपाल जेल में 30 नवंबर को बिजली आपूर्ति बंद होने पर CCTV में कुछ देर के लिए रुकावट आई थी इसके बाद कांग्रेस ने ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की शिकायत की थी. pbhushan1 ji और जो भी सबूत जीन जीन के भी हाथ लगे उसे खरीद लिया गया है चुनावी मौसम समाचार (एकि्जट पोल पर आधारित क्षेत्रानुसार) राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम- वातावरण साफ-सुथरा मध्य-प्रदेश, छत्तीसगढ़-शंका (EVM शिगूफा) के बादल छाये रहेगे। गरज के साथ आरोप-प्रत्यारोप की प्रबल संभावना।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

लगातार 5वें दिन मजबूत हुआ बाजार, सेंसेक्‍स 36,570 के पारShare Market : सप्‍ताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में मजबूती का रुख रहा.सेंसेक्‍स में 192 अंकों की बढ़त दर्ज की गई. Sir please ek baar humare hq k liye bhi news dikha diziye
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

वाड्रा मामला: जिन्हें इंदिरा द्वितीय कहा जा रहा, अब वे सिर्फ एक पत्नी हो जाती हैं2014 का छवि बोध बनाया गया था कि भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का नतीजा है केंद्रीय सत्ता से यूपीए-2 की बेदखली। यह बेदखली इतनी बुरी थी कि संसद में कांग्रेस विपक्षी दल का दर्जा पाने लायक भी नहीं रही थी। आज पांच साल पूरे होते वक्त प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस महासचिव का पदभार ग्रहण करने के पहले अपने लाव-लश्कर के साथ भ्रष्टाचार के आरोपी पति को प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर छोड़ती हैं। वहीं मां, माटी और मानुष का नारा देने वालीं ममता बनर्जी को सारदा घोटाले के पीड़ितों से ज्यादा रॉबर्ट वाड्रा को इंसाफ दिलाने की चिंता होती है। भ्रष्टाचार के आरोपों पर पीड़ा के पत्ते खेल रही कांग्रेस की प्रवक्ता बेधड़क बोलती हैं कि सत्ता में आए तो तीन तलाक को अवैध बनाया गया कानून बदल दिया जाएगा। दिल्ली से लेकर कोलकाता तक लोकतंत्र और संविधान की परिभाषा बदल दी जाती है। वे लोग भी कोलकाता पुलिस अधिकारी से पूछताछ की अदालती इजाजत को नैतिक जीत बता रहे हैं जिनके पाले में सारदा घोटाले के आरोपी हैं। दोनों पक्षों के बदले पाठ पर बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

किताब का दावा, पत्रकारों के कठिन अंग्रेजी के इस्तेमाल ने पाठकों को खबरों से दूर कियाकिताब के मुताबिक पत्रकार अकसर ऐसे भारी-भरकम और तकनीकी शब्दों का इस्तेमाल करते हैं जिनका इस्तेमाल आम पाठक नहीं करते. Its their game to fool common public in the name of intellectualism 😒 Aur fake news se bhi darshak news channelo se dur huye, jaise koi channel bata raha tha ke 2000 ki note mein GPS chip lagi huyi hai. to show their intelligence , use the heavy words and to sell the news also to groups. The credibility of English journalist also equally responsible to distance the readers. master of fake news are eng. journalist.
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »