पटियाला हाउस कोर्ट ने विनय की अर्जी पर तिहाड़ प्रशासन से रिपोर्ट मांगी, 22 फरवरी को अगली सुनवाई होगी
चाराें गुनहगाराें की सुरक्षा बढ़ी, सेल के अंदर भी सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे; विनय ने पहले खुदकुशी की कोशिश कीDainik Bhaskarनिर्भया के गुनहगार विनय शर्मा ने फांसी से बचने के सभी कानूनी विकल्प खत्म होने के बाद अब नया पैंतरा चला है। उसके वकील एपी सिंह ने गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दायर की। इसमें विनय ने खुद को मानसिक बीमार और सिजोफ्रेनिया से पीड़ित बताया है। वकील ने कोर्ट को बताया कि बुधवार को तिहाड़ में मीटिंग के लिए गए तो विनय अपनी मां और वकील तक को नहीं पहचान सका। पिछली सुनवाई में...
विनय ने अर्जी में यह भी कहा है कि उसके सिर में गंभीर चोट और दाएं हाथ में फ्रैक्चर है। इसलिए उच्चस्तरीय चिकित्सा जांच के लिए आईएचबीएएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाए। वकील ने इसके लिए तिहाड़ जेल प्रशासन को निर्देश जारी करने की मांग की। इस पर कोर्ट ने जेल अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। अगली सुनवाई 22 फरवरी को होगी।विनय ने शनिवार को तिहाड़ के कड़ी सुरक्षा वाले सेल में दीवार पर सिर पटककर खुद को घायल करने की कोशिश की थी। उसकी हरकत काे देखकर वहां पहुंचे सुरक्षाकर्मियाें ने उसे गंभीर रूप से घायल होने से...
faaltu tympaas he sb koi faasi nhi hone wali kisi ko ....yha doshiyon ko nhi nirdosh ko sjaa milti he .. doshiyon ko tou khaane or rehne ka thikana mil gyaa. sidha sa bol do naa faasi nhi hogi 5/7 saal ki sjaa dekr chodna he bache he naa ye tou.. kyo SC me tympaas kr rhe ho..
माननीय सुप्रीम कोर्ट कुछनही कर पायी न राष्ट्रपतिकुछकर पाये न नरेन्द्रमोदी कुछकर पाये मतलब निर्भयाकांडके आरोपीयों के उपर कोईबडा हाथ है इसलिए जिंदाहै और कुछसमयबाद छुटभी जायेंगे ऐसा लगरहाहै हैदराबादकांड के आरोपियों को सजादेने वाले पुलिसकर्मियों सेल्यूट करता हूं
एक बार लटक जाने दो, सारे कष्टों से मुक्ति पा जाएगा चिंतित न होईए
इनको रीहा करदो बिचारा मां को भी नहीं पहेचाना मतलब संतुलन बिगड़ गया है ( इनको ऐसा मारना चाहिए कि हिन्दुस्तान मे फिर कभी रेप करने की कोशिश ना करें ) हैदराबादका रेप कांड के आरोपीयों को सजा देने वाले पुलिसकर्मियों को मैं धन्यवाद देता हूं
असम की जबेदा की कहानी, अपने ही देश में पराया साबित जबेदा बेगम, असम की एक ऐसी महिला जिसने अपनी और अपने पति की नागरिकता साबित करने लिए 15 तरह के दस्तावेज़ पेश किए. लेकिन वो फॉरेनर्स ट्राइब्यूनल में हार गईं. इस फ़ैसले को उन्होंने हाइकोर्ट में चुनौती दी तो वहां भी हार गईं.
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »