देश को लूटने वाले कॉरपोरेट को दिये लाखों करोड़ रुपये, तो किसानों की मदद क्यों नहीं: मोल्ला

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किसान आंदोलन में कई वामपंथी संगठन शामिल

AIKS महासचिव मोल्ला ने उठाये सरकार पर सवाल

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हनन मोल्‍ला कहा कि हमारा देश कॉरपोरेट को अगर 6-7 लाख करोड़ रुपये का लोन दे सकता है, जो एनपीए में बदल जाता है, तो किसानों की मदद क्यों नहीं की जा सकती? गौरतलब है कि केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ देश के कई संगठनों से जुड़े किसान आंदोलन कर रहे हैं, जिनमें वामपंथी संगठन भी शामिल हैं.अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में मोल्ला ने कहा, 'हम ऐसे लोगों को 6-7 लाख करोड़ रुपये दे रहे हैं जो इसे नॉन परफॉर्मिंग एसेट में बदलकर देश को लूटते हैं और बैंकों एवं सरकार के साथ धोखाधड़ी करते हैं.

खासकर पंजाब, हरियाणा, यूपी के किसान दिल्ली से राज्यों को जोड़ने वाली सीमाओं पर धरना दे रहे हैं. किसानों का कहना है कि वे तीनों नए कृषि क़ानूनों को वापस लेने की अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे.केंद्र सरकार से किसान नेताओं की कई दौर की वार्ता का कोई हल नहीं निकला है और अब किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है. किसान आंदोलन में मोल्ला का संगठन अखिल भारतीय किसान सभा भी शामिल है.मोल्ला ने कहा, 'दुर्भाग्य से किसान काफी गरीब तबके से आते हैं, इसलिए उनकी किसी को चिंता नहीं है.

मोल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि किसानों का मुद्दा वाम दलों की राजनीतिक गतिविधियों के केंद्र में है. उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल और केरल के वाम संगठन भी अपने स्तर पर किसान आंदोलन में शामिल हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कृषि लागत कई गुना बढ़ गई है लेकिन किसानों को उनकी फसल की उचित कीमत नहीं मिल रही है.

 

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देश तोड्ने के काम में वामपंथी सबसे आगे ,इस बार तो यह ढोंंगी, अमीर किसानों और 8.5% बिचौलिया कमीशन खोरों के साथ भी यह खडे हो गये.

ये तो व्यापारीहै तो व्यापार ही करेंगे

तो इसका मतलब यही है किसान अगर अमीर हो जाये तो लुटेरा कहलायेगा ऐसा क्या 😁 किसान के बेटों को प्राइवेट कंपनी में नोकरी ना देने का फरमान है ये क्या 😁

MSP ke zariye jo bade Kishanon ko mil raha hai wo kya hai?

ये तो चाईनीज एजेंडा चला रहा है। क्योंकी भारत में मतदाताओं ने इन्हें पहचान चुके हैं कि ये चांद चुगं के पैदाइश हैं। भारत का डिएन ऐ तो खत्म हो गई है। अब ये भारत के किसानों को सोफ्ट टारगेट बनाया है।पर ये चाइनीज औलाद सफल नहीं होगें।हम किसान हैं अपना डर सरकार को बता रहे हैं।

SayNoToOfflineExams boycottbtuexam

Ye to shuru se hi pata tha.....koi nai sbko pela jayega jald hi.......

देश नहीं बिकने दूंगा बोलकर देश के सभी सरकारी संस्थानों को बेचने में लगे हैं और शर्म भी नहीं 🙄 बरोजगार युवा के इन्तजार में बैठें हैं, किसान अपने अधिकारों के लिए सड़क पर, लेकिन मोदी जी फोटोशूट कराने में व्यस्त हैं।😷

केंद्र सरकार का कहना है कि किसान बिल किसानों के हित में है किसानों के फायदे के लिए हैं अगर किसान इस बिल का विरोध कर रहे हैं तो इस बिल को रद्द कर देना चाहिए यही समाधान होगा किसानों के हित में

गीता_भाटी_का_सैंडल_वापस_करो

जिसका सैंडिल चोरी हुयी वो वामपंथन कौन जात थी। ये जानने के लिए देखते रहीए बकैत कुमार की बकैती।

भारत तो पिछले 22 मार्च से बंद ही चल रहा था .. ये कल 8 तारीख को कुछ नये स्टाइल का बन्द करने वाले हैं क्या .. पूछता है भारत

इन्हें चिंता किसानो की नई बल्कि नेताओ के द्वारा संचालित भ्रष्ट एपीएमसी को बचाने की है जहाँ से किसानो का शोषण और दलालों का भरण पोषण होता है।उनकी डर इस बात की है की यदि खेती में निजी पैसा लगने लगा तो खेती भी बीएसएनएल की जगह जीयो जैसी तेज गती पकर लेगी फिर मुफ़्तख़ोर केने जाएँगे?

भारत_बंद_नहीं_होगा

Politically motivated....

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