देवबंद का फतवा- दुल्‍हन को डोली तक गोद में ना ले जाएं मामा, विदेशी है यह परंपरा

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फतवा विभाग ने इसके अलावा उन जूलरी को भी गैर इस्लामिक बताया है जिसमें कोई तस्वीर उभरी हो। इसमें कहा गया, 'दुल्हन जो जूलरी पहनती है और उसमें कोई तस्वीर नहीं है तो इसे पहना जा सकता है।'

 

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'किसी के चेहरे से टपक रहा है खून, कोई घायल हालत में जमीन पर पड़ा है...' इस वायरल वीडियो के साथ लिखा है Salute to Indian Army, 20 लाख से ज्यादा बार देखे गए इस वीडियो का सच क्या हैसोशल मीडिया पर 57 Sec. का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें इंडियन आर्मी के ड्रेस अप में कुछ लोगों को दिखाया गया है। वीडियो के बैकग्राउंड में 'Hind wasiyo rakhna yaad sanu....' गाना चल रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहे युवक खून से लथपथ हैं। 7 जनवरी को President Saab नाम के फेसबुक पेज पर वीडियो शेयर किया गया है। साथ में Salute to Indian Army कैप्शन लिखा है। वीडियो को 2.7 मिलियन बार देखा गया है साथ ही 61 हजार से ज्यादा बार शेयर किया गया है। वीडियो को सच मानकर देश प्रेम से जुड़े 4 हजार से ज्यादा कमेंट्स किए गए। लेकिन ये वीडियो फेक है, इसके पीछे का सच कुछ और ही है।
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कलम आजाद है तेरीः लेखिका बोल्ड होकर लिखती है, तो क्यों होने लगती है बेचैनी?लेखिका और उपन्यासकार शर्मिला बोहरा जालान ने कहा कि अगर एक लेखिका बोल्ड होकर लिखती है, तो समाज बेचैन क्यों हो जाता है? ऐसी लेखिकाओं के चरित्र पर ही उंगली उठाने लगता है. आरोप लगाया जाने लगता है कि ऐसा लिखने वाली वो महिलाएं हैं, जो शराब पीती हैं. आखिर समाज ऐसी महिलाओं के लेखन को स्वीकार क्यों नहीं कर पाता है? कुछ भी हो, लेकिन समाज को इसे स्वीकार करना होगा. IndiraDangi I am praud .. IndiraDangi बिल्कुल सही कहा आपने मैम IndiraDangi
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देवबंद का फतवा: इस्लाम में हराम है नेल पॉलिश, इसकी जगह मेहंदी लगाएं– News18 हिंदीसहारनपुर के दारुल उलूम देवबंद ने सोमवार को एक महिला के खिलाफ केवल इसलिए फतवा जारी कर दिया है, क्योंकि उसने अपने नाखून पर नेल पॉलिश लगाए थे. सिर्फ नेल पॉलिश लगाया लिखते तो भी पता चलता कि नाखून पर ही लगाया होगा,,, सम्पादन पत्रकार सारे ढोर हैं तुम्हारे अब सिर्फ कपड़े पहनना ही बचे हैं हराम घोषित होने मे नेल पालिश/रंग लगाना हराम है पर निर्दोष लोगो का खून बहाना जायज है ?गजब का मजहब है इस्लाम भी?
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संतों का 'धर्मादेश'- बहन-बेटी बचानी है तो नरेंद्र मोदी सरकार को दोबारा लाना हैसंतों ने तीर्थयात्राओं को बढ़ावा देने के लिए 'तीर्थाटन मंत्रालय' बनाए जाने की मांग की। साधुओं ने कहा कि यह भी सुनिश्चित हो कि तीर्थाटन वाले स्थान टूरिस्ट प्लेस में न तब्दील हों। तो ये सब फ़र्ज़ीवाड़ा भाजपा का प्रायोजित था ? जब तक कोई पार्टी खुल के इस स्वाँग का विरोध नही करेगी तब तक बीजेपी का मुक़ाबला करना मुश्किल है ! ghar ghar modi.. अब तक जितनी बहन बेटियों का बलात्कार हुआ वो क्या था वो हिन्दू नहीं थी या धर्म के अनुसार ही उन का 'चीर हरण' होता रहा ? आज जो धर्म के नाम पर बहु , बहन और बेटियों का आह्वाहन कर रहे हैं कल तक कौन से बिल में घुसे थे
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