दिवाली पर लक्ष्मी गणेश की मूर्ति लाने से पहले इन बातों का रखें ख्याल, मामूली चूक पड़ सकती है भारी

  • 📰 Jansatta
  • ⏱ Reading Time:
  • 30 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 15%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

दिवाली पर लक्ष्मी गणेश की मूर्ति लाने से पहले इन बातों का रखें ख्याल, मामूली चूक पड़ सकती है भारी Diwali

सबसे अहम बात ये है कि पूजा के वक्त लक्ष्मी जी के दाहिने स्थान पर गणेश जी को बिठाएं और वाएं स्थान पर विष्णु जी को बिठाएं।

ऐसे में ये बेहद जरूरी है कि जब हम गणेश-लक्ष्मी को घर लाएं तो कुछ अहम बातों का ध्यान रखें। गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति को खरीदने से पहले इन बातों पर ध्यान दें।पर हमेशा बैठे हुए गणेश जी की मूर्ति लेनी चाहिए, इसे शुभ माना जाता है और इससे धन लाभ होता है। इसके अलावा उनके जनेऊ, सूंड, वाहन और अस्त्र शस्त्र का भी ध्यान रखना चाहिए।

ये बात भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि गणेश जी की मूर्ति में चूहा भी हो। अगर मूर्ति में गणेश जी का वाहन चूहा नहीं है तो दोष लगता है।Govardhan Puja 2021 Date, Puja Vidhi, Muhurat Timings: दिवाली के अगले दिन होती है गोवर्धन पूजा, जानिए पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 4. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

धनतेरस पर धन के देवता की कहानी: विदिशा में 2200 साल पुरानी कुबेर की 12 फीट की मूर्ति, देशभर में सिर्फ 4 मूर्तियांकुबेर... यानी धन के देवता...। मंगलवार काे धनतेरस पर कई जगह कुबेर की पूजा की जा रही है, लेकिन कम लोग जानते हैं कि विदिशा में कुबेर की प्राचीन प्रतिमा है। 2200 साल पुरानी इस प्रतिमा की ऊंचाई 12 फीट है। यह आज भी सिविल लाइंस स्थित जिला पुरातत्व संग्रहालय भवन के प्रवेश द्वार पर विराजमान है। कुबेर की इस विशाल प्रतिमा के बाद एक अन्य कक्ष में कुबेर की पत्नी यक्षिणी की भी 5 फीट ऊंची प्रतिमा रखी है। वह भी इ... | Here is the 2200-year-old giant statue of Kubera, people used to wash clothes on Kuber's back on the banks of the river. BharadwajSpeaks need a thread on this Mandir ग़ज़ब हाल है अंधविश्वासियों का कुछ भी ये मुरती ने खुद बताया ये कुबेर हैं कुछ भी गपोड लीला करोगे साफ साफ धर्म के नाम पर धंधे का एक और परोडकट अब ईसको दुखा कर भी पाखंडी पैसा कमायेंगे
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

दीपावली कल: लक्ष्मी पूजा के लिए दिनभर में रहेंगे 5 शुभ मुहूर्त, पूजन की आसान विधि, आरती और ध्यान रखने वाली बातेंदीपावली पर प्रकट हुई थीं महालक्ष्मी, इसलिए शुरू हुई लक्ष्मी पूजा की परंपरा,पद्म पुराण कहता है कार्तिक अमावस्या पर दीप दान करने से खत्म होते हैं पाप | Diwali 2021: Deepawali Puja Vidhi| Diwali Shubh Muhurat 2021 Laxmi Puja Mantra And Aarti, भागवत और विष्णुधर्मोत्तर पुराण के मुताबिक समुद्र मंथन से कार्तिक महीने की अमावस्या पर लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं। वहीं, वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी का विवाह हुआ था। इसलिए इस दिन लक्ष्मी पूजा की परंपरा है। दीपावली पर दीपमालिका यानी दीपक पूजन करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इस दिन लक्ष्मी पूजा से पहले कलश, भगवान गणेश, विष्णु, इंद्र, कुबेर और देवी सरस्वती की पूजा की परंपरा है।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

दीपावली कल: लक्ष्मी पूजा के लिए दिनभर में 5 शुभ मुहूर्त, पूजन की आसान विधि, आरती और ध्यान रखने वाली बातेंदीपावली पर प्रकट हुई थीं महालक्ष्मी, इसलिए शुरू हुई लक्ष्मी पूजा की परंपरा,पद्म पुराण कहता है कार्तिक अमावस्या पर दीप दान करने से खत्म होते हैं पाप | Diwali 2021: Deepawali Puja Vidhi| Diwali Shubh Muhurat 2021 Laxmi Puja Mantra And Aarti, भागवत और विष्णुधर्मोत्तर पुराण के मुताबिक समुद्र मंथन से कार्तिक महीने की अमावस्या पर लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं। वहीं, वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी का विवाह हुआ था। इसलिए इस दिन लक्ष्मी पूजा की परंपरा है। दीपावली पर दीपमालिका यानी दीपक पूजन करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इस दिन लक्ष्मी पूजा से पहले कलश, भगवान गणेश, विष्णु, इंद्र, कुबेर और देवी सरस्वती की पूजा की परंपरा है।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

दीपावली आज: लक्ष्मी पूजा के लिए दिनभर में 5 शुभ मुहूर्त, पूजन की आसान विधि, आरती और ध्यान रखने वाली बातेंदीपावली पर प्रकट हुई थीं महालक्ष्मी, इसलिए शुरू हुई लक्ष्मी पूजा की परंपरा,पद्म पुराण कहता है कार्तिक अमावस्या पर दीप दान करने से खत्म होते हैं पाप | Diwali 2021: Deepawali Puja Vidhi| Diwali Shubh Muhurat 2021 Laxmi Puja Mantra And Aarti, भागवत और विष्णुधर्मोत्तर पुराण के मुताबिक समुद्र मंथन से कार्तिक महीने की अमावस्या पर लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं। वहीं, वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी का विवाह हुआ था। इसलिए इस दिन लक्ष्मी पूजा की परंपरा है। दीपावली पर दीपमालिका यानी दीपक पूजन करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इस दिन लक्ष्मी पूजा से पहले कलश, भगवान गणेश, विष्णु, इंद्र, कुबेर और देवी सरस्वती की पूजा की परंपरा है।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

धनतेरस पर बाजार में भीड़ बनी चुनौती, कोरोना गाइडलाइन का पालन नहींधनतेरस पर बाजार में भीड़ बनी चुनौती, कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं in a new tab)
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

धनतेरस : सोने की खुदरा बिक्री 7500 करोड़ पार, वाहन बिक्री के लिहाज से एक दशक में खराब त्योहारधनतेरस : सोने की खुदरा बिक्री 7500 करोड़ पार, वाहन बिक्री के लिहाज से एक दशक में खराब त्योहार Dhanteras Festival VehicleSale Sale Diwali2021 योगीजी_137000_पूरी_कीजिये योग्यता का करो सम्मान add22000in69000 Lucknow मे धरने को 4 माह बीते myogiadityanath जी न्याय कब मिलेगा? CMOfficeUP UPGovt JPNadda PMOIndia AmitShah dpradhanbjp drdineshbjp drdwivedisatish indiatvnews JagranNews
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »