दिल्ली का जसप्रीत ही नहीं जयपुर की अंबिका भी है संघर्ष की अनूठी मिसाल, पढ़ें जोश और जज्बे की बड़ी कहानी

  • 📰 News18 India
  • ⏱ Reading Time:
  • 22 sec. here
  • 23 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 85%
  • Publisher: 51%

Jaipur News समाचार

Jaipur Latest News,Success Story,Jaspreet Singh

Jaipur News : कहते हैं कई बार जोश और जज्बा उम्र पर भारी पड़ जाता है. दिल्ली में ऐगरोल का ठेला लगाकर अपनी बड़ी बहन की जिम्मेदारी उठा रहे जसप्रीत सरीखा एक उदाहरण जयपुर में भी सामने आया है. यहां अंबिका सिंह भी महज 12वीं कक्षा में पढ़ते हुए भाई बहन की जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही है. पढ़ें अंबिका सिंह के जोश और जज्बे की कहानी.

जयपुर. दिल्ली के तिलक नगर में एगरोल का ठेला लगाकर अपनी बड़ी बहन की जिम्मेदारी उठाने वाले 10 साल के जसप्रीत जैसी कहानी राजस्थान में भी सामने आई है. राजस्थान के जयपुर के अंबिका सिंह भी मेहनत और जज्बे की मिसाल है. सोमवार को जारी हुए सीबीएसई 12वीं के परीक्षा परिणाम में कॉमर्स स्ट्रीम में 93.8 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली अंबिका सिंह के कंधों पर भी छोटे भाई बहन और घर को संभालने की जिम्मेदारी है. अंबिका न केवल पूरी शिद्दत से खुद पढ़ रही है, बल्कि भाई बहन को पढ़ाती है और घर को संभालती है.

अंबिका सिंह के हौंसले उसके कद से कहीं बड़े हैं अंबिका सिंह के अनुसार वह घर का कामकाज पूरा करने के बाद स्कूल के लिए निकलती थी. शाम को घर आने के बाद पूरा करके खुद पढ़ती और भाई बहन को पढ़ाती. अंबिका कहती है कि उसे पता नहीं कि वह ये सब कैसे कर लेती थी. लेकिन उसके इस जज्बे के पीछे कहीं न कहीं मां का ही आशीर्वाद और प्रेरणा थी कि वह यह सब कर पाई. अंबिका सिंह उम्र भले ही छोटी हो लेकिन उसके हौंसले उसके कद से कहीं बड़े हैं.

Jaipur Latest News Success Story Jaspreet Singh जसप्रीत ऐगरोल Jaspreet Singh Delhi Jaspreet Aigrol Ambika Singh Ambika Singh Jaipur Ambika Singh Success Story जयपुर न्यूज Story Of Josh And Passion Education Job And Career Jaipur Today News Jaipur News Today Rajasthan News Rajasthan Latest News जसप्रीत सिंह दिल्ली जसप्रीत ऐगरोल अंबिका सिंह जयपुर अंबिका सिंह सक्सेस स्टोरी

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 21. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

यादें: सुरजीत पातर, अब कोई नहीं लिखेगा 'कवि साहिब! कवि हैं या कविता के क़ातिल हैं आप?'सिरमौर भारतीय कवियों में से एक रहे सुरजीत पातर का न होना केवल पंजाब की माटी की उदासी का सबब ही नहीं, आम इनसान की आवाज़ के भी खो जाने जैसा है...
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

'मैं चीखती रही पर...': राधिका खेड़ा हुईं भावुक, कांग्रेस नेताओं पर लगाए गंभीर आरोपराधिका का कहना है कि कांग्रेस ने मामले की जांच भी ठीक से नहीं की...
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

शब्द हथियार बन जाते हैं तो हम क्या खोते हैंप्रसून जोशी के अनुसार, वाद-विवाद में हिंसा, अंतर्दृष्टि और शब्द की भूमिका का भी उल्लेख है। शब्दों की तीव्रता और उनका प्रभाव भी विचार्विमर्श का हिस्सा है।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

हीरामंडी: लाहौर के शाही मोहल्ले का ये नाम कैसे पड़ा?हीरामंडी अस्तित्व में कैसे आई और क्या है लाहौर की हीरामंडी की असली कहानी.
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

यूपीएससी 2023: मज़दूर के बेटे से लेकर आईआईटी ग्रेजुएट तक, मिलिए इस बार के सितारों से...साल 2023 की सिविल सेवा परीक्षा के नतीज़ों ने हर बार की तरह इस बार भी कामयाबी और संघर्ष की कई कहानियों को लोगों से रूबरू कराया है.
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

छत्तीसगढ़ नाम के पीछे की कहानी, आइए जानते है आखिर कैसे बनी यह पहचानChhattisgarh Name: छत्तीसगढ़ की स्थापना साल 2000 में हुई थी, लेकिन इस राज्य का नाम छत्तीसगढ़ की क्यों रखा गया इसके पीछे की कहानी भी दिलचस्प है.
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »