दर्दनाक : एंबुलेंस नहीं मिलने पर ई-रिक्शा में पिता का शव लेकर श्मशान पहुंचा बेटा

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 9 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 7%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

दर्दनाक : एंबुलेंस नहीं मिलने पर ई-रिक्शा में पिता का शव लेकर श्मशान पहुंचा बेटा coronavirus coronaupdate covid19 CMOfficeUP myogiadityanath

कोरोना संक्रमण की आपदा में प्राइवेट एंबुलेंस संचालकों ने अवसर तलाश लिए हैं। अगर आपके पास कोविड की रिपोर्ट है तो चार हजार रुपये और नहीं है तो एंबुलेंस का किराया आठ

हजार रुपये तक मांगा जा रहा है। वहीं सोमवार को एक दर्दनाक स्थिति तब सामने आई। जब एंबुलेंस नहीं आने पर मजबूरन चेतन अपने पिता का शव ई-रिक्शा में लेकर श्मशान घाट पहुंचे।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

CMOfficeUP myogiadityanath Ye jhooti afvah hai UP me kisi baat koi killat nahi hai Besharm neta hamare desh k hai Agar bhagwan ne aankhen de hai to dekhon ye bhi insaan hai gareeb hai to kya hua Shame shame shame

CMOfficeUP myogiadityanath Ye Hai Sab under control

CMOfficeUP myogiadityanath बहुत ही दु:खुद

CMOfficeUP myogiadityanath किसी को एंबुलेंस ना मिले किसी को ऑक्सीजन सिलेंडर ना मिले लेकिन भ्रष्टाचार बनाए रखने के लिए सभी भर्ती होने वाले पेशेंट ओं के नाम एक-एक सिलेंडर और आने जाने का एंबुलेंस खर्चा जरूर दिखाया जाएगा , लेकिन विकास इतना हो रहा है कि किसी को फुर्सत ही नहीं भ्रष्टाचार देखने की ।

CMOfficeUP myogiadityanath उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की आत्मा कभी धड़कती है क्या ऐसे हृदय विदारक दृश्य देख कर ?

CMOfficeUP myogiadityanath महामारी ऐक्ट के तहत किसान आंदोलनों को कवर करने वाले पत्रकारों और न्यूज चैनलों पर दंडात्मक कार्यवाही होनी चाहिए । किसान आंदोलन में सामिल हर एक की संपत्ती जब्त कर लेनी चाहिए । आंदोलन को बढावा देने वाले नेताओं पर महामारी एक्ट के तहत हत्या का मुकदमा चलाया जाए । PMOIndia

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

लखनऊ: एंबुलेंस चालकों पर कसा शिकंजा, मरीजों को नहीं देना होगा मनमाना किरायावहीं जिला अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि इन एंबुलेंसों को श्रेणीवार एंबुलेंस में विभाजित करके रुपए तय कर दिए हैं. जिसमें जो एंबुलेंस ऑक्सीजन रहित है, वह 10 किलोमीटर तक 1 हज़ार रुपए लेंगे, अगर 10 किलोमीटर से ज्यादा जाते हैं तो प्रति किलोमीटर 100 रुपए बढ़ा सकते हैं. abhishek6164 कब होगी कार्रवाई जब कोविड खत्म हो जाएगा।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

COVID-19 Situation in Lucknow: लखनऊ के सरकारी अस्पताल कोरोना मरीजों के शव को नहीं दे रहे एंबुलेंस, CMO नहीं उठा रहे फोनपिछले साल भी शवों को पहुंचाने का जिम्मा सीएमओ का था लेकिन अब सीएमओ और उनके अधिकारी नहीं उठाते हैं फोन। सरकारी अस्पतालों के एंबुलेंस चालकों की मनमानी से परेशान हैं और उन्हें दस से पंद्रह हजार खर्च कर निजी वाहन से शव को ले जाना पड़ रहा है। CM already neglected that covid cases is not there & so is the mortality rate.🙏🙏😣😣.Arrogant ,ignorant ,foolish selfobsesed monarchy like mind by which they wud not be able to govern over India in coming future .They r over confident & hence have forgotten अब तुम्हारी नींद खुल रही है तुम्हे अभी तक ये नही समझ आ रहा था की जिस खुदी हुई नीव को तुम ढक रहे थे उसकी इमरात गिराने की आवाज भी आएगी ।।।😡 narendramodi PMOIndia MoHFW_INDIA AmitShah BJP4India BJP4UP IndiaChahtaHai: यूपी में 'सब चंगा सी'! आंखे खोलिए... सच दिखेगा! देखिए, 'इंडिया चाहता है' awasthis के साथ LIVE यहां देखें-
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

जब बेटे से रहा नहीं गया और पिता के लिए छोड़ दिया पलंगसके बाद नोएडा कोविड अस्पताल में एडमिट उनके बेटे मयंक ने पिता के लिए अपना बेड छोड़ने का फैसला किया। मयंक खुद कोरोना संक्रमित होने के बाद अपना इलाज करा रहे थे। मयंक अब होम आइसोलेशन में हैं।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

कंगना रनोट बोलीं ‘मुझे पसंद नहीं अपना गोरा रंग’, इसलिए नहीं करती फेयरनेस क्रीम का एडकंगना ने कहा कि मैं अपने गोरे रंग के चलते इंडस्ट्री में 3-4 साल आराम से बनी रह सकती थी पर मैंने अपनी ऐक्टिंग के बूते खुद को खाबित करने का फैसला लिया। कंगना फेयरनेस क्रीम का एड करने से इनकार कर चुकी हैं. KanganaTeam KanganaTeam 8 घंटा धूप में खड़े रहिए काली हो जाएंगे आप KanganaTeam इसकी तो शकल भी बुरी लगती है तो !!!
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

ये लड़ाई नहीं युद्ध है, ये समय जमाखोरी करने का नहीं : दिल्ली हाई कोर्टDelhi High Court News न्यायमूर्ति विपिन सांघी व न्यायमूर्ति रेखा पल्ली ने कहा कि जो भी लोग जमाखोरी कर रहे हैं कल अगर उनके परिवार या रिश्तेदार को समस्या हुई तो उन्हें भी अस्पताल में कोई सुविधा नहीं मिलेगी। Koi bhi Samay jamakhori ka nahi hota जमाखोरी का कौन सा कानूनी समय होता है ? Delhi high court kitne aasahay lag rahi hai Bechari Lagao jamakhoro par Rasuka Kaise karenge jamakhori hum bhi dekhte hai Asal me janta ke kisi ko fikr nahi marte hai to marne do Jamakhoro ko samjha raha hai court Lagao rasuka
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »