इसराइल को कुछ हथियारों और उपकरणों की सप्लाई रोकने के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का एलान बहुत से लोगों के लिए हैरान करने वाली बात थी.
जो बाइडन चाहते हैं कि युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई को प्राथमिकता दी जाए. वे युद्ध के बाद फ़लस्तीनियों और अरब देशों की समझदारी और समन्वय से ग़ज़ा पट्टी के प्रबंधन के लिए एक रणनीति बनाना चाहते हैं. लेकिन बिन्यामिन नेतन्याहू हमास को बर्बाद कर देने के अपने मक़सद को हासिल करने तक रुकना नहीं चाहते हैं. इस सहानुभूति की वजह भी थी क्योंकि बहुत से अमेरिकियों ने ये देखा कि इसराइल पर अभूतपूर्व हमला हुआ है, उसके लोग बड़ी संख्या में मारे गए हैं, कुछ को अगवा भी किया गया है.
ग़ज़ा में फ़लस्तीनी लोगों की तकलीफ़ों को ख़त्म करने और युद्ध विराम के लिए जहां एक और दुनिया भर के मुल्क अपील कर रहे हैं तो दूसरी अमेरिका इसराइल को इस जंग में अपना समर्थन दे रहा है.आम अमेरिकियों का एक तबका जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जो बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य हैं, ग़ज़ा की जंग के बारे में उनके प्रशासन से इतर राय रखते हैं.
कांग्रेस ने हाल ही में इसराइल के लिए 15 अरब डॉलर की मदद का पैकेज मंज़ूर किया है. इस सहायता पैकेज को बाइडन प्रशासन ने मंज़ूरी के लिए अमेरिकी कांग्रेस में पेश किया था. यही नहीं अमेरिका और क़तर की कोशिशों के बावजूद, मिस्र में ग़ज़ा में संघर्ष विराम और इसराइली बंधकों कि रिहाई को लेकर हुई शांति वार्ता भी बिना किसी अंजाम तक पहुंचे ही टूट गई.Play video, "इसराइल और हिज़बुल्लाह में संघर्ष के बीच लेबनान में कैसे हैं हालात", अवधि 3,50बीबीसी संवाददाता कैरीन तोर्बेसंयुक्त राष्ट्र शांति सेना के जवानों के साथ दक्षिणी लेबनान गई
अब ये माना जा रहा है कि बाइडन प्रशासन कांग्रेस को फिर से ये बताएगा कि वह इसराइल को एक अरब डॉलर के हथियार भेजने जा रहा है.लंदन में एक शख़्स ने किया तलवार से लोगों पर हमला, एक की मौत और चार घायलग़ज़ा युद्ध अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है, इसराइल रफ़ाह की तरफ़ आक्रामक हो रहा है. ये भी स्पष्ट है कि बाइडन ने इसराइल पर दबाव बनाने का दुर्लभ क़दम उठाया है.
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