इससे पहले के अमेरिकी प्रशासन ने तुर्की के साथ अपने रिश्तों को ध्यान में रखते हुए अपने औपचारिक बयानों में आर्मीनिया में हुई हत्याओं का ज़िक्र तो किया था लेकिन इसे जनसंहार नहीं कहा था. तुर्की और अमेरिका दोनों ही नेटो के सदस्य हैं.1915 में हुआ क्या था?
उस समय के पत्रकारों, मिशनरियों और राजनयिकों समेत कई लोग आर्मीनियाई लोगों पर हुए अत्याचारों के गवाह बने और उन्होंने इन घटनाओं को दर्ज किया.शनिवार को आर्मीनिया की राजधानी येरेवान में 1915 में हुई हत्याओं को याद किया गया. तुर्की इस बात को स्वीकार तो करता है कि ऑटोमन साम्राज्य के पतन के दौरान लोगों पर अत्याचार किए गए थे लेकिन वो कहता है कि ईसाई अर्मेनियाई लोगों को ख़त्म करने के लिए किसी तरह की सुनियोजित कोशिश नहीं की गई थी.वीडियो कैप्शन,आर्मीनियाई रिमेम्बरेंस डे के मौक़े पर बाइडन ने एककहा है कि "ऑटोमन साम्राज्य में हुए आर्मीनियाई लोगों के जनसंहार के दौरान मारे गए सभी लोगों को हम याद करते हैं और एक बार फिर ख़ुद से वादा करते हैं कि हम इस तरह के अत्याचार कभी नहीं होने देंगे.
इससे पहले 1981 में तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने होलोकॉस्ट पर दिए एक बयान में "आर्मीनियाई नरसंहार" का ज़िक्र किया था. हालांकि किसी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा.कि वो इन हत्याओं को जनसंहार नहीं मानते. ट्रंप ने इसे "बीसवीं सदी के सबसे बड़े सामूहिक अत्याचारों में से एक" कहा था.आर्मीनियाई रिमेम्बरेंस डे के मौक़े पर अमेरिका के कैलिफोर्निया में मौजूद तुर्की के वाणिज्य दूतावास के सामने भी प्रदर्शन आयोजित किए ग.
. लोग अंधेरों का साथ दे बैठे अब चिताओं से मुल्क रोशन है
LOCKDOWN OF NEWS CHANNEL IF REALLY CARE PUBLIC MEDIA CELEBRITY GOVT OFFICERS COME OUT FROM OFFICE CHANNEL COME ON ROAD WITHOUT CAMERA WITH PROPER MASK CONVINCE PUBLIC TO WEAR PROPER MASK EDUCATE THEM NO SHOW OFF WEAR PROPER MASK ALLOW POLICE TO TAKE ACTION CORONA OUT IN 30 DAYS
अमरीका की खुद अपनी कोई तारीख नहीं है,इसी लिए दुसरों की तारीख गलत बयान करता है। BBC Hind....आप को भी तारीख का इल्म नहीं है,इस से पहले भी किसी अमरीकी राष्ट्रपति ने इस तरह का बकवास बयान दिया था, लेकिन दुनिया से उस बयान को बकवास कहा।
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देश के लोग यहाँ कोरोना से मर रहे हैं और बैंकों को,NBFC को,इन लोन ऐप्लिकेशन वालों को EMI चाहिए और हमारे नेताओं को वोट चाहिए। लेकिन जो देश की जनता को चाहिए वह कोई नहीं देना चाहता। BanAllLoanApps AGAINMORATORIUM IFanepure AnilSinghvi_ BPartyindia Prakash85008501 MoHFW_INDIA
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