ड्रैकुला असल में कौन था और इसका उस्मानिया सल्तनत से क्या झगड़ा था?

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कहानी एक ऐसे शासक की जिसने 20 हज़ार भालों पर तुर्की क़ैदियों की लाशें पिरोई थीं.

ये दृश्य था एक मैदान का जहां एक मील इलाक़े में हर तरफ़ अर्ध-गोले की शक्ल में लगभग बीस हज़ार भाले ज़मीन में गड़े हुए थे और हर एक तुर्क क़ैदी की कटी-फटी लाश भालों में पिरोई हुई थी.

सुल्तान मोहम्मद द्वितीय जब 17 मई 1462 को इस्तांबुल से यूरोप में डेन्यूब नदी के पार वालीचिया के बादशाह, शहज़ादा विलाद तृतीय ड्रैकुला को सबक़ सिखाने के लिए निकले थे, तो कम ही लोगों ने सोचा होगा कि इस मुहिम का इस तरह अंजाम होगा. सुल्तान वहां से ख़ुद तो वापस लौट गए, लेकिन विलाद ड्रैकुला के ख़िलाफ़ मुहिम ख़त्म नहीं हुई. वो ड्रैकुला के भाई रादो को तुर्क फ़ौज के कुछ सिपाहियों के साथ वहीं छोड़ आये थे.

उनकी सल्तनत एक से अधिक महासागरों में फैल चुकी थी. अपने आपको सिकंदर-ए-आज़म जैसे विजेताओं की पंक्ति में देखने वाले इस सुल्तान की नज़रें अब यूरोप में दूर तक देख रही थी. फ्लोरेस्को और मैकनली लिखते हैं कि अब राज्य के नए शासक शहज़ादा विलाद तृतीय ड्रैकुला की नीतियों से नाख़ुश सुल्तान ने इस परेशानी से निपटने का फ़ैसला किया.

इस सिलसिले की शुरुआत 26 मई 1897 में ब्रेम स्टोकर के उपन्यास के प्रकाशन के बाद हुई जिसमें ख़ून पीने वाले काल्पनिक किरदार ड्रैकुला का परिचय हुआ था. उनका जन्म सन 1431 और मौत सन 1476 में हुई. वो ट्रांसिल्वेनिया में पैदा हुए और उनकी मौत आज के रोमानिया की राजधानी बुख़ारेस्ट के एक उत्तरी इलाक़े में हुई. विलाद के पिता विलाद द्वितीय ड्रैकूल थे. उन्हें ड्रैकूल की उपाधि उस ज़माने में रोमन सल्तनत के फ़रमारवां सिगीसमंड की तरफ़ से तुर्कों की यूरोप में हमले को रोकने के लिए बनाये जाने वाले 'आर्डर ऑफ़ ड्रैगन' में शामिल करने की वजह से दी गई.

ये दौर सन 1462 में सुल्तान मोहम्मद द्वितीय की उस मुहिम के बाद ख़त्म हुआ जिसके बारे में ऊपर बताया गया है. जिसे विलाद ड्रैकुला के 'डंडों से लटकती लाशों के जंगल' की वजह से याद किया जाता है. विलाद द्वितीय ड्रैकूल जैसा कि ऊपर लिखा जा चूका है उस्मानियों और रोमन कैथोलिक चर्च के विरोधियों के लिए बनाये गए 'आर्डर ऑफ़ ड्रैगन' के सदस्य तो बन गए थे, लेकिन फ्लोरेस्को और उनके साथी लेखक मैकनली ने लिखा है कि वो एक शातिर राजनीतिज्ञ थे और जैसे ही वालीचिया की सत्ता पर उनकी पकड़ मजबूत हुई, उन्हें महसूस हुआ कि क्षेत्र में ताक़त का संतुलन उस्मानियों के पक्ष में है.

विलाद द्वितीय ड्रैकूल लगभग एक साल सुल्तान के क़ैदी रहे और उस दौरान उनका बड़ा बेटा मेर्चा जिसके सुल्तान के साथ अच्छे संबंध थे, वालीचिया के तख़्त पर बैठा.

 

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हमे क्या मतलब है इस युद्ध से ? गांड़ मरवाए ड्रैकुला ओर उस्मानिया का सुल्तान

BBC का कोई रिपोर्टर!!!!!🤓🤓🤓🤓🤓

सच सच बताओ ओर खुलकर बताओ indirectly किसके बारे में बात कर रहे हो,कौन ड्रेकुला।

Usmania jab khoon ka pyasa hone hi wala tha tab British yahudi ne oman me ek keel gaad di. Par ek mulle ne wo keel ukhadi aur shapath li ki ye keel main ek din ya to issai anyatha bodh hindu ke dill me thokunga. Aur yahin se chala allah ka naam. Mesopotamia

Very big story

ibrahim_khan_ik

ड्रेकुला एलिजाबेथ के फूफा को लडका था उस्मानिया सल्तनत के बादशाह ने उसके बाप का जबरन खतना करा दिया था बस तभी से ड्रेकुला का उनसे बिबाद हो गया था |

शरीफों वाली जिंदगी जीने की सोचो, क्या बकवास खबर छपते रहते हो

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