ऐसे समय में जब पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है, राजनीतिक दल अपना जनाधार बटोरने में जुटे हैं, कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता जम्मू में इकट्ठा होकर अपनी अंतरात्मा की आवाज सुना रहे हों, तो इसे क्या कहेंगे। राजनीतिक दलों के अच्छे और बुरे दिन आते रहते हैं, पर बुरे दिनों में जो नई रणनीति के साथ उठने का साहस रखते हैं, वही दुबारा कामयाबी हासिल कर पाते हैं। इस दृष्टि से कांग्रेस में लगातार हताशा नजर आ रही है। फिलहाल उसके केवल दो नेता जमीन पर उतर कर संघर्ष करते देखे जा रहे हैं और वे...
पार्टी वातानुकूलित कमरों में बैठ कर नहीं चलाई जाती, उसके लिए जमीन पर उतर कर पसीना बहाना पड़ता है। सिर्फ सैद्धांतिक बातों से जनाधार जोड़ कर रखना संभव नहीं हो पाता। मगर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस हकीकत को जानते हुए भी पसीना बहाने को तैयार नजर नहीं आते। जबसे वह सत्ता से बाहर हुई है, केंद्र में लोग उसी से विपक्ष की भूमिका निभाने की उम्मीद करते हैं, पर अनेक अनुकूल अवसर आने के बावजूद उसके नेता हाथ पर हाथ धरे बैठे नजर आए। दरअसल, कांग्रेस नेताओं को आदत पड़ चुकी है कि जब सत्ता हाथ में आ जाती है, तो उसमें...
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।