डी कंपनी पर शिकंजा: अमेरिका से दाऊद के भतीजे सोहेल के प्रत्यर्पण की तैयारी-Navbharat Times

  • 📰 NBT Hindi News
  • ⏱ Reading Time:
  • 1 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 4%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

डी कंपनी पर शिकंजा: अमेरिका से दाऊद के भतीजे सोहेल के प्रत्यर्पण की तैयारी via NavbharatTimes

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

जे बात

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 20. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

अमेरिका: मामूली बहस में स्टोर में चली गोलियां, ग्राहक की मौतअमेरिका के वालग्रीन्स में बुधवार रात को फार्मेसी स्टोर में गोलीबारी हुई. इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है. स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दिया है. Sad So sad 😢 Pkra gya…
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

सीएम के सस्पेंस के बीच भूपेश बघेल के बंगले में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में हाथापाईcongress workers fight in banglo of bhupesh baghel | जातिगत टिप्पणी के चलते भिड़े कार्यकर्ता, मामला हाथापाई तक पहुंचा कुत्तों को हड्डी तो मिल गई पर कुत्ते यह नहीं तय कर पा रहे हैं खाएगा Kooon
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

कश्मीर के द्रास में तापमान -21 डिग्री सेल्सियस, राजस्थान के तीन जिलों में माइनस में पाराShuddering north India | कश्मीर में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण बढ़ी ठंड, लेह में पारा माइनस 17.5 पंजाब में नए साल में बारिश के आसार; मप्र, उप्र और हरियाणा में भी शीतलहर
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

मिथुन चक्रवर्ती अमेरिका के लॉस एंजेलिस के अस्पताल में कराए गए भर्तीमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीठ में दर्द का इलाज कराने के लिए मिथुन चक्रवर्ती अमेरिका गए थे, जहां उन्हें डॉक्टरों ने भर्ती कर लिया। मतलब अपने यहां सबकुछ है बस एक ढंग का हॉस्पिटल नही है जिसमे विदेशी भी आकर कभी इलाज करा सके,,,
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

अमेरिका: टॉरेंस के गैबल हाउस में गोलीबारी, कई लोगों के फंसे होने की आशंका- Amarujalaपुलिस ने शनिवार सुबह टॉरेंस के गैबल हाउस में शूट आउट की जानकारी दी है। पुलिस ने ट्ववीट करके बताया कि गोलियों की आवाज
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

Facebook के खिलाफ अमेरिका के कोलंबिया में मुकदमा दर्ज, जानें क्या है मामलादुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी मानी जाने वाली फेसबुक के खिलाफ अमेरिका के कोलंबनिया में एक मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला आपकी डाटा सुरक्षा से जुड़ा है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

दंगल: समर्थकों के जोर से तय होगा सीएम? Dangal: Will supporters decide CM post in 3 states? - Dangal AajTakमध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत के बाद भी अब तक सीएम पद के चेहरे सामने नहीं आ सके हैं.  राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थकों के बीच संग्राम छिड़ा हुआ है. मध्य प्रदेश में भी कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच पेच फंसा हुआ है. पार्टी छत्तीसगढ़ में भी अपने सीएम उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं कर सकी है. अब ऐसे हालात में सिर्फ और सिर्फ राहुल गांधी के फैसले का इंतजार है. आज सोनिया गांधी भी राहुल गांधी के घर भी पहुंची हैं. प्रियंका गांधी भी राहुल के घर पर हैं. ऐसे में ये भी पूछा जा रहा है कि क्या नए सीएम को चुनने में सोनिया और प्रियंका की सलाह भी ली जा रही है?  बहरहाल, जिस तरह से मध्य प्रदेश और राजस्थान में सीएम पद के दावेदारों के समर्थक अपने-अपने नेता के लिए मैदान में है, ये राहुल के नेतृत्व की परीक्षा भी है. sardanarohit RahulGandhi does not have the courage to promote the leaders of his own age, even though he claims to be working for the youth: SachinPilot JyotiradityaScindia मानो या ना मानो राहुल गांधी आप जीत के भी हार गये RahulGandhi काँग्रेस मध्यप्रदेश sardanarohit Bjp ka nath mp ka kamalnath sardanarohit जो टोंटी पे दाँत ना चुभने देगा cm वही बनेगा 😂😂😂
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

जानिए दुनिया के टॉप 4000 साइंटिस्‍ट की लिस्‍ट में भारत से कौन-कौन-Navbharat Timesग्‍लोबल ऑर्गनाइज़ेशन clarivate analytics ने दुनिया के सबसे काबिल 4000 वैज्ञानिकों की लिस्‍ट जारी की है। इस लिस्‍ट में भारत के भी 10 वैज्ञानिकों ने अपना स्‍थान बनाया है। पिछले साल इस सूची में भारत के महज 5 वैज्ञानिक ही अपना नाम दर्ज करवा सके थे। इस साल यह संख्‍या डबल होकर 10 हो गई है। हालांकि इस मामले में भारत का चिर प्रतिद्वंद्वी पड़ोसी देश चीन काफी आगे निकल गया है। चीन ने 482 वैज्ञानिकों के साथ अमेरिका और ब्रिटेन के बाद तीसरा स्‍थान प्राप्‍त किया है। अमेरिका के सर्वाधिक 2639 वैज्ञानिक और ब्रिटेन के 546 वैज्ञानिक इस सूची में शामिल किए गए हैं। आइए जानते हैं भारत की ओर से कौन हैं वे 10 वैज्ञानिक, जिनको इस सूची में जगह दी गई है...
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

बेबाक बोल: रोजगार का राजरोटी, कपड़ा और मकान, मांग रहा है हिंदुस्तान। आजादी के बाद से ही इस तरह के नारे उन सत्ताधारियों के खिलाफ गूंजा करते थे जो इन बुनियादी जरूरतों को मुहैया करवाने के लिए जिम्मेदार थे। ये तीनों जरूरतें आज एक शब्द में सिमटी हैं और वह है रोजगार। पिछले तीन दशकों से नवउदारीकरण के राजमार्ग पर दौड़ रही अर्थव्यवस्था में पूंजी तो वैश्विक हो गई, लेकिन काम करने वाले हाथों के बीच स्थानीय, बाहरी, प्रवासी और वीजा की दीवार खड़ी कर दी गई। बढ़ती जनसंख्या के हिसाब से रोजगार देने में नाकाम रहीं सरकारें इसी आधार पर नागरिकों से भेदभाव की राजनीति भी कर रही हैं। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप से लेकर मध्य प्रदेश में नए कांग्रेसी मुख्यमंत्री तक, पिछली सरकारों के असंतोष के खिलाफ चुनाव तो जीत जाते हैं। लेकिन इनके पास उस असंतोष यानी बेरोजगारी को दूर करने का कोई रोडमैप नहीं है जिसके खिलाफ वोट मांगा था। मौजूदा सरकार की नाकामियों से चुनाव जीतने के बाद अपनी नाकामी छुपाने के लिए पहले ही धर्म और विभिन्न पहचानों में बंटी जनता को स्थानीय और बाहरी का ठप्पा लगा बांटने की कोशिश करते हैं। रोजगार के मुद्दे पर भेदभाव वाली इसी राजनीति पर बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »