टेंपर डिटेक्शन और सेल्फ डायग्नोसिस फीचर से लैस हैं M3 EVM, हेरफेर की गुंजाइश नहीं

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बिहार में पहली बार इस दफे सभी 243 सीटों पर ईवीएम का अपग्रेडेड वर्जन एम-3 का इस्तेमाल होगा Politics

चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को तेज कर दिया है. बिहार में पहली बार इस दफे सभी 243 सीटों पर ईवीएम का अपग्रेडेड वर्जन एम-3 का इस्तेमाल होगा. ये ईवीएम पहले के मुकाबले तकनीकी रूप से अधिक उन्नत और सुरक्षित है.टेंपर डिटेक्शन की विशेषता

EVM के एम-1 और एम-2 वर्जन के मुकाबले एम-3 में सुरक्षा के ज्यादा इंतजाम हैं. इस ईवीएम में टेंपर डिटेक्शन की सुविधा है. यानी कि ईवीएम का सॉफ्टवेयर अपने सिस्टम के साथ होने वाले अवैध हस्तक्षेप को खुद पहचानने में सक्षम है. इसके बाद ईवीएम अपने आप काम करना बंद कर देता है. इससे ईवीएम में छेड़छाड़ की गुंजाइश खत्म हो जाती है.इस EVM की कंट्रोल यूनिट और बैलट यूनिट आपस में संवाद करने में सक्षम है.

बता दें कि मतदान के दौरान अक्सर ईवीएम मशीनों के खराब होने की खबरें आती है. ये नया फीचर सुचारू रूप से मतदान संपन्न कराने में मददगार हो सकता है. 2019 के लोकसभा चुनाव में इस फीचर वाले EVM का इस्तेमाल किया जा चुका है.M3 ईवीएम में 24 बैलट यूनिट और 384 प्रत्याशियों के बारे में जानकारी होगी. इससे पहले M1 और M2 वर्जन में केवल 4 बैलेट यूनिट और 64 प्रत्याशियों के बारे में ही जानकारी ईवीएम में होती थी.

 

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एक ही बटन सब दबाएंगे तो इस से कोरोना हो सकता है बैलेट पेपर से चुनाव क्यों नहीं कराती डरपोक बीजेपी😠

आपका मतलब पहले की मशीनों में हेर-फेर की गुजाइंश थी

कुछ बी कर लो , बी जे पी का खेल है ये सब

EVM se Carona ho ga..

कुछ नया है तो 'ख़ास' भी होगा...

If I'll vote for RJD will my vote go to BJP? Aisa koi setting kiya h kya?

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