जानकारी के मुताबिक, देवीपुर मुख्य बाजार के पास ब्रजेश चंद बरनवाल ने नया सैप्टिक टैंक का निर्माण कराया था। रविवार सुबह सेंट्रिंग को खोलने के लिए पहले एक मजदूर टंकी में उतरा। काफी देर बाहर नहीं आने के बाद दूसरा मजदूर भी टंकी में गया और वह भी वापस नहीं आया। इसके बाद एक-एक कर दो अन्य मजदूर भी अंदर गए। उनके भी बाहर नहीं आने पर इसकी जांच करने मकान मालिक और उसका भाई टंकी में उतर गए।
इस घटना की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी। पुलिस ने जेसीबी की मदद से टंकी को तोड़कर बेहोशी की हालत में फंसे सभी छह लोगों को बाहर निकाला। इन सभी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने सभी को मृत घोषित कर दिया। इस घटना में मरने वालों में देवीपुर थाना क्षेत्र के कोल्हड़िया गांव निवासी गोविंद मांझी और उनका पुत्र बबलू मांझी व लालू मांझी शामिल है, इसके अलावा एक अन्य मजदूर पिरहा कट्टा निवासी लीलू मुर्मू शामिल है। हादसे में मालिक ब्रजेश चंद बरनवाल और उनका भाई मिथिलेश चंद बरनवाल की भी मौत हो गई।जानकारी के मुताबिक, देवीपुर मुख्य बाजार के पास ब्रजेश चंद बरनवाल ने नया सैप्टिक टैंक का निर्माण कराया था। रविवार सुबह सेंट्रिंग को खोलने के लिए पहले एक मजदूर टंकी में उतरा। काफी देर बाहर नहीं आने के बाद दूसरा मजदूर भी...
इस घटना की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी। पुलिस ने जेसीबी की मदद से टंकी को तोड़कर बेहोशी की हालत में फंसे सभी छह लोगों को बाहर निकाला। इन सभी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने सभी को मृत घोषित कर दिया। इस घटना में मरने वालों में देवीपुर थाना क्षेत्र के कोल्हड़िया गांव निवासी गोविंद मांझी और उनका पुत्र बबलू मांझी व लालू मांझी शामिल है, इसके अलावा एक अन्य मजदूर पिरहा कट्टा निवासी लीलू मुर्मू शामिल है। हादसे में मालिक ब्रजेश चंद बरनवाल और उनका भाई मिथिलेश चंद बरनवाल की भी मौत हो गई।
बेहद दुखद घटना ओम शांति ओम
ये हो क्या रहा है कभी कहीं हादसा कभी कहीं ?
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झारखंड की घटना: देवघर में सेफ्टी टैंक में दम घुटने से 6 लोगों की मौत; बेहोशी की हालत में अस्पताल लाए गए थेदेवघर के देवीपुर थाना क्षेत्र का मामला, सूचना मिलने पर सदर अस्पताल पहुंचे उपायुक्त six People Killed During Cleaning Septic Tanks In Jharkhand Deoghar It's very shameful for all of us, as a human, that every year many people lost their lives due to this work....this inhuman treatment should be banned as soon as possible. And use of machines should compulsary.
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