जेएनयू: ग़रीब छात्रों के बड़े सपनों का किफ़ायती टिकट

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जेएनयू के ऐसे छात्रों की कहानी जिनके लिए हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी का मतलब पढ़ाई छोड़ना हो सकता है.

21 साल के एन. किशोर कुमार बचपन से 90 प्रतिशत दृष्टिहीन हैं और उनके पिता भिलाई में 'वर्कर' हैं.बिहार के सासाराम की 21 साल की ज्योति कुमारी के पिता किसान हैं.मेरठ के अल्बर्ट बंसला और उनकी दादी का ख़र्च दादा की छोटी सी पेंशन से चलता है.

प्रशासन के आंशिक रोलबैक से छात्र संतुष्ट नहीं हैं. उन्हें लगता है कि शुल्कों को मनमाने तरीक़े से दोबारा बढ़ाया जा सकता है. वो कहती हैं,"मुझ पर एमफ़िल की पढ़ाई छोड़ने और नौकरी करने का दबाव बढ़ेगा ताकि मैं शादी कर लूं. मैं 9 से 5 बजे वाली नौकरी ढूंढूंगी. चाहे मैं जेएनयू की नेट होल्डर हूं या मैंने मास्टर्स किया हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. मैंने नौकरी ढूंढनी शुरू कर दी है."प्लेबैक आपके उपकरण पर नहीं हो पा रहाअली जावेद: 40 फीसदी बच्चों के परिवारों की आय बेहद कम

"सर्वे" पर छात्रों के रिस्पांस लेने के लिए फॉर्म को व्हाट्सऐप पर सर्कुलेट किया गया था, हालांकि अली जावेद के मुताबिक शुरुआत में सर्वे पर कुछ विवाद भी हुआ था. कमरे में उनके रूममेट किशोर कुमार बिस्तर पर बैठे थे. दूसरे बिस्तर पर पड़ी चादर अस्त-व्यस्त थी. सामने की दीवार के झरोखे में एक सफ़ेद कूलर फिट था. किशोर की आंखों में बचपन से ऑप्टिक नर्व्स में समस्या थी और उन्हें बचपन से मात्र 10 प्रतिशत दिखाई देता है. उन्होंने विशेष स्कूलों में पढ़ाई की. अब जेएनयू में फ़ीस की बढ़ोत्तरी से पढ़ाई जारी रखने को लेकर वो चिंतित थे.पास ही ग़ाज़ीपुर के पंकज सिंह कुशवाहा बैठे थे. उनके पिता किसान हैं और ढाई बीघे की छोटी सी ज़मीन पर खेती करते हैं.पंकज सिंह कुशवाहा

 

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JNU मदरसा को बंद करने में ही राष्ट्र की भलाई है, स्वामी विवेकानंद के प्रगतिशील विचार व राष्ट्र दर्शन पर जिन्हें परेशानी हो वे आतंकी व राष्ट्र द्रोहियों का समूह है जो इस मदरसे में घूसे है,और शिक्षा के नाम पर राष्ट्र धन का भोग लगा रहे है, सरकार इस पर ध्यान दें,

Ye haramkhoro ne swami Vivekananda ki statue tod dali aur tum article de rhe ho? sharam aati hai?

ye kaha se garib hai. Kapade to thik thak chashma bhi mahga.

Hearinh BBC Hindi since childhood but now no respect for selective journalism. My of my friends studied night college, or do tution but hath nahi felaye.JNUShamed JNUFreebies

इसमें से एक गरीब प्यूमा की टी-शर्ट पहने है। कोई ५००० की होगी। उतने rent मैं तो साहब का साल निकल जाता

CONGRESS CHOR priyankagandhi CMMadhyaPradesh OfficeOfKNath INCMP iBalaBachchan dmgwalior Mr A.A.SIDDIQUI PRINCIPAL MAHILA POLYTECHNIC GWALIOR IS CHOR OF 40 LAKHS EOW FIR No 55/12 S.C. DECLARED HIM UNQUALIFIED GOVT NOT OBEYED SC ORDERS OBEY SC ORDER REMOVE HIM

इन सब में से bbc वालो को कोनसा गरीब लग रहा है,,😎😀😁😂

खाली जेएनयू को ही क्यों सब्सिडी दी जाए, बाकी यूनिवर्सिटी में क्या मेधावी नहीं पढ़ते हैं। ये बात और है कि वे भारत बिरोधी गतिविधि का केंद्र नहीं हैं जिससे उन्हें पब्लिसिटी नहीं मिलती है।

इन सभी को ब्रिटेन ले जाओ भाई। Brexit, fixit सब झटपट हो जाएगा।

इतनी मुफ्त सेवा इसी देश में ही मिलेगी, इसी तर्ज पर देश के अन्य विश्व विद्यालय को भी चलाते क्यो नही ?

Garib chatra padhai krte hai... Nokari karte hai aur apne gharwalo ko paalte hai.... Pn JNU me budhe hone tk ye deshdrohi padhte hi rehte hai... Sang nangchot communist kutte

ChowkidarChorHai

ये बना रहे!

स्वामी विवेकानंद जी की मूर्ति के आसपास जिसका उद्घाटन होना था वहां जिस तरीके की भाषा जेनुयू के वामपंथी छात्रों ने लिखी है यह उनकी घटिया मानसिकता दिखाती है।

Institute of gaddar and deshdrohi

हां हां.. क्यों नहीं तुम्हें तो बहुत मजा आ रहा है। कमिने.. टिकट तो मिल रहा है, लेकिन देश को तोड़ने वाल टिकट .. .. .. .. लेकिन हम भी पक्के वसूलो वाले है मारेंगे कम,लेकिन घसीटेंगे ज्यादा 😂😂😂

British atrocity on Indians

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