ऊदबिलाव जानवरों की कठोर खाल को तोड़ने के लिए पत्थर और दूसरी चीजों का औजार की तरह इस्तेमाल करते हैंमेवे का सख्त छिलका तोड़ने के लिए चिंपैंजी पत्थर का इस्तेमाल करते हैं और छड़ियों से दीमक मारते हैं. खाना ढूंढने निकली डॉल्फिन अपनी चोंच की रक्षा के लिए स्पंज का उपयोग करती हैं. गालापगोस द्वीपों पर फिंच कैक्टस कांटों की मदद से कीड़ों को उनके बिल से निकालते हैं. औजार इस्तेमाल करने वाले जीवों के समूह का एक सदस्य समुद्री ऊदबिलाव का भी है.
इन शिकारों में उर्चिन, एबलोन, केकड़े, सीप, घोंघा और इसी तरह के दूसरे जीव शामिल हैं. कुछ बड़े शिकारों का कवच काफी ज्यादा सख्त होता है. उनके अंदर मौजूद खाए जाने वाले नरम हिस्से तक पहुंचने के लिए उन्हें बिना औजारों के तोड़ना बहुत मुशअकिल है. उदाहरण के लिए सीप, और घोंघा जैसे जीवों को तो बिल्कुल ही खाया नहीं जा सकता.
यह रिपोर्ट साइंस जर्नल में छपी है. इसमें यह भी बताया गया है कि औजारों का इस्तेमाल कितनी बार होगा यह अलग अलग ऊदबिलावों पर निर्भर करता है. रिसर्च रिपोर्ट की सहलेखक और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की जीवविज्ञानी रीता मेहता ने बताया कि कुछ ऊदबिलाव खाने के दौरान 90 फीसदी तक इसका प्रयोग करते हैं तो कुछ कभी कभार या फिर कभी नहीं. औजारों का इस्तेमाल खासतौर से मादा ऊदबिलाव के लिए जरूरी हो जाता है. मेहता का कहना है,"मादाओं को कैलोरी की जरूरत होती है.
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