उधर, वामपंथी छात्र संगठनों के सदस्यों की ओर से बाबुल सुप्रियो के साथ हुई मारपीट के विरोध में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने परिसर के भीतर और बाहर जम कर तांडव मचाया. उन्होंने वाम संगठन एसएफ़आई के दफ़्तर में तोड़-फोड़ और आगज़नी की और वहां दीवारों पर अपने संगठन का नाम लिख दिया. लेकिन एबीवीपी की जादवपुर विश्विवद्यालय शाखा के महासचिव सुमन दास इन आरोपों को निराधार बताते हैं.
दूसरी ओर, एसएफ़आई ने भी बाबुल के साथ मार-पीट में हाथ होने से इनकार किया है. एसएफ़आई के एक प्रवक्ता ने कहा,"इसमें हमारे संगठन के सदस्य शामिल नहीं थे."इस बीच, इस घटना पर सियासत भी तेज़ हो गई है. मुख्यमंत्री ममता के मना करने के बावजूद राज्यपाल के मौक़े पर जाने के लिए टीएमसी ने उनकी खिंचाई की है. टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी कहते हैं,"राज्यपाल धनकड़ बीजेपी की मदद करने विश्वविद्यालय परिसर में गए थे. हम इसकी आलोचना करते हैं.
सीपीएम की केंद्रीय समिति के सदस्य सुजन चक्रवर्ती कहते हैं,"अपने अंगरक्षकों के साथ परिसर के भीतर जाने वाले केंद्रीय मंत्री का रवैया बेहद उकसाने वाला था. बावजूद इसके विरोध जताने के लोकतांत्रिक तरीक़े हैं. इस घटना से बीजेपी को ही फ़ायदा होगा." बाबुल सुप्रियो के साथ हुई मारपीट के दौरान वामपंथी छात्रों के साथ कुछ ऐसे छात्र भी थे जिनके बारे में कहा जा रहा है कि उनका सबंध नक्सली संगठनों से था. सीपीआई के प्रदेश सचिव पार्थ घोष पूरी घटना के लिए एबीवीपी को ज़िम्मेदार ठहराते हैं.घोष कहते हैं,"बाबुल के परिसर में पहुंचने के समय वामपंथी छात्र दूर खड़े होकर नफ़रत और ईर्ष्या की राजनीति के ख़िलाफ़ विरोध जता रहे थे. लेकिन मंत्री के धक्के से एक छात्रा के नीचे गिर जाने के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया.
कौन सा विश्वविद्यालय ऐसा है जो नहीं है?
ममता ने गुंडे पाल रखे है
बीबीसी की रिलीज वामपंथीयो को खुश करने वाली है😤
आतंकवादियो का अड्डा है
First JNU now JU. .is this a planned attack on institution of higher learning . .
I think Mamata Banerjee is creating a situation where nobody company will give jobs to anyone who studied in west Bengal. They will treat them as gunda.
टीवी में साफ दिखाई दे रहा है कि वामपंथी उग्रवाद हावी है वहां। आप लोग एबीभीपी को दोषी ठहराया रहे हैं। कितना पीत पत्रकारिता करें गे।
BJP का तिकड़म जारी है सतता का सुख चाहिए
सुप्रियो को और मारना चाहिए था साले को अपनी औकात मालूम पड़ती
साम्प्रदायिकता फैलाने के कोशिश करेगा तो पीटेगा। 👊👊👊👊
ये अब विश्व विद्यालय नहीं रहा अब ये आतंकवादी का अड्डा बन गया है । इस लिए ऐसे संस्थानों को बंद कर देना चाहिए ।
लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया है कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक और उड़ीसा से लेकर गुजरात तक पुलिस विभाग में बड़े-बड़े पदों पर बैठे कुछ भ्रष्टाचारी निकम्मे नपुसंक और भड़वागिरी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ मीडिया आवाज उठाना शुरू कर दे तो देश में अपराध आधे हो जाएंगे
So how does it work.. One urban naxal or tukde gang gets a top post and then he recruits all 9f the same category?
banbbc bbcfakenews bbclostcredibilty bbclostcredibilityonjammukashmir BalochistanIsNotPakistan balochistanmangeajadi balochistanbanegahindustan balochistanmangeajadi
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: DW Hindi - 🏆 8. / 63 और पढो »
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »