जहरीली होती हवा: इस साल पंजाब में सबसे ज्यादा पराली जली, क्या इसके पीछे कृषि बिल को लेकर किसानों का गुस्सा

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जहरीली होती हवा: इस साल पंजाब में सबसे ज्यादा पराली जली, क्या इसके पीछे कृषि बिल को लेकर किसानों का गुस्सा Punjab capt_amarinder poonamkaushel AirPollution

CPCB ने भी 11 नवंबर को जारी आदेश में हरियाणा और पंजाब सरकारों से पराली जलाए जाने से रोकने के लिए कहा था।- फाइल फोटो

इन दिनों दिल्ली में घर से बाहर निकलते ही कुछ देर में आपकी आंखों में जलन और सिर भारी सा होने लगेगा। कई लोगों को तो सांस लेने में तकलीफ तक होने लगती है। इस साल दिल्ली में 10 अक्टूबर तक हवा ठीक-ठाक थी, लेकिन इसके बाद से हवा की क्वालिटी खराब होती चली गई और दिवाली के अगले दिन सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई। हर साल अक्टूबर-नवंबर आते-आते दिल्ली की हवा दमघोंटू हो जाती है और बीमार लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। इसकी एक बड़ी वजह पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में पराली जलाए जाने को...

आग पर निगरानी रखने वाली संस्थाएं डेटा इकट्ठा करने के लिए सैटेलाइट तस्वीरों का इस्तेमाल करती हैं। सफर के डेटा के मुताबिक, 6 नवंबर को पराली जलाए जाने के 4200 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए, लेकिन 17 नवंबर को ये आंकड़ा दस से भी कम था। मौसम विभाग के वैज्ञानिक वीके सोनी का कहना है कि बहुत संभव है कि बादलों ने सैटेलाइट के विजन को रोक दिया हो।

धूल प्रभावित क्षेत्रों में पानी का छिड़काव करना, अधिक प्रदूषण वाले इलाकों में एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल करना, आतिशबाजी और पराली जलाए जाने को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करवाने के दिशा-निर्देश भी आयोग ने दिए थे। पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के मुताबिक, इस साल 22 सितंबर से 17 नवंबर के बीच सिर्फ पंजाब में ही पराली जलाए जाने के 74,236 मामले रिकॉर्ड किए गए। 2016 के बाद से ये सबसे ज्यादा है। खरीफ के सीजन में 2016 में पंजाब में आग की 80,879 घटनाएं रिकॉर्ड की गईं थीं। 2017 में आंकड़ा 43,660, 2018 में 49,905 और 2019 में 51,946 था।

 

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capt_amarinder poonamkaushel किसान नाराज होकर सरकार को कोस सकते हैं लेकिन अपने पर्यावरण और देश को प्रदूषण के आग में नहीं झोंक सकते इनका विरोध प्रदर्शन भी जायज था। लागत, फसल की देखरेख ऊपर से जानवरों से बचाव इत्यादि संकटों से गुजरने के पश्चात इनके मन में कोई द्वेष नहीं होता।

capt_amarinder poonamkaushel I think kisan bill is not problem

capt_amarinder poonamkaushel किसान आंदोलन दबाने के लिए सब कुछ कर रहे।मानते किसान की बात

capt_amarinder poonamkaushel गुस्सा नही राजनीति हो रही है । बड़े किसान जो छोटे किसानों के कारण पल रहे थे , उनको सबसे ज्यादा नुकसान होने वाला है तो वो सब सडयंत्र रच रहे । जागो किसान बन्धुओ जागो ।

capt_amarinder poonamkaushel Congi sarkar ki nakami sirf.

capt_amarinder poonamkaushel Kuchh nahi ye ek party ki chal hai

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