जयपुर: लॉकडाउन की वजह से भीख मांगने और खाना बीनने लगे हैं मेहनतकश मजदूर

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 57 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 26%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

जयपुर में लॉकडाउन की वजह से दिहाड़ी मजदूरों को नहीं मिल रहा काम sharatjpr

कोरोना की वजह से पूरे देश में लगाए गए 21 दिन के लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा दिक्कतें दिहाड़ी मजदूरों को हो रही हैं. पैसा कमाने और परिवार की बेहतर जिंदगी के लिए वो लोग अपना घर छोड़ बड़े शहरों में आए, लेकिन कोरोना की वजह से हालात ऐसे हो चुके हैं कि मजदूर वर्ग भीख तक मांगने को मजबूर हो चुका है. सिर्फ दो वक्त की रोटी के लिए गाड़ियों के पीछे भागते ये मजदूर कहते हैं कि जिंदगी में कभी ऐसा नहीं सोचा था कि ये दिन भी देखना होगा.

जयपुर के सोडाला में जहां पर लोग मजदूरी के लिए बैठा करते थे ,वहीं मेहनतकश मजदूर आज भीख मांगने वालों की तरह खाने की तलाश में सड़क किनारे बैठे रहते हैं. सोडाला से मात्र 5 मिनट की दूरी पर मुख्यमंत्री और राज्यपाल और राज्य के मंत्री-विधायक रहते हैं.आम दिनों में मजदूर इस जगह पर मजदूरी के लिए आते हैं जहां पर इन्हें काम वाले 350 से लेकर रुपये 500 तक के मेहनताना पर लेकर जाते हैं. मगर आज ये लोग यहां से गुजरने वाली हर गाड़ियों के पीछे दौड़ कर भागते हैं कि कहीं कोई खाना लेकर तो नहीं आया है.

वहीं बैठे बिहार के संतोष ने बताया कि वो पिछले 21 सालों से राजस्थान में रह रहा है. संतोष का कहना है कि सुबह से शाम तक इंतजार में बैठे रहते हैं कि कहीं से कोई आएगा और खाने के लिए कुछ दे जाएगा. घर पर परिवार वाले भी हैं. उनके लिए भी खाने का इंतजाम करना पड़ता है. मैं मेहनत मजदूरी करने के लिए बिहार से आया था. कर्फ्यू तो बहुत देखा मगर ऐसे हालात नहीं थे कि मजदूरी छोड़कर भीख मांगने वाला भिखमंगा बन जाऊं.

ये लोग अकेले नहीं हैं. शहर में ऐसी भीड़ आपको सड़क किनारे कई जगह मिल जाएगी. हर किसी की यहां दर्द भरी अपनी कहानी है जिसे सुनकर किसी भी इंसान का दिल दहल जाए. मगर कोरोना वायरस की ऐसी त्रासदी है कि हर कोई अपनी जान बचाने की फिक्र में है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

sharatjpr ये राजनीति करने वालों की संख्या बल है। फोटो खींचने के लिए बैठे हैं

sharatjpr कहाँ है कांग्रेश के सुरमा क्या इनकी दर्द इनको दिखाई नहीं देता यहाँ तो किसी और कि सरकार नही है यहाँ तो इनलोगो के लिए कांग्रेश के लोग कुछ कर सकते है लेकिन उनको कुछ करना तो है नही बस सरकार के प्रयासों में बाधा कैसे डाला जाय इसी में अपना दिमाग लगाए रहते हैं |

sharatjpr Kitne sarm ki bat he

sharatjpr तो फिर राजस्थान सरकार क्या कर रही है ।

sharatjpr काम? शरत बाबू क्या बोलना चाह रहे हो भाई काम तो पूरे भारत मे बन्द हैं सभी के लेकिन इनके खाने की व्यवस्था ashokgehlot51 सरकार को करनी है। लेकिन बात कांग्रेस राज्य की है तो स्पिन करनी तो बनती है।।

sharatjpr Who will give at this time Better guide them to some shelter home So they can have proper food

sharatjpr Sar'kar inko 500rs rojana degi

sharatjpr ये लोग रविवार 5 अप्रैल को रात के 9 बजे एक एक मोमबत्ती जलाएंगे तो इनपे हमारे मोदी बाबा की कृपा आ जाएगी, और इन्हे रोजगार भी मिल जाएगा 😀😀😀😀

sharatjpr पूरे देश का यही हाल है।

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

PM ने की देशवासियों की तारीफ, कहा- लॉकडाउन-सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना के खिलाफ रामबाणपीएम मोदी ने कहा कि ये लॉकडाउन का समय जरूर है, लेकिन हम में से कोई अकेला नहीं है. 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति हर व्यक्ति के साथ है, इधर कांग्रेसी, वामी, लिबरल 5 अप्रैल को 9 बजे घर मे हर बल्ब को जला के रखने का संकल्प ले रहे हैं उधर बिजली विभाग ने कहा दिया है कि ठीक 9 बजे बिजलीघर से ही लाइट बंद कर दी जाएगी। इस चोट्टों के दर्द की दवा करो रे कोई!!! आपको तय करना है दिया-मोमबत्ती जलाना है या पिछवाड़ा...😜😉📛♨️ 9बजे9मिनट अब दीवाली फिक्स कर ही दी मोदीजी ने 5 अप्रैल को, तो दीपक तो जलाने ही पड़ेंगे ना!! 9baje9minute
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

कोरोना वायरस की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था ख़राब हो रही है?सुस्त चल रही भारत की अर्थव्यवस्था क्या कोरोना वायरस के कारण और चिंताजनक हो चुकी है. कौन से देश की अच्छी हो रही है? Ye nahi dekhega Bsdk tujhe jyada chinta hai? 🤔
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

COVID-19: कोरोना संकट और लॉकडाउन की चुनौतियों के बीच कुछ आर्थिक उम्मीदCOVID-19: कोरोना संकट और लॉकडाउन की चुनौतियों के बीच कुछ आर्थिक उम्मीद Coronavirus CoronaviruIndia COVID19 lockdownindia indianeconomy nsitharaman nsitharaman It should be done at large scale COVOD19 nsitharaman जब बेरोजगारी खत्म होगी तो आर्थिक सुस्ती भी खत्म हो जाएगी रोजगार पर ज्यादा ध्यान दीजिए eknyisoch
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

कोरोना और किताबेंः लॉकडाउन के बीच शब्दों की दुनिया से एक सराहनीय पहलसाहित्यकार और प्रकाशक कोरोना के दौर में क्या कर रहे हैं? 'साहित्य तक' जहां 'कोरोना और किताबें' नाम से एक शृंखला चला रहा है, जबकि दूसरे भी डिजिटल फोरमों पर लाइव का सहारा ले रहे
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

लॉकडाउन के बाद कब से शुरू हो रही एयर टिकटों की बुकिंग?नागरिकों की इस उत्सुकता पर सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसपर जानकारी साझा की है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

लॉकडाउन के एक हफ्ते में ही हुई कोलकाता में जरूरी दवाओं की किल्लत
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »